Chandra Grahan 2022 Time LIVE Updates: भारत में चंद्र ग्रहण समाप्त, इस दिन लगेगा अगला चंद्र ग्रहण

Chandra Grahan 2022 LIVE Updates: साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) 8 नवंबर, 2022 समाप्त हो चुका है. इस दिन कार्तिक पूर्णिमा और इसी दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है. आइए जानते हैं 08 नवंबर को लगने वाले चंद्रग्रहण से संबंधित सभी जानकारियां और इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से...

By Shaurya Punj | November 8, 2022 6:25 PM

मुख्य बातें

Chandra Grahan 2022 LIVE Updates: साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) 8 नवंबर, 2022 समाप्त हो चुका है. इस दिन कार्तिक पूर्णिमा और इसी दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है. आइए जानते हैं 08 नवंबर को लगने वाले चंद्रग्रहण से संबंधित सभी जानकारियां और इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से…

लाइव अपडेट

चंद्र ग्रहण समाप्त

चंद्र ग्रहण भारत में समाप्त हो चुका है. अब अलग चंद्र ग्रहण 5 मई 2023 को लगेगा.

चंद्र ग्रहण शुरू, जानें कब समाप्त होगा

चंद्रग्रहण दोपहर दो बजकर 39 मिनट से शुरू हो गया है और 6 बजकर 19 मिनट पर खत्म होगा. भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में पूर्ण चंद्रग्रहण तो अन्य हिस्सों में आंशिक ग्रहण नजर आएगा. बताएं आपको कि एक साल में अधिकतम पांच ग्रहण लग सकते हैं.

चंद्र ग्रहण 2022 Live Stream: चंद्र ग्रहण जारी, पल-पल का नजारा देखें यहां...

यहां ग्रहण का देखें लाइव स्ट्रीम

तो साल के आखिरी पूर्ण चंद्र ग्रहण को अपने स्मार्टफोन पर ऑनलाइन देख सकते हैं. कई ऑथेंटिक वेबसाइट्स इसे लाइव स्ट्रीम करेंगी. आइए जानते हैं इन वेबसाइट्स की डिटेल्स. LIVE Chandra Grahan 2022- TimeandDate.com

ग्रहण में इन मंत्रों का करें जाप

ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे- मंत्र का जाप करें इससे न सिर्फ वाक सिद्धि प्राप्त होगी बल्कि तमामा बुरी शक्तियों का नाश होगा.

विष्णु जी का मंत्र ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम: - का ग्रहण की अवधि में 108 बार मन ही मन जाप करें. 

ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नम:- ये मंत्र मानसिक और शारीरिक कष्टों से मुक्ति दिलाएगा और जीवन में खुशियों का आगमन होगा

चंद्र ग्रहण में चंद्रमा के मंत्रों का जाप करने से मानसिक रोगी भी स्वस्थ हो जाता है. जो गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं वह ॐ सों सोमाय नमः - मंत्र का जाप करें.

ग्रहण के दौरान एकांत वास में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें.

कब खत्म होगा चंद्र ग्रहण 2022

चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022 को शाम 5 बजकर 20 मिनट से दिखना शुरू होगा और शाम 6 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगा.

एक साल में कितनी बार लग सकता है चंद्र ग्रहण

चंद्रग्रहण दोपहर दो बजकर 39 मिनट से शुरू हो गया है और 6 बजकर 19 मिनट पर खत्म होगा. भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में पूर्ण चंद्रग्रहण तो अन्य हिस्सों में आंशिक ग्रहण नजर आएगा. बताएं आपको कि एक साल में अधिकतम पांच ग्रहण लग सकते हैं.

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु में कब निकलेगा चांद

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई एवं बेंगलुरु जैसे शहरों की बात करें, तो वहां पूर्णावस्था के अंत के बाद चांद निकलेगा. उस समय आंशिक ग्रहण चल रहा होगा. इन शहरों में चांद निकलने के समय से लेकर ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत तक की अवधि क्रमश: 50 मिनट, 18 मिनट, 40 मिनट और 29 मिनट की होगी.

गुवाहाटी में चंद्र ग्रहण का समय

पश्चिम बंगाल के कोलकाता एवं असम के गुवाहाटी में चंद्र उदय के समय ग्रहण की पूर्णावस्था चल रही होगी. कोलकाता में चंद्रोदय के समय से लेकर पूर्णावस्था के अंत की अवधि 20 मिनट की होगी, जबकि ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत की अवधि 1 घंटा 27 मिनट की. गुवाहाटी में यह क्रमश: 38 मिनट और 1 घंटा 45 मिनट होगी.

