Chhath Puja 2023 Live: छठ घाट पर पहुंचे व्रती, अब उगते सूर्य को अर्घ्य देने का इंतजार, जानें कब होगा सूर्योदय

Chhath puja 2023 live : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज आखिरी दिन है. छठ महापर्व करने वाले व्रतियों ने छठ घाटों पर पहुंचकर पूजा अर्चना कर रहे है. सभी व्रती भगवान सूर्य की आराधाना कर रहे है. इस दौरान देश भर के अलग-अलग छठ घाटों पर आस्था का श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा है. अब सभी व्रती उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए इंतजार कर रहे है. छठ घाट पर पूजन कर व्रती सुख समृद्धि के लिए छठी मईया से प्रार्थना कर रहे है . आज सुबह सूर्योदय के समय 6 बजकर 46 मिनट पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर महापर्व के व्रत का पारण किया जाएगा. छठ पूजा के समय यहा पढ़ें पूरी आरती...

By Radheshyam Kushwaha | November 20, 2023 3:45 AM
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मुख्य बातें

Chhath puja 2023 live : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज आखिरी दिन है. छठ महापर्व करने वाले व्रतियों ने छठ घाटों पर पहुंचकर पूजा अर्चना कर रहे है. सभी व्रती भगवान सूर्य की आराधाना कर रहे है. इस दौरान देश भर के अलग-अलग छठ घाटों पर आस्था का श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा है. अब सभी व्रती उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए इंतजार कर रहे है. छठ घाट पर पूजन कर व्रती सुख समृद्धि के लिए छठी मईया से प्रार्थना कर रहे है . आज सुबह सूर्योदय के समय 6 बजकर 46 मिनट पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर महापर्व के व्रत का पारण किया जाएगा. छठ पूजा के समय यहा पढ़ें पूरी आरती…

लाइव अपडेट

Chhath puja 2023 live :  अर्घ्य देने की विधि

आज सुबह शूप में केला, सेव, नारियल, नारंगी, नाशपाती आदि सजाकर नदी, तालाबों, झरना, या कृत्रिम जलाशय के पानी में घुसकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे. आज सुबह सूर्योदय के समय 6 बजकर 46 मिनट पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर महापर्व के व्रत का पारण किया जाएगा.

Chhath puja 2023 live : अब उगते सूर्य को अर्घ्य देने का इंतजार

छठ महापर्व के अंतिम दिन उदीयमान सूर्य और छठी मईया को उषाकालीन अर्घ्य अर्पित करने के साथ चार दिवसीय इस पर्व का समापन हो जायेगा. पूजा अर्चना के बाद प्रसाद ग्रहण कर छठ व्रती पारण करेंगे और अपना 36 घंटे का कठोर निर्जला उपवास समाप्त करेंगे.

Chhath puja 2023 live : प्रकृति के देवता सूर्य की उपासना की

श्रद्धालुओं ने छठ पूजा के तीसरे दिन विधि विधान से अस्ताचलगामी सूर्य को सांध्य अर्घ्य अर्पित किया श्रद्धालुओं ने कमर भर पानी में खड़े होकर प्रकृति के देवता सूर्य की उपासना की और उनसे आशीर्वाद मांगा छठ घाटों पर श्रद्धालुओं ने भगवान भाष्कर को सांध्य अर्घ्य अर्पित किया

Surya Dev ki Aarti: सूर्य देव की आरती

ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।

जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।

धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय सूर्य भगवान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

सारथी अरुण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमलधारी। तुम चार भुजाधारी।।

अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटि किरण पसारे। तुम हो देव महान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

ऊषाकाल में जब तुम, उदयाचल आते। सब तब दर्शन पाते।।

फैलाते उजियारा, जागता तब जग सारा। करे सब तब गुणगान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

संध्या में भुवनेश्वर अस्ताचल जाते। गोधन तब घर आते।।

गोधूलि बेला में, हर घर हर आंगन में। हो तव महिमा गान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

देव-दनुज नर-नारी, ऋषि-मुनिवर भजते। आदित्य हृदय जपते।।

स्तोत्र ये मंगलकारी, इसकी है रचना न्यारी। दे नव जीवनदान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

तुम हो त्रिकाल रचयिता, तुम जग के आधार। महिमा तब अपरम्पार।।

प्राणों का सिंचन करके भक्तों को अपने देते। बल, बुद्धि और ज्ञान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

भूचर जलचर खेचर, सबके हों प्राण तुम्हीं। सब जीवों के प्राण तुम्हीं।।

वेद-पुराण बखाने, धर्म सभी तुम्हें माने। तुम ही सर्वशक्तिमान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

पूजन करतीं दिशाएं, पूजे दश दिक्पाल। तुम भुवनों के प्रतिपाल।।

ऋतुएं तुम्हारी दासी, तुम शाश्वत अविनाशी। शुभकारी अंशुमान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।

जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।स्वरूपा।।

धरत सब ही तव ध्यान,

।।ॐ जय सूर्य भगवान।।

Chhath puja 2023 live : Chhath Puja Aarti: छठ मईया की आरती

जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

अमरुदवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

शरीफवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

सभे फलवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

Chhath puja 2023 live : सूर्य देव को कैसे दें अर्घ्य?

