Chhath Puja 2022, Kharna Prasad Recipe: ऐसे बनाएं छठ के खरना पूजा की गुड़ की खीर का प्रसाद

Chhath Puja 2022, Kharna Prasad Recipe: छठ पर्व (Chhath Parva) के दूसरे दिन महिलाएं खरना के साथ निर्जला व्रत रखती हैं. खरना (Kharna) में गुड़ और चावल की खीर ‘रसिया’ बनाकर भोग लगाया जाता है. तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं छठी मईया को प्रसन्न करने के लिए प्रसाद में कैसे बनाएं गुड़ की खीर.

By Shaurya Punj | October 29, 2022 1:02 PM
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Chhath Puja 2022, Kharna Prasad Recipe:  छठ पर्व की शुरूआत हो चुकी है. 4 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में डूबते और उगते सूर्य को अर्घ दिया जाता है. छठ पर्व पर सूर्यदेव का पूजन कर उन्हें अर्घ्य दिया जाता है.  छठ पर्व (Chhath Parva) के दूसरे दिन महिलाएं खरना के साथ निर्जला व्रत रखती हैं. खरना (Kharna) में गुड़ और चावल की खीर ‘रसिया’ बनाकर भोग लगाया जाता है.  ये खीर सेहत के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ काफी स्वादिष्ट भी होती है. तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं छठी मईया को प्रसन्न करने के लिए प्रसाद में कैसे बनाएं गुड़ की खीर.

रसियाव बनाने के लिए चाहिए यह सामग्री

चावल-आधा कप (व्रत वाले)
गुड़-150 ग्राम
दूध-1 लीटर
बादाम-2 चम्मच (बारीक कटा हुआ)
काजू-2 चम्मच (बारीक कटा हुआ)
किशमिश-2 चम्मच (बारीक कटा हुआ)
इलायची पाउडर-1 चम्मच

रसियाव बनाने की विधि

  • रसियाव बनाने के लिए सबसे पहले गुड़ को बारीक तोड़ लें. इसके बाद मेवे को बारीक काट लें.

  • इसके बाद चावल धोकर 2 घंटा भिगोकर रख दें.

  • अब गैस पर बड़ा बर्तन रख दें और उसमें दूध डालें.

  • इसके बाद जब दूध में उबाल आ जाएं तो इसमें चावल डाल दें.

  • फिर गैस का आंच कम करके इसे चलाते रहें.

  • फिर थोड़ी देर बाद 2 चम्मच पानी और गुड़ डालकर इसे गर्म होने दें.

  • जब गुड़ी खीर में मिल जाएं तो गैस बंद कर दें.

  • ऊपर से मेवा डालकर इसे मिक्स कर दें.

  • आखिर में गुड़ को छलनी से छानकर इसे खीर में मिला दें.

  • आपकी गुड़ की खीर यानी रसियाव तैयार है.

मुख्यत: बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है छठ

वैसे तो यह त्योहार मुख्य तौर पर बिहार (Bihar), झारखंड (Jharkhand) और पूर्वी उत्तर (Eastern Uttar Pradesh) प्रदेश में मनाया जाता है. छठ में प्रकृति की पूजा की जाती है और  व्रती उगते और डूबते डुए सूर्य को अर्घ्य देकर उनकी आराधना करती हैं. यह त्योहार दिवाली के 6 दिन बाद मनाया जाता है.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की prabhatkhabar.com पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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