रांची और हजारीबाग में चंद्रग्रहण का समय

रांची में 8 नवंबर को शाम 5 बजकर 03 मिनट पर चंद्रोदय होगा, जबकि हजारीबाग में चंद्र उदय का समय 5 बजकर 02 मिनट बताया गया है. इस तरह रांची में 9 मिनट तक और हजारीबाग में 10 मिनट तक पूर्ण चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा.

पटना में कब दिखेगा चंद्र ग्रहण

भारत में चंद्रग्रहण जब से देखा जाएगा उस वक्त कटा हुआ चांद दिखाई देगा जो धीरे-धीरे पूर्ण गोलाई के रूप में परिवर्तित हो जाएगा. पटना में शाम 5:09 से ही चंद्र ग्रहण दिखाई देना शुरू हो जाएगा.

कोलकाता और सिलीगुड़ी में चंद्र ग्रहण का समय

पश्चिम बंगाल के कोलकाता एवं असम के गुवाहाटी में चंद्र उदय के समय ग्रहण की पूर्णावस्था चल रही होगी. कोलकाता में चंद्रोदय के समय से लेकर पूर्णावस्था के अंत की अवधि 20 मिनट की होगी, जबकि ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत की अवधि 1 घंटा 27 मिनट की.

भारत में कहां-कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

साल का आखिरी चंद्र भारत के कई हिस्सों में नजर आएगा, जो पूर्ण ग्रहण केवल पूर्वी भागों से दिखाई देगा कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची, गुवाहाटी में साल के इस अंतिम चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा.

खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए ग्रहण

चंद्रग्रहण हो या सूर्यग्रहण, इसे खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए. ग्रहण देखने के लिए एक विशेष चश्मे का उपयोग करना चाहिए. वैज्ञानिकों ने भी ग्रहण को नंग्न आंखों से न देखने की बात कही है.

आज इन राशियों पर पड़ेगा असर

आखिरी ग्रहण से 4 राशियों मिथुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ के लिए लाभकारी साबित होगा. वहीं 4 राशियों मेष, वृष, कन्या और मकर के लिए हानि के योग लेकर आ रहा है. इसके आलावा बाकी चार राशियों को ग्रहण के चलते मध्यम फल मिलेगा.

अपने फोन में देखें LIVE Chandra Grahan

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चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें

  • सूतक काल शुरू होने से पहले तुलसी का पत्ता तोड़कर रख लें, सूतक काल में तुलसी का पत्ता तोड़ना अशुभ माना जात है

  • खाने-पीने की सामाग्री में तुलसी का पत्ता डालकर रख दें, इससे ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता

  • ग्रहण काल में एकांत जगह में बैठकर भगवान शिव के गायत्री मंत्रों का जप करें

  • ग्रहण के दौरान दान आदि करना शुभ माना जाता है, संभव हो तो गरीब व जरूरतमंद को अनाज, फल, कंबल आदि दान करें

  • ग्रहण खत्म होने के बाद, गंगाजल डालकर स्नान करें

  • मंदिर के कपाट खोल दें, सभी देवी-देवताओं को गंगाजल से स्नान करवाएं

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भारत में कब लगेगा चंद्र ग्रहण

साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज शाम 05 बजकर 20 मिनट से प्रारंभ होगा और शाम 06 बजकर 20 मिनट तक रहेगा. चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले इसका सूतक काल लग जाएगा.

प्रमुख शहरों में चंद्र ग्रहण का समय

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई एवं बेंगलुरु जैसे शहरों की बात करें, तो वहां पूर्णावस्था के अंत के बाद चांद निकलेगा. उस समय आंशिक ग्रहण चल रहा होगा. इन शहरों में चांद निकलने के समय से लेकर ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत तक की अवधि क्रमश: 50 मिनट, 18 मिनट, 40 मिनट और 29 मिनट की होगी.

Chandra Grahan 2022 Live Stream: चंद्र ग्रहण कुछ ही देर में, यहां देखें लाइव नजारा

इन राशियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा चंद्रग्रहण

खबरों के अनुसार, 8 नवंबर 2022 को पड़ने जा रहे साल के आखिरी ग्रहण से 4 राशियों मिथुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ के लिए लाभकारी साबित होगा. वहीं 4 राशियों मेष, वृष, कन्या और मकर के लिए हानि के योग लेकर आ रहा है. इसके आलावा बाकी चार राशियों को ग्रहण के चलते मध्यम फल मिलेगा.

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें

  • सूतक काल शुरू होने से पहले तुलसी का पत्ता तोड़कर रख लें, सूतक काल में तुलसी का पत्ता तोड़ना अशुभ माना जात है

  • खाने-पीने की सामाग्री में तुलसी का पत्ता डालकर रख दें, इससे ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता

  • ग्रहण काल में एकांत जगह में बैठकर भगवान शिव के गायत्री मंत्रों का जप करें

  • ग्रहण के दौरान दान आदि करना शुभ माना जाता है, संभव हो तो गरीब व जरूरतमंद को अनाज, फल, कंबल आदि दान करें

  • ग्रहण खत्म होने के बाद, गंगाजल डालकर स्नान करें

  • मंदिर के कपाट खोल दें, सभी देवी-देवताओं को गंगाजल से स्नान करवाएं

चंद्र-राहु का चार ग्रहों से बनेगा सम सप्तक योग

चंद्रग्रहण के समय दान-पुण्य करने का विशेष महत्व बताया गया है. अगर इस दौरान राशि अनुसार दान किए जाते हैं तो कुंडली के कई दोषों का असर कम हो जाता है. ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार कार्तिक मास में मंगलवार को ग्रस्तोदय चंद्रग्रहण होने से लूटपाट, चोरी व अग्निकांड की घटनाएं बढ़ेगी तथा शीतकालीन फसलों में रोग प्रकोप हो सकता है. देशभर में राजनीतिक दृष्टिकोण से देखें को राजनेताओं में भी खींचतान बढ़ेगी. ग्रहण के समय चन्द्र-राहु का सूर्य-बुध-शुक्र-केतु से सम-सप्तक योग बनने से प्राकृतिक प्रकोप से जन-धन की हानि और धातु एवं रस पदार्थों में तेजी आएगी. मंगलवार को दोपहर 2.39 बजे चंद्र ग्रहण शुरू होगा और शाम 6.19 बजे तक असर रहेगा.

Chandra Grahan 2022: अपने शहर में जानें ग्रहण का समय

  • रांची : शाम 5:07 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • पटना : शाम 5:05 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • नई दिल्ली : शाम 5:32 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • कोलकाता : शाम 4:56 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • मुंबई : शाम 6:05 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • रायपुर : शाम 5:25 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • भुवनेश्वर : शाम 5:10 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • जयपुर : शाम 5:41 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • जोधपुर : शाम 5:53 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • ईटानगर : शाम 4:28 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • गुवाहटी : शाम 4:37 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • विशाखापट्टनम : शाम 5:24 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • गंगटोक : शाम 4:48 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • प्रयागराज : शाम 5:18 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • कानपुर : शाम 5:23 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • हरिद्वार : शाम 5:26 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • धर्मशाला : शाम 5:30 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • चंडीगढ़ : शाम 5:31 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • नागपुर : शाम 5:36 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • भोपाल : शाम 5:40 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • चेन्नई : शाम 5:42 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • हैदराबाद : शाम 5:44 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • बेंगलुरु : शाम 5.53 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • नासिक : शाम 5:55 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • अहमदाबाद : शाम 6:00 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • सूरत : शाम 6:02 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • जामनगर : शाम 6:11 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • उज्जैन : शाम 5:47 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • पुणे : शाम 6:01 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • तिरुवनन्तपुरम : शाम 6:02 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • पणजी : शाम 6:06 बजे से शाम 6:18 बजे तक

  • जम्मू : शाम 5:35 बजे से शाम 6:18 बजे तक

मंदिर के कपाट क्यों बंद किए जाते हैं

शास्त्रों में चंद्र ग्रहण से जुड़े कई नियमों का उल्लेख किया गया है. मान्यता है कि पूजा-पाठ, भगवान की मूर्तियों का स्पर्श, ग्रहण के दौरान सोना वर्जित माना जाता है. ऐसे में इस दौरान मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं, वहीं घर में मौजूद पूजा स्थल को भी वस्त्र से या परदे लगा दिए जाते हैं. ऐसा इसलिए किया जाता है कि किसी भी ग्रहण के दौरान असुरीय शक्तियों का प्रभाव बढ़ जाता है और दैवीय शक्तियां कम होने लगती है. इसलिए ग्रहण काल में मौन अवस्था में मंत्रों का उच्चारण करना उचित होता है और भगवान को ध्यान करना चाहिए.

क्यों काला नजर आता है चांद

चंद्र ग्रहण में सूर्य की परिक्रमा के दौरान पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच आती है. इस दौरान चांद धरती की छाया से ढक जाता है या छिप जाता है, पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान सूर्य पृथ्वी और चंद्रमा एक दूसरे की सीध में आ जाते हैं. ऐसे में जब हम धरती से चांद देखते हैं तो वह काला नजर आता है.

साल 2023 में कब और कितने ग्रहण?

आज साल का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण लगेगा. इसके बाद अगले साल चार ग्रहण लगेगा. जिसमें 20 अप्रैल को सूर्य ग्रहण होगा, फिर 05 मई 2023 को उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा. इसके बाद 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण और 28 अक्टूबर को आंशिक चंद्र ग्रहण लगेगा.

58 महीने बाद ग्रस्तोदय चंद्रमा आएगा नजर

आज भारत में जब चंद्रमा उदित होगा वह ग्रस्तोदय चंद्रमा नजर आएगा, यानी ग्रहण लगा हुआ ही चंद्रमा उदित होगा. इससे पहले ग्रहस्तोदय चंद्र ग्रहण 31 जनवरी 2018 को हुआ था, यानी 58 महीने बाद अब यह चंद्रग्रहण फिर लगने जा रहा है.

नग्न आंखों से देख सकते हैं चंद्र ग्रहण

8 नवंबर को लगने जा रहे चंद्र ग्रहण देखने के इच्छुक हैं तो बता दें कि भारत के पूर्वी भाग के लोग पूर्ण चंद्र ग्रहण 2022 देख सकते हैं. भारत के अन्य सभी हिस्सों से आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जा सकता है. चंद्र ग्रहण 2022 को देखने के लिए किसी विशेष निर्देश का पालन करने की आवश्यकता नहीं है. आप चंद्र ग्रहण को अपनी नग्न आंखों से ही देख सकते हैं.

अपने शहर में जानें चंद्र ग्रहण का समय

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई एवं बेंगलुरु जैसे शहरों की बात करें, तो वहां पूर्णावस्था के अंत के बाद चांद निकलेगा. उस समय आंशिक ग्रहण चल रहा होगा. इन शहरों में चांद निकलने के समय से लेकर ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत तक की अवधि क्रमश: 50 मिनट, 18 मिनट, 40 मिनट और 29 मिनट की होगी.

चंद्र ग्रहण सूतक समय

द्रिक पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण सूतक सुबह 09:21 बजे शुरू होगा और सूतक काल शाम 06.18 बजे समाप्त होगा. सूर्य ग्रहण के दौरान 4 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है और चंद्र ग्रहण के दौरान ग्रहण से पहले 3 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है. सूर्योदय से सूर्योदय तक कुल 8 प्रहर होते हैं. इसलिए सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक मनाया जाता है.

भारत में यहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

आसाम, मेघालय, सिक्किम, अरूणाचल प्रदेश, नागालैण्ड़, मणिपुर मिजोरम, त्रिपुरा, बिहार, झारखण्ड़, पश्चिम बंगाल के अलावा भारत के पश्चिमी, उत्तरी-दक्षिणी के सभी अन्य क्षेत्रों में खण्डग्रास रूप में दृश्य होगा

प्रमुख शहरों में चंद्र ग्रहण का समय

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई एवं बेंगलुरु जैसे शहरों की बात करें, तो वहां पूर्णावस्था के अंत के बाद चांद निकलेगा. उस समय आंशिक ग्रहण चल रहा होगा. इन शहरों में चांद निकलने के समय से लेकर ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत तक की अवधि क्रमश: 50 मिनट, 18 मिनट, 40 मिनट और 29 मिनट की होगी.

इन राशियों के लिए लाभकारी होगा चंद्र ग्रहण

खबरों के अनुसार, 8 नवंबर 2022 को पड़ने जा रहे साल के आखिरी ग्रहण से 4 राशियों मिथुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ के लिए लाभकारी साबित होगा. वहीं 4 राशियों मेष, वृष, कन्या और मकर के लिए हानि के योग लेकर आ रहा है. इसके आलावा बाकी चार राशियों को ग्रहण के चलते मध्यम फल मिलेगा.

58 महीने बाद ग्रस्तोदय चंद्रमा आएगा नजर

आज भारत में जब चंद्रमा उदित होगा वह ग्रस्तोदय चंद्रमा नजर आएगा, यानी ग्रहण लगा हुआ ही चंद्रमा उदित होगा. इससे पहले ग्रहस्तोदय चंद्र ग्रहण 31 जनवरी 2018 को हुआ था, यानी 58 महीने बाद अब यह चंद्रग्रहण फिर लगने जा रहा है.

चंद्र ग्रहण के बाद क्या करें

  • ग्रहण समाप्त होने के बाद भी कुछ कार्य बताए गए हैं, इन्हें करने से ग्रहण का दोष दूर होता है-

  • ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करें.

  • जरूरतमंद व्यक्तियों को दान दें.

  • नया भोजन बनाकर खाएं, पहले से बने हुए भोजन न खाएं.

  • ऐसा ही पीने के पानी के साथ भी करें यानि पहले से रखा हुआ पानी न पीएं. फ्रेश पानी निकाल कर पीएं.

  • ग्रहण के दौरान पहले से पका कर रखे गए भोजन खाने से दोष लगता है.

चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाएं रखें खास ख्याल

  • गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. इसलिए ग्रहण के दौरान इन कार्यों को करने से बचना चाहिए.

  • ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं के शरीर पर ग्रहण से छन कर आने वाली रौशनी नहीं पड़नी चाहिए. इसलिए गर्भवती महिलाएं ग्रहण के समय घर से बाहर न निकलें.

  • ग्रहण लगने से पूर्व स्नान करना चाहिए.

  • ग्रहण के दौरान भगवान का स्मरण करना चाहिए.

  • अपने मन में नकारात्मक विचार नहीं रखने चाहिए.

  • तनाव और विवाद की स्थिति से बच कर रहें.

  • क्रोध और अहंकार न करें. खुद को बिल्कुल शांत रखें.

  • किसी भी तरह की धारदार चीजों इस्तेमाल या स्पर्श तक न करें.

  • ग्रहण के दौरान सूई-धागे का प्रयोग न करें.

  • ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप करना चाहिए.

  • ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोने से भी परहेज करना चाहिए.

चंद्र ग्रहण सूतक का समय

द्रिक पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण सूतक सुबह 09:21 बजे शुरू होगा और सूतक काल शाम 06.18 बजे समाप्त होगा. सूर्य ग्रहण के दौरान 4 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है और चंद्र ग्रहण के दौरान ग्रहण से पहले 3 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है. सूर्योदय से सूर्योदय तक कुल 8 प्रहर होते हैं. इसलिए सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक मनाया जाता है.

इन राशियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा चंद्रग्रहण

खबरों के अनुसार, 8 नवंबर 2022 को पड़ने जा रहे साल के आखिरी ग्रहण से 4 राशियों मिथुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ के लिए लाभकारी साबित होगा. वहीं 4 राशियों मेष, वृष, कन्या और मकर के लिए हानि के योग लेकर आ रहा है. इसके आलावा बाकी चार राशियों को ग्रहण के चलते मध्यम फल मिलेगा.

चंद्र ग्रहण कहां-कहां नजर आएगा (Lunar Eclipse Will be Visible)

आसाम, मेघालय, सिक्किम, अरूणाचल प्रदेश, नागालैण्ड़, मणिपुर मिजोरम, त्रिपुरा, बिहार, झारखण्ड़, पश्चिम बंगाल के अलावा भारत के पश्चिमी, उत्तरी-दक्षिणी के सभी अन्य क्षेत्रों में खण्डग्रास रूप में दृश्य होगा

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें

  • सूतक काल शुरू होने से पहले तुलसी का पत्ता तोड़कर रख लें, सूतक काल में तुलसी का पत्ता तोड़ना अशुभ माना जात है

  • खाने-पीने की सामाग्री में तुलसी का पत्ता डालकर रख दें, इससे ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता

  • ग्रहण काल में एकांत जगह में बैठकर भगवान शिव के गायत्री मंत्रों का जप करें

  • ग्रहण के दौरान दान आदि करना शुभ माना जाता है, संभव हो तो गरीब व जरूरतमंद को अनाज, फल, कंबल आदि दान करें

  • ग्रहण खत्म होने के बाद, गंगाजल डालकर स्नान करें

  • मंदिर के कपाट खोल दें, सभी देवी-देवताओं को गंगाजल से स्नान करवाएं

2023 में लगेगा आंशिक चंद्र ग्रहण

भारत से देखा जा सकने वाला अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण 7 सितंबर, 2025 को होगा, हालांकि अक्टूबर 2023 में, भारत से एक छोटा आंशिक ग्रहण देखा जाएगा.