छठ पूजा में सूर्यदेव की पूजा और उन्हें अर्घ्य देने का विशेष महत्व होता है. इस दिन सभी पूजन सामग्री को बांस की टोकरी में रख लें. नदी, तालाब या जल में प्रवेश करके सबसे पहले मन ही मन सूर्य देव और छठी मैया को प्रणाम करें. इसके बाद सूर्य देव और अर्घ्य दें.

Chhath puja 2023 live : अर्घ्य देते समय इन मंत्रों का करें जाप

ॐ मित्राय नम:, ॐ रवये नम:

ॐ सूर्याय नम:

ॐ भानवे नम:

ॐ खगाय नम:

ॐ घृणि सूर्याय नम:

ॐ पूष्णे नम:

ॐ हिरण्यगर्भाय नम:

ॐ मरीचये नम:

ॐ आदित्याय नम:

ॐ सवित्रे नम:

ॐ अर्काय नम:

ॐ भास्कराय नम:

ॐ श्री सवितृ सूर्यनारायणाय नम:

Chhath Puja 2023 Live: सूर्य को जल चढ़ाने का सही तरीका क्या है?

सूर्य देव को जल अर्पित करते समय कुछ चीजों को मिलाना जरूरी होता है, जिसमें अक्षत, रोली, फूल, गंगाजल आदि शामिल है. सूर्य देव को जल अर्पित करते समय 'ऊं आदित्य नम:' मंत्र का जाप करते रहना चाहिए. सूर्य देव को जल चढ़ाने के बाद जो जल जमीन पर गिरता है उसे अपने माथे पर लगा लें.

पहिले पहिल हम कईनी, छठी मईया व्रत तोहर...

पहिले पहिल हम कईनी, छठी मईया व्रत तोहर, छठी मईया व्रत तोहर ||

करिहा क्षमा छठी मईया, भूल-चूक गलती हमार, भूल-चूक गलती हमार ||

गोदी के बलकवा के दिहा, छठी मईया ममता-दुलार, छठी मईया ममता-दुलार ||

पिया के सनईहा बनईहा, मैया दिहा सुख सार, मैया दिहा सुख सार ||

नारियल केरवा घवदवा, साजल नदिया किनार, साजल नदिया किनार ||

सुनिहा अरज छठी मैया, बढ़े कुल परिवार, बढ़े कुल परिवार ||

घाट सजवली मनोहर, मैया तोरा भगती अपार, मैया तोरा भगती अपार ||

लिहि ए अरग हे मैया, दिहीं आशीष हजार, दिहीं आशीष हजार ||

पहिले पहिल हम कईनी, छठीमैया बरत तोहर, छठीमैया व्रत तोहर ||

करिहा क्षमा छठी मईया, भूल-चूक गलती हमार, भूल-चूक गलती हमार, भूल-चूक गलती हमार"।।

Chhath Puja 2023 Live: अस्ताचलगामी सूर्य की पूजा का विशेष महत्व

अस्ताचलगामी सूर्य अपनी दूसरी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं, जिनको अर्घ्य देना तुरंत प्रभावशाली होता है, जो लोग अस्ताचलगामी सूर्य की उपासना करते हैं, उन्हें प्रातःकाल की उपासना भी जरूर करनी चाहिए.

Chhath Puja 2023 Live: पटना में कब होगा सूर्यअस्त और सूर्योदय

19 नवंबर 2023 दिन रविवार

सूर्यास्त: 05 बजे

20 नवंबर 2023 दिन सोमवार

सूर्योदय 06 बजकर 10 मिनट पर

Chhath Puja 2023 Live: लखनऊ में कब होगा सूर्यअस्त और सूर्योदय

19 नवंबर 2023 दिन रविवार

सूर्यास्त: 05 बजकर 15 मिनट

20 नवंबर 2023 सोमवार

सूर्योदय 06 बजकर 29 मिनट पर

Chhath Puja 2023 Live: अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के नियम

आज छठ पूजा घाट पर की जाएगी. छठ माता की पूजा करने के साथ ही सूर्य देव को अर्घ्य देने का विधान है. एक लोटे में जल लेकर उसमें कुछ बूंदें कच्चा दूध मिलाएं, इसी पात्र में लालचन्दन, चावल, लालफूल और कुश डालकर प्रसन्न मन से सूर्य की ओर मुख करके कलश को छाती के बीचों-बीच लाकर सूर्य मंत्र का जप करते हुए जल की धारा धीरे-धीरे प्रवाहित कर भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर पुष्पांजलि अर्पित करना चाहिए.

Chhath Puja 2023 Live: इन बातों का रखें विशेष ध्यान

आज घर घर में छठ पूजा का प्रसाद तैयार किया जा रहा है, छठ पूजा में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. छठ पूजा के समय प्रसाद में इस्तेमाल होने वाले सभी चीजों की अच्छे से सफाई करनी चाहिए, इन अनाजों को घर पर ही धोकर, कूटकर और पीसकर बनाया जाता है.

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा में कौन से देवता की पूजा होती है?

आज भगवान सूर्य और छठी माता की पूजा-अर्चना की जाती है. छठ पूजा करने से षष्ठी देवी संतान की प्राप्ति, संतान की दीर्घायु, संतान की कुशलता प्राप्त होती है. हिन्दु समाज में जब बच्चा जन्म लेता है और बच्चे के जन्म के छठे दिन मनाई जाने वाली छठी पर भी षष्ठी देवी की ही पूजा की जाती है.

Chhath Puja 2023 Live: सूर्य देव को अर्घ्य देने के नियम

  • छठ पूजा में सूर्यदेव को अर्घ्य देने का विशेष महत्व है.

  • आज छठ घाट जाने से पहले सभी पूजन सामग्री को बांस की टोकरी में रख लें.

  • नदी, तालाब या जल में प्रवेश करके सबसे पहले मन ही मन सूर्य देव और छठी मैया को प्रणाम करें.

  • इसके बाद सूर्य देव और अर्घ्य दें.

  • सूर्य को अर्घ्य देते समय ॐ सूर्याय नम: इस मंत्र का उच्चारण करें.

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा 2023 पर संध्या अर्घ्य का समय

छठ पूजा का तीसरा दिन बेहद खास होता है. आज संध्या अर्घ्य का होता है. आज व्रती घाट पर आते हैं और डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं. आज यानी 19 नवंबर को सूर्यास्त शाम 05 बजकर 26 मिनट पर होगा, इस समय लोग सूर्य को अर्घ्य देंगे.

Chhath Puja 2023 Live: शाम को अर्घ्य का समय

छठ महापर्व की पूजा का आज तीसरा दिन हैं. आज व्रती छठ घाट पर पूजन कर डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं. आज 19 नवंबर को सूर्यास्त शाम 5 बजकर 26 मिनट पर होगा.

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा सामग्री

छठ पूजा के लिए गन्ना, पानी वाला नारियल, अक्षत, पीला सिंदूर, दीपक, घी, बाती, कुमकुम, चंदन, धूपबत्ती, कपूर दीपक, अगरबत्ती, माचिस, फूल, हरे पान के पत्ते, साबुत सुपाड़ी, शहद के अलावा, हल्दी, मूली और अदरक का हरा पौधा, बड़ा वाला मीठा नींबू, शरीफा, केला और नाशपाती, शकरकंदी, सुथनी, मिठाई, गुड़, गेंहू, चावल का आटा और घी छठी मईया की पूजा के लिए जरूरी माना गया है.

... सुन ही अराधना हमार हे छठी मइया

सुन ही अराधना हमार हे छठी मइया,... कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकित जाय, ..केरवा जे फरेला घवध से ओह पर सुगा मडराय,... उगही सुरजदेव भइल विसहरिया, ... कोपी‐कोपी बोलले गीत और आकर्षक रंग बिरंगी सजावट के साथ गलियो और मोहल्ला छटा बिखर रही है.

आज अस्ताचलगामी और कल उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे व्रती

आज रविवार को अर्घ्य देने का समय शाम पांच बजे से 5.22 बजे से पहले और सोमवार की सुबह में छह बजे से लेकर 6.39 बजे से पहले तक है. मान्यता है कि सूर्य षष्ठी का व्रत आरोग्यता, सौभाग्य व संतान के लिए किया जाता है. मानसिक शांति व जीवन में उन्नति होती है.

Chhath Puja 2023 Live: अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य

अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य : केवल छठ में ही अस्ताचलगामी यानी डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का प्रावधान है. ऐसी मान्यता है कि सायंकाल में सूर्यदेव और उनकी पत्नी देवी प्रत्युषा की भी उपासना की जाती है. जल में खड़े होकर सूप में फल, ठेकुआ रख कर अर्घ्य देने की परंपरा है.

Chhath Puja 2023 Live:खरना का अनुष्ठान

छठ महापर्व के दूसरे दिन आज खरना का अनुष्ठान सम्पन्न हुआ. सूर्य भगवान को गुड़ की खीर का भोग चढ़ा कर व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण किया और प्रसाद का वितरण किया . इसके साथ 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो गया छठ पूजा के तीसरे दिन शाम को अस्ताचलगामी भगवान भाष्कर को छठ व्रती अर्घ्य अर्पित करते हैं. सूर्योपासना के चौथे दिन उगते हुए सूर्य को यानी की उदीयमान सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया जाता है.

Chhath Puja 2023 Live: chhath puja suryoday time छठ पूजा सूर्योदय का समय

  • बोकारो में 6:03 बजे

  • चतरा में 6:09 बजे

  • देवघर में 6:02 बजे

  • धनबाद में 6:02 बजे

  • दुमका में 5:59 बजे

  • पूर्वी सिंहभूम में 5:59 बजे

  • गढ़वा में 6:13 बजे

  • गिरिडीह में 6:03 बजे

  • गोड्डा में 6:01 बजे

  • गुमला में 6:08 बजे

  • हजारीबाग में 6:06 बजे

  • जामताड़ा में 6:01 बजे

  • खूंटी में 6:05 बजे

  • कोडरमा में 6:06 बजे

  • लातेहार में 6:09 बजे

  • लोहरदगा में 6:08 बजे

  • पाकुड़ में 5:59 बजे

  • पलामू में 6:11 बजे

  • रामगढ़ में 6:05 बजे

  • रांची में 6:06 बजे

  • साहिबगंज में 5:59 बजे

  • सरायकेला-खरसावां में 6:02 बजे

  • सिमडेगा में 6:08 बजे

  • पश्चिमी सिंहभूम में 6:03 बजे

Chhath Puja 2023 Live: chhath puja suryast time|छठ पूजा सूर्यास्त का समय

  • बोकारो में 4:59 बजे

  • चतरा में 5:03 बजे

  • देवघर में 4:55 बजे

  • धनबाद में 4:58 बजे

  • दुमका में 4:54 बजे

  • पूर्वी सिंहभूम में 5:00 बजे

  • गढ़वा में 5:08 बजे

  • गिरिडीह में 4:58 बजे

  • गोड्डा में 4:53 बजे

  • गुमला में 5:07 बजे

  • हजारीबाग में 5:02 बजे

  • जामताड़ा में 4:56 बजे

  • खूंटी में 5:04 बजे

  • कोडरमा में : 5:00 बजे

  • लातेहार में 5:06 बजे

  • लोहरदगा में : 5:05 बजे

  • पाकुड़ में 4:51 बजे

  • पलामू में 5:06 बजे

  • रामगढ़ में 5:02 बजे

  • रांची में 5:03 बजे

  • साहिबगंज में 4:51 बजे

  • सरायकेला-खरसावां में 5:01 बजे

  • सिमडेगा में 5:04 बजे

  • पश्चिमी सिंहभूम में 5:04 बजे

Chhath Puja 2023 Live: 19 नवंबर को सुबह में कोहरा या धुंध छाया रहेगा

भारत मौसम विज्ञान केंद्र (आईएमडी) के रांची स्थित मौसम केंद्र ने बताया है कि 19 नवंबर (रविवार) को सुबह में कोहरा या धुंध छाया रहेगा. बाद में आसमान साफ हो जाएगा. मौसम के शुष्क रहने का अनुमान जताया गया है. यानी बारिश नहीं होगी. आसमान में बादल भी नहीं दिखेंगे. हालांकि, 20 दिसंबर (सोमवार) को आसमान में आंशिक बादल छाए रहने का अनुमान मौसम केंद्र ने जताया है. सुबह में भी कोहरा या धुंध रह सकता है. दिन में मौसम शुष्क रहेगा

Chhath Puja 2023 Live: खरना अनुष्ठान के बाद अगले दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य

खरना अनुष्ठान के बाद अगले दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य और उसके अगले दिन सुबह में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन हो जाता है. छठ घाट पर ही छठव्रती हवन करते हैं और उसके बाद प्रसाद का वितरण करते हैं. घाट से लौटने के बाद घर में पूजन के बाद वह अपना 36 घंटे का निर्जला उपवास तोड़ते हैं. इसलिए छठ महापर्व के दौरान सूर्यास्त और सूर्योदय के समय का बड़ा महत्व होता है.

Chhath Puja 2023 Live: इन मंत्रों का करें जाप

ॐ मित्राय नम:, ॐ रवये नम:

ॐ सूर्याय नम:

ॐ भानवे नम:

ॐ खगाय नम:

ॐ घृणि सूर्याय नम:

ॐ पूष्णे नम:

ॐ हिरण्यगर्भाय नम:

ॐ मरीचये नम:

ॐ आदित्याय नम:

ॐ सवित्रे नम:

ॐ अर्काय नम:

ॐ भास्कराय नम:

ॐ श्री सवितृ सूर्यनारायणाय नम:

Chhath Puja 2023 Live: Chhath Puja Samagri List: छठ पूजा सामग्री लिस्ट

प्रसाद रखने के लिए बांस की दो तीन बड़ी टोकटी, सूप, बांस या पीतल के बने 3 सूप, लोटा, थाली, दूध, जल के लिए ग्लास, चावल, सिंदूर, धूप, बड़ा दीपक, पानी वाला नारियल, गन्ना जिसमें पत्ता लगा हो, सुथनी, शकरकंदी, हल्दी और अदरक का पौधा, नाशपाती, बड़ा वाला मीठा नींबू , शहद की डिब्बी, पान, साबुत सुपारी, कैटाव, कपूर, कुमकुम, चन्दन, मिठाई, दीपक, घी-बाती, बड़ा वाला मीठा नींबू, शटीफा, अरबी, शरीफा समेत अन्य फल.

Chhath Puja 2023 Live: भगवान सूर्य की मानस बहन हैं षष्ठी देवी

 षष्ठी देवी भगवान सूर्य की मानस बहन हैं. यही कारण है की भगवान भास्कर के साथ उनकी बहन षष्ठी देवी की पूजा होती है. प्रकृति के षष्टम अंश से षष्ठी माता उत्पन्न हुई हैं. उन्हें बालकों की रक्षा करने वाले भगवान विष्णु द्वारा रची माया भी माना जाता है. बालक के जन्म के छठे दिन भी षष्ठी मईया की पूजा की जाती है. षष्ठी देवी को देवसेना भी कहा गया है.

Chhath Puja 2023 Live: उत्तराषाढ़ा नक्षत्र व सर्वार्थसिद्धि योग में खरना

 कार्तिक शुक्ल पंचमी यानी शनिवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र व सर्वार्थसिद्धि योग में खरना या लोहंडा में व्रती पूरे दिन का उपवास कर देर शाम भगवान भास्कर की पूजा कर प्रसाद ग्रहण करेंगी. खरना का प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रती 36 घंटे का निर्जला अनुष्ठान का संकल्प लेंगी. षष्ठी यानी रविवार (19 नवंबर) की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया जायेगा. अनुष्ठान के अंतिम दिन सप्तमी सोमवार 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घदेकर आयु- आरोग्यता, यश का आशीर्वाद लेंगे.

Chhath Puja 2023 Live: अर्घ्य का समय

बोकारो में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 4 बजकर 59 मिनट

20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्याेदय 6 बजकर 3 मिनट पर होगा.

चतरा : 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 5 बजकर 3 मिनट

20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्याेदय 6 बजकर 9 मिनट पर होगा.

Chhath Puja Arghya Timing: कब दें शाम-और सुबह का अर्घ्य, झारखंड के जिलों का जानें सूर्यास्त और सूर्योदय समय

Chhath Puja 2023 Live: अर्घ्य का समय

छठ महापर्व की पूजा का तीसरा दिन 19 नवंबर को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर होगा. इस दिन छठ पर्व की मुख्य पूजा होती है. तीसरे दिन व्रत रखने वाले और उनके परिवारीजन घाट पर पहुंचते हैं. सुशोभिता पर पूजन कर डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं. 19 नवंबर 2023 दिन रविवार को सूर्यास्त शाम 5 बजकर 26 मिनट पर होगा. चौथे और अंतिम दिन 20 नवंबर की सुबह सूर्योदय के समय 6 बजकर 46 मिनट पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर महापर्व के व्रत का पारण किया जाएगा.

Chhath Puja 2023 Live: खरना पूजा विधि

आज से व्रतधारियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाएगा.

महिलाएं आज शाम को पूजा करने के बाद 36 घंटे के लिए निर्जला उपवास रखेंगी.

शाम के समय घी लगी रोटी, गूड़ की खीर, और फल से भगवान का भोग लगाया जाता है.

भोग लगाने के बाद महिलाएं यह प्रसाद के तौर पर ग्रहण करती हैं.

इसके बाद से उनका 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है.

यह उपवास चौथे दिन सूर्य को अर्घ्य देने के बाद समाप्त होता है.

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा के नियम

  • छठ पूजा में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखते हैं.

  • छठ पूजा करने वाले को निर्जला व्रत रखना जरूरी है.

  • खरना के दिन सूर्योदय से सूर्यास्त कुछ भी नहीं खाते हैं. सूर्यास्त के बाद पूजा करते हैं और गुड़-चावल से बनी खीर, रोटी या गुड़-रोटी खाते हैं.

  • खरना के चंद्रास्त के बाद से निर्जला व्रत रखते हैं.

  • षष्ठी तिथि को डूबते सूर्य को और सप्तमी को उगते सूर्य को अर्घ्य देते हैं.

  • उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही पारण करते हैं.

Chhath Puja 2023 Live: प्रसाद बनाते समय चखने की भूल न करें

छठ पूजा का प्रसाद बेहद पवित्र होता है, इसे बनाते समय भूलकर भी इसे जूठा न करें, इसके साथ ही इसे बनाने से पहले भी कुछ भी न खाएं. अपने हाथों को भी साफ रखें. याद रखें कि, प्रसाद बनाने वाली जगह एक दम स्वच्छ हों.

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा का मुख्य प्रसाद

छठ पूजा का मुख्य प्रसाद केला और नारियल होता है. इस पर्व का महाप्रसाद ठेकुवा को कहा जाता है. यह ठेकुवा आटा, गुड़ और शुद्ध घी से बनाया जाता है, जो कि काफी प्रसिद्ध है, इसके अलावा सभी प्रकार के फल पूजा में शामिल करने का विधान है.

Chhath Puja 2023 Live: आज से शुरू होगा 36 घंटे का निराहार व्रत

आस्था का महापर्व छठ के चार दिनों का अनुष्ठान शुक्रवार को संकल्प व्रत से आरंभ हो गया. आज शनिवार को व्रती दिन भर निराहार रहने के बाद शाम को खीर व रोटी का भोग लगा खरना का अनुष्ठान पूरा करेंगे, इसके बाद 36 घंटे का निराहार, आरंभ हो जायेगा. रविवार को व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ अर्पित करेंगे. वहीं सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ अर्पित करने के साथ त्योहार का समापन हो जायेगा.

Chhath Puja 2023 Live: छठ मईया की आरती

जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

अमरुदवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

शरीफवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

सभे फलवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा का आज दूसरा दिन लोहंडा और खरना

छठ पूजा का आज दूसरा दिन है. दूसरे दिन आज भक्त निर्जल उपवास करते हैं. शाम को वे ठेकुआ (गेहूं के आटे और गुड़ से बनी मिठाई) का प्रसाद तैयार करते हैं. सूर्यास्त होने से पहले वे इस प्रसाद को खाकर 36 घंटे का उपवास शुरू करते हैं.

Chhath Puja 2023 Live: भगवान सूर्य की मानस बहन हैं षष्ठी देवी

धार्मिक मान्यता के अनुसार, षष्ठी देवी भगवान सूर्य की मानस बहन हैं. यही कारण है की भगवान भास्कर के साथ उनकी बहन षष्ठी देवी की पूजा होती है. प्रकृति के षष्टम अंश से षष्ठी माता उत्पन्न हुई हैं. उन्हें बालकों की रक्षा करने वाले भगवान विष्णु द्वारा रची माया भी माना जाता है. बालक के जन्म के छठे दिन भी षष्ठी मइया की पूजा की जाती है. षष्ठी देवी को देवसेना भी कहा गया है.

Chhath Puja 2023 Live: छठ महापर्व दूसरा दिन खरना आज

आज छठ महापर्व के दूसरे दिन खरना करने का विधान है. खरना का मतलब शुद्धिकऱण से संबंध है. शाम के टाइम मिट्टी का नया चूल्हा बनाकर उस पर गुड़ की खीर का प्रसाद बनाया जाता है और इसी प्रसाद को व्रती ग्रहण करता है. फिर इस प्रसाद को परिवार के अन्य सदस्य ग्रहण करते हैं, इसके बाद से 36 घंटे का लंबा निर्जला उपवास आरंभ होता है.

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा पौराणिक कथा

महाभारत के अनुसार कर्ण भगवान सूर्य के परम भक्त थे और इस पर्व की शुरुआत सबसे पहले सूर्यपुत्र कर्ण ने ही सूर्य की पूजा करके की थी. कर्ण प्रतिदिन घंटों कमर तक पानी में खड़े रहकर सूर्य पूजा करते थे और उनको अर्घ्य देते थे. आज भी छठ में अर्घ्य दान की यही पद्धति प्रचलित है.इस संबंध में एक कथा और भी है कि जब पांडव अपना सारा राजपाट कौरवों से जुए में हार गए थे तब द्रौपदी ने छठ का व्रत किया था. इस व्रत से पांडवों को उनका सारा राजपाट वापस मिल गया था.

Chhath Puja 2023 : नाक तक लंबा सिंदूर क्यों लगाती हैं छठ व्रती महिलाएं, जानें महत्व

Chhath Puja 2023 Live : लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत का त्योहार

लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत का त्योहार लोग बहुत ही धूम -धाम से मानते है. यह एक ऐसा त्योहार है जिसमें सभी लोग मिलजुलकर नदी के किनारे भगवन सूर्य का पूजन करते है .

Chhath Puja 2023 Live : गलती से भी ना करें ये गलतियां

  • छठ पर्व के दिनों में घर के लोग सात्विक भोजन करें, मांसाहार ना करें.

  • छठ पूजा के दिनों में लहसुन और प्याज नहीं खाएं .

  • व्रती महिला या पुरुष सूर्य देव को अर्घ्य दिए बिना किसी भी चीज का सेवन न करें.

  • छठ पूजा का प्रसाद बनाते समय भूलकर भी इसे जूठा न करें, छोटे बच्चों को प्रसाद बनाते समय दूर रखें .

  • छठ पूजा के लिए बांस से बने सूप और टोकरी या पीतल का ही इस्तेमाल करना चाहिए . स्टील या शीशे के बर्तन का इस्तेमाल ना करें.

  • प्रसाद शुद्ध घी में ही बनाया जाना चाहिए

  • छठ पूजा में काले रंग के कपड़े ना पहने.

  • छठ घाट या रास्ते में भूल कर भी गंदगी ना फैलाएं .

Chhath Puja 2023 Live : छठ पूजा

छठ पूजा का पहला दिन नहाय-खाय 17 नवंबर ( शुक्रवार)

छठ पूजा का दूसरा दिन खरना 18 नवंबर ( शनिवार)

छठ पूजा का तीसरा दिन संध्या अर्घ्य 19 नवंबर (रविवार)

छठ पूजा का चौथा दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य, पारण 20 नवंबर (सोमवार)

Chhath Puja 2023 Live : संतान प्राप्ति की कामना

मान्यता है कि छठ का व्रत संतान प्राप्ति की कामना, संतान की कुशलता, सुख-समृद्धि और उसकी दीर्घायु के लिए किया जाता है.

Chhath Puja 2023 Live :18 नवंबर को खरना

18 नवंबर को खरना है. इस दिन गुड़ और खीर का प्रसाद बनाकर ग्रहण करते हैं. इस प्रसाद को ग्रहण करने के बाद व्रती 36 घंटे निर्जला उपवास पर चली जाती हैं. इस प्रसाद को बनाने में मिट्टी के चूल्हे और आम की लकड़ी का प्रयोग किया जाता है.

Chhath Puja 2023 Live : छठी मैया भरती है हर किसी की झोली

छठी मैया हर विनती करने वाले की झोली भरती है 18 नवंबर को खरना का अनुष्ठान है जबकि 19 को शाम का और 20 को सुबह का अर्घ्य है

Chhath Puja 2023 Live : छठ महापर्व सूर्य उपासना

छठ महापर्व सूर्य उपासना का त्योहार है. इसमें भगवान सूर्य के साथ छठी माई की विधि-विधान के साथ पूजा उपासना की जाती है

Chhath Puja 2023 Live : पवित्रता के साथ अनुष्ठान

छठ महापर्व में सूर्य देव की कृपा को प्राप्त करने के लिए बहुत ही पवित्रता के साथ अनुष्ठान किए जाते हैं. छठ पूजा में व्रती महिलाएं नाक तक सिंदूर लगाती हैं, जिसका बहुत ही खास महत्व है

Chhath Puja 2023 Live : केलवा के पात पर (Kerwa Ke Paat Pe)

इस छठ गीत को शारदा सिन्हा ने गाया है. हर राज्य में लोग इसे सुनते हैं और सूर्य देव की पूजा और अराधना करते हैं.

केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके झुके

केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके झुके

ए करेलु छठ बरतिया से झांके झुके

ए करेलु छठ बरतिया से झांके झुके

हम तोसे पूछी बरतिया ऐ बरितया से केकरा लागी

हम तोसे पूछी बरतिया ऐ बरितया से केकरा लागी

ए करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी

ए करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी

हमरो जे बेटवा कवन ऐसन बेटवा से उनके लागी

हमरो जे बेटवा कवन ऐसन बेटवा से उनके लागी

हे करेली छठ बरतिया से उनके लागी

हे करेली छठ बरतिया से उनके लागी

अमरुदिया के पात पर उगेलन सुरूज मल झांके झुके

अमरुदिया के पात पर उगेलन सुरूज मल झांके झुके

ए करेलु छठ बरतिया से झांके झुके

ए करेलु छठ बरतिया से झांके झुके

Chhath Puja 2023 Live : Chhath Puja 2023 Live : छठ गीत 

हो दीनानाथ (Ho Deenanath) : इस छठ गीत को शारदा सिन्हा ने खूबसूरत आवाज दी है. उनके गीतों के बिना मानों छठ का महापर्व अधूरा है.

सोना सट कुनिया हो दीनानाथ

हे घूमइछा संसार

हे घूमइछा संसार

सोना सट कुनिया हो दीनानाथ

हे घूमइछा संसार

हे घूमइछा संसार

आन दिन उगइ छा हो दीनानाथ

आहे भोर भिनसार

आहे भोर भिनसार

आजू के दिनवा हो दीनानाथ

हे लागल एती बेर

हे लागल एती बेर

बाट में भेटिए गेल गे अबला

एकटा अन्हरा पुरुष

एकटा अन्हरा पुरुष

अंखिया दिएइते गे अबला

हे लागल एती बेर

हे लागल एती बेर

Chhath Puja 2023 Live : सूर्य और छठी मैय्या की पूजा

छठ का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर नहाय खाय से शुरू होता है. पंचमी को खरना,षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और सप्तमी को उगते सूर्य को जल अर्पित कर व्रत संपन्न किया जाता है. चार दिन चलने वाला इस पर्व में सूर्य और छठी मैय्या की पूजा की जाती है, इस दिन रखा जाने वाला व्रत बेहद कठिन माना जाता है, क्योंकि इस व्रत को 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए रखा जाता है.

Chhath Puja 2023 Live : सूर्य और छठी मैय्या की पूजा

आज नहाय-खाय है. कल खरना होगी, इसके बाद छठ व्रत रखा जाएगा. षष्ठी तिथि को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. सप्तमी को उगते सूर्य को जल अर्पित कर व्रत संपन्न किया जाता है. चार दिन चलने वाला इस पर्व में सूर्य और छठी मैय्या की पूजा की जाती है.

Chhath Puja 2023 Live : खरना छठ पूजा का दूसरा दिन

खरना छठ पूजा का दूसरा दिन होता है, इस साल खरना 18 नवंबर को है. इस दिन का सूर्योदय सुबह 06 बजकर 46 मिनट और सूर्यास्त शाम 05 बजकर 26 मिनट पर होगा. खरना के दिन व्रती एक समय मीठा भोजन करते हैं, इस दिन गु़ड़ से बनी चावल की खीर खाई जाती है. इस प्रसाद को मिट्टी के नए चूल्हे पर आम की लकड़ी से आग जलाकर बनाया जाता है.

Chhath Puja 2023 Live : छठ मईया की आरती (Chhath Mata Ki Aarti)

जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए ॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए ॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय ॥जय॥

अमरुदवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए ॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

शरीफवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए ॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय ॥जय॥

ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए ॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

सभे फलवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए ॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय ॥जय॥

Chhath Puja 2023 Live : सूर्य देव की आरती Surya Dev ki Aarti:

सूर्य देव की आरती

ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।

जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।

धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय सूर्य भगवान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

सारथी अरुण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमलधारी। तुम चार भुजाधारी।।

अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटि किरण पसारे। तुम हो देव महान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

ऊषाकाल में जब तुम, उदयाचल आते। सब तब दर्शन पाते।।

फैलाते उजियारा, जागता तब जग सारा। करे सब तब गुणगान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

संध्या में भुवनेश्वर अस्ताचल जाते। गोधन तब घर आते।।

गोधूलि बेला में, हर घर हर आंगन में। हो तव महिमा गान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

देव-दनुज नर-नारी, ऋषि-मुनिवर भजते। आदित्य हृदय जपते।।

स्तोत्र ये मंगलकारी, इसकी है रचना न्यारी। