मौसम में बदलाव कर सकता है आपको बीमार, जानें बचाव का तरीका
इस समय मौसम में हो रहे बदलाव लगातार जारी है. ऐसे में तबियत खराब होना काफी आम हो गया है. आज हम आपको बताने वाले हैं कि मौसम में हो रहे बदलाव के दौरान होने वाली बीमारियों से आप खुद को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं. तो चलिए डीटेल से जानते हैं.
मौसम में हो रहे बदलाव लगातार जारी हैं. तापमान भी लगातार बदल रहा है. कभी तेज धुप तो कभी तेज तो कभी घने बादल. बीच-बीच में बारिश भी हो रही है. ऐसे बदलते मौसम में तबीयत खराब होना भी काफी आम समस्या बन गया है. इस तरह लगातार मौसम में बदलाव होने की वजह से हमारे बीमार होने की जो संभावना है वह काफी हद तक बढ़ जाती है. ऐसे में हम हमें अलर्ट रहने की काफी ज्यादा जरुरत है. अगर हम अलर्ट न रहें तो इसका सीधासर हमारे सेहत पर पड़ेगा और हम बीमार भी हो सकते हैं. आज हम इस आर्टिकल में आपको बताने वाले हैं कि आखिर आप किस तरह इस बदलते हुए मौसम में खुद को सुरक्षित रखने के साथ मौसमी बीमारियों से रख सकते हैं. तो चलिए इनके बारे में डीटेल से जानते हैं.
एलर्जी से खुद को रखें सुरक्षित
मौसम में लगातर हो रहे बदलाव के दौरान बढ़ते प्रदुषण से एलर्जी के चान्सेज काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं.इन सभी कारणों से भले ही आपको एलर्जी न हो लेकिन उन लोगों के लिए ये काफी परेशानी से भरा हो सकता है जो एलर्जी जैसी समस्या से लगातार गुजरते रहते हैं. मौसम में बदलाव के दौरान हो रहे एलर्जी की वजह से कई लोगों में सर्दी-खांसी जैसी समस्या आम बात है. तापमान में उतार-चढ़ाव की वजह से शरीर में एलर्जी उत्पन्न करने वाले केमिकल्स एक्टिव हो जाते हैं. इस दौरान सर्दी खांसी और स्किन से जुड़ी समस्या काफी आम बात हो जाती है. मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के दौरान अस्थमा की समस्या भी काफी ज्यादा देखने को मिल जाती है जिस वजह से इस दौरान हमारे लिए खुद को सुरक्षित रखना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है.
एलर्जी से खुद को कैसे रखें सुरक्षित
मौसम में बदलाव के दौरान होने वाले एलर्जी से अगर आप खुद को बचा कर रखना चाहते हैं तो आपके लिए कई बातों का ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है. सबसे पहली बात आपको अचानक से अपने गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करना बंद नहीं करना चाहिए. ऐसा इसलिए हैं क्योंकि लगातार तापमान में हो रहे बदलाव से आपका शरीर एडजस्ट नहीं हो पाता है. मौसम में बदलाव के दौरान अगर आप खुद का ध्यान नहीं रखते हैं तो ऐसे में आपके बीमार होने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है.
मौसम में बदलाव के दौरान सांस लेने में समस्या
मौसम में बदलाव के दौरान रेस्पिरेटरी संक्रमण फैलने की संभावना भी काफी बढ़ जाती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें रेस्पिरेटरी संक्रमण दो तरह के होते हैं. पहला, वायरल निमोनिया जिसे आम भाषा में हम इंफ्लूएंजा या फिर फ्लू के नाम स जानते हैं और दूसरा कम्युनिटी एक्वायर्ड निमोनिया या फिर बैक्टीरियल निमोनिया के नाम से जाना जाता है. छोटे बच्चों और बुजुर्गों को इस दौरान सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है. जिन लोगों को अस्थमा या किडनी की समस्या रहती है उन लोगों में कई गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते हैं. परेशानी अगर ज्यादा बढ़ जाए तो कई बार अस्पताल में भर्ती होने की नौबत भी आ सकती है.
Also Read: हजार में नौ बच्चों को पैदाइशी दिल की बीमारी, अगर नवजात में असामान्य लक्ष्ण दिखे तो करें यह काम…
खुद को कैसे रखें सुरक्षित
बदलते मौसम के दौरान अगर आप इस तरह की कोई भी समस्या हो तो जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाएं. आपको इस बात की जांच भी करवा लेनी चाहिए कि जो संक्रमण है वह वायरल है या फिर बैक्टीरियल. आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आप अपनी मर्जी से कोई भी दवाई का सेवन न करें. बता दें अगर आपकी समस्या लंग्स से जुड़ी हुई है तो ऐसे में डॉक्टर इस बात का फैसला करेंगे कि आपको एंटीवायरल की जरूरत है या एंटीबायोटिक की. अगर आपको फीवर के साथ इन्फेक्शन के कुछ अन्य लक्षण जैसे सांस लेने में दिक्कत और गाढ़ा पीला बलगम दिखाई दे तो ऐसे में तुरंत ही डॉक्टर की सलाह लें.