प्रमुख शहरों में चंद्र ग्रहण का समय

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई एवं बेंगलुरु जैसे शहरों की बात करें, तो वहां पूर्णावस्था के अंत के बाद चांद निकलेगा. उस समय आंशिक ग्रहण चल रहा होगा. इन शहरों में चांद निकलने के समय से लेकर ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत तक की अवधि क्रमश: 50 मिनट, 18 मिनट, 40 मिनट और 29 मिनट की होगी.

चंद्र ग्रहण सूतक का समय

द्रिक पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण सूतक सुबह 09:21 बजे शुरू होगा और सूतक काल शाम 06.18 बजे समाप्त होगा. सूर्य ग्रहण के दौरान 4 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है और चंद्र ग्रहण के दौरान ग्रहण से पहले 3 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है. सूर्योदय से सूर्योदय तक कुल 8 प्रहर होते हैं. इसलिए सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक मनाया जाता है.

यहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

देश के पूर्वी हिस्सों से ग्रहण की पूर्णावस्था एवं आंशिक अवस्था दोनों दिखाई देगी. यह ग्रहण दक्षिणी अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर तथा प्रशांत महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा.

पटना में चंद्र ग्रहण का यह है समय

भारत में चंद्रग्रहण जब से देखा जाएगा उस वक्त कटा हुआ चांद दिखाई देगा जो धीरे-धीरे पूर्ण गोलाई के रूप में परिवर्तित हो जाएगा. पटना में शाम 5:09 से ही चंद्र ग्रहण दिखाई देना शुरू हो जाएगा.

नग्न आंखें से देख सकते हैं चंद्र ग्रहण

8 नवंबर को लगने जा रहे चंद्र ग्रहण देखने के इच्छुक हैं तो बता दें कि भारत के पूर्वी भाग के लोग पूर्ण चंद्र ग्रहण 2022 देख सकते हैं. भारत के अन्य सभी हिस्सों से आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जा सकता है. चंद्र ग्रहण 2022 को देखने के लिए किसी विशेष निर्देश का पालन करने की आवश्यकता नहीं है. आप चंद्र ग्रहण को अपनी नग्न आंखों से ही देख सकते हैं.

चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान

गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. इसलिए ग्रहण के दौरान इन कार्यों को करने से बचना चाहिए.

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं के शरीर पर ग्रहण से छन कर आने वाली रौशनी नहीं पड़नी चाहिए. इसलिए गर्भवती महिलाएं ग्रहण के समय घर से बाहर न निकलें.

ग्रहण लगने से पूर्व स्नान करना चाहिए.

ग्रहण के दौरान भगवान का स्मरण करना चाहिए.

अपने मन में नकारात्मक विचार नहीं रखने चाहिए.

तनाव और विवाद की स्थिति से बच कर रहें.

क्रोध और अहंकार न करें. खुद को बिल्कुल शांत रखें.

किसी भी तरह की धारदार चीजों इस्तेमाल या स्पर्श तक न करें.

ग्रहण के दौरान सूई-धागे का प्रयोग न करें.

ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप करना चाहिए.

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोने से भी परहेज करना चाहिए.

चंद्र ग्रहण सूतक काल

द्रिक पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण सूतक सुबह 09:21 बजे शुरू होगा और सूतक काल शाम 06.18 बजे समाप्त होगा. सूर्य ग्रहण के दौरान 4 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है और चंद्र ग्रहण के दौरान ग्रहण से पहले 3 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है. सूर्योदय से सूर्योदय तक कुल 8 प्रहर होते हैं. इसलिए सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक मनाया जाता है.

चंद्र ग्रहण क्या है?

चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया में चला जाता है. यह तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा अन्य दो के बीच पृथ्वी के साथ बिल्कुल या बहुत निकटता से जुड़े हों, जो कि पूर्णिमा की रात को ही हो सकता है जब चंद्रमा किसी भी चंद्र नोड के पास होता है.

भारत के अलावा इन जगहों में आयेगा नजर

देश के पूर्वी हिस्सों से ग्रहण की पूर्णावस्था एवं आंशिक अवस्था दोनों दिखाई देगी. यह ग्रहण दक्षिणी अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर तथा प्रशांत महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा.

चंद्र ग्रहण कहां-कहां दिखेगा

साल का आखिरी चंद्र भारत के कई हिस्सों में नजर आएगा, जो पूर्ण ग्रहण केवल पूर्वी भागों से दिखाई देगा कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची, गुवाहाटी में साल के इस अंतिम चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा.

2023 में दिखेगा आंशिक चंद्र ग्रहण

भारत से देखा जा सकने वाला अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण 7 सितंबर, 2025 को होगा, हालांकि अक्टूबर 2023 में, भारत से एक छोटा आंशिक ग्रहण देखा जाएगा.

नग्न आंखों से देख सकते हैं चंद्र ग्रहण

8 नवंबर को लगने जा रहे चंद्र ग्रहण देखने के इच्छुक हैं तो बता दें कि भारत के पूर्वी भाग के लोग पूर्ण चंद्र ग्रहण 2022 देख सकते हैं. भारत के अन्य सभी हिस्सों से आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जा सकता है. चंद्र ग्रहण 2022 को देखने के लिए किसी विशेष निर्देश का पालन करने की आवश्यकता नहीं है. आप चंद्र ग्रहण को अपनी नग्न आंखों से ही देख सकते हैं.

गर्भवती महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान

गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. इसलिए ग्रहण के दौरान इन कार्यों को करने से बचना चाहिए.

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं के शरीर पर ग्रहण से छन कर आने वाली रौशनी नहीं पड़नी चाहिए. इसलिए गर्भवती महिलाएं ग्रहण के समय घर से बाहर न निकलें.

ग्रहण लगने से पूर्व स्नान करना चाहिए.

ग्रहण के दौरान भगवान का स्मरण करना चाहिए.

अपने मन में नकारात्मक विचार नहीं रखने चाहिए.

तनाव और विवाद की स्थिति से बच कर रहें.

क्रोध और अहंकार न करें. खुद को बिल्कुल शांत रखें.

किसी भी तरह की धारदार चीजों इस्तेमाल या स्पर्श तक न करें.

ग्रहण के दौरान सूई-धागे का प्रयोग न करें.

ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप करना चाहिए.

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोने से भी परहेज करना चाहिए.

चंद्र ग्रहण सूतक काल का समय

द्रिक पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण सूतक सुबह 09:21 बजे शुरू होगा और सूतक काल शाम 06.18 बजे समाप्त होगा. सूर्य ग्रहण के दौरान 4 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है और चंद्र ग्रहण के दौरान ग्रहण से पहले 3 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है. सूर्योदय से सूर्योदय तक कुल 8 प्रहर होते हैं. इसलिए सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक मनाया जाता है.

भारत के अलावा यहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

देश के पूर्वी हिस्सों से ग्रहण की पूर्णावस्था एवं आंशिक अवस्था दोनों दिखाई देगी. यह ग्रहण दक्षिणी अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर तथा प्रशांत महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा.

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरू में चंद्र ग्रहण का समय

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई एवं बेंगलुरु जैसे शहरों की बात करें, तो वहां पूर्णावस्था के अंत के बाद चांद निकलेगा. उस समय आंशिक ग्रहण चल रहा होगा. इन शहरों में चांद निकलने के समय से लेकर ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत तक की अवधि क्रमश: 50 मिनट, 18 मिनट, 40 मिनट और 29 मिनट की होगी.

पंश्चिम बंगाल, कोलकाता, असम और गुवाहाटी

पश्चिम बंगाल के कोलकाता एवं असम के गुवाहाटी में चंद्र उदय के समय ग्रहण की पूर्णावस्था चल रही होगी. कोलकाता में चंद्रोदय के समय से लेकर पूर्णावस्था के अंत की अवधि 20 मिनट की होगी, जबकि ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत की अवधि 1 घंटा 27 मिनट की. गुवाहाटी में यह क्रमश: 38 मिनट और 1 घंटा 45 मिनट होगी.

रांची में चंद्र ग्रहण का समय

रांची में 8 नवंबर को शाम 5 बजकर 03 मिनट पर चंद्रोदय होगा, जबकि हजारीबाग में चंद्र उदय का समय 5 बजकर 02 मिनट बताया गया है. इस तरह रांची में 9 मिनट तक और हजारीबाग में 10 मिनट तक पूर्ण चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा.

पटना में चंद्र ग्रहण का समय

भारत में चंद्रग्रहण जब से देखा जाएगा उस वक्त कटा हुआ चांद दिखाई देगा जो धीरे-धीरे पूर्ण गोलाई के रूप में परिवर्तित हो जाएगा. पटना में शाम 5:09 से ही चंद्र ग्रहण दिखाई देना शुरू हो जाएगा.

कोलकाता और सिलीगुड़ी में चंद्र ग्रहण का समय

पश्चिम बंगाल के कोलकाता एवं असम के गुवाहाटी में चंद्र उदय के समय ग्रहण की पूर्णावस्था चल रही होगी. कोलकाता में चंद्रोदय के समय से लेकर पूर्णावस्था के अंत की अवधि 20 मिनट की होगी, जबकि ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत की अवधि 1 घंटा 27 मिनट की.

भारत में कहां-कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

साल का आखिरी चंद्र भारत के कई हिस्सों में नजर आएगा, जो पूर्ण ग्रहण केवल पूर्वी भागों से दिखाई देगा कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची, गुवाहाटी में साल के इस अंतिम चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा.

Chandra Grahan 2022: चंद्र ग्रहण के दौरान न करें ये काम

ज्योषित के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान पूजा न करें.

ग्रहण के समय मंदिर के कपाट को बंद रखें.

घर में रखे हुए खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते या कुश डाल दें.

खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल देने से भोजन पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है.

ग्रहण के समय भोजन न करें. (बच्चे, बीामर, बुजुर्गों के लिए लागू नहीं)

गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान बाहर न निकलें.

ग्रहण के सोने से परहेज करें.

भगावान का नाम जपें.

ग्रहण समाप्ति के बाद पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें

पूरे घर में गंगा जल का छिड़कें.

चंद्र ग्रहण भारत के अलावा कहां दिखेगा?

भारत के पूर्वी भाग में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा और अन्य राज्यों में आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा. भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा, ब्राजील, यूरोप और दक्षिणी अमेरिका जैसे अन्य देश भी 8 नवंबर 2022 को चंद्र ग्रहण देख सकेंगे.

चंद्र ग्रहण क्या है?

चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया में चला जाता है. यह तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा अन्य दो के बीच पृथ्वी के साथ बिल्कुल या बहुत निकटता से जुड़े हों, जो कि पूर्णिमा की रात को ही हो सकता है जब चंद्रमा किसी भी चंद्र नोड के पास होता है.

चंद्र ग्रहण सूतक काल का समय

द्रिक पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण सूतक सुबह 09:21 बजे शुरू होगा और सूतक काल शाम 06.18 बजे समाप्त होगा. सूर्य ग्रहण के दौरान 4 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है और चंद्र ग्रहण के दौरान ग्रहण से पहले 3 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है. सूर्योदय से सूर्योदय तक कुल 8 प्रहर होते हैं. इसलिए सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक मनाया जाता है.

इन राशियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा चंद्रग्रहण

शास्त्रों के अनुसार, 8 नवंबर 2022 को पड़ने जा रहे साल के आखिरी ग्रहण से 4 राशियों मिथुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ के लिए लाभकारी साबित होगा. वहीं 4 राशियों मेष, वृष, कन्या और मकर के लिए हानि के योग लेकर आ रहा है. इसके आलावा बाकी चार राशियों को ग्रहण के चलते मध्यम फल मिलेगा.

2023 में दिखेगा आंशिक चंद्र ग्रहण

भारत से देखा जा सकने वाला अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण 7 सितंबर, 2025 को होगा, हालांकि अक्टूबर 2023 में, भारत से एक छोटा आंशिक ग्रहण देखा जाएगा.

आसरकारी होगा चंद्रग्रहण

ज्योतिषशात्र के अनुसार, ग्रह-नक्षत्रों के परिवर्तन की तरह ग्रहण का असर भी सभी राशियों पर देखने को मिलता है, चाहे यह सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण. ग्रुहण के बाद आने वाले करीब एक महीने तक का समय बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. जो आइए जानते हैं कि आने वाला समय ग्रहण के प्रभाव के चलते किन राशियों के जातकों को लाभ और किन राशियों के लिए हानि के योग बना रहा है.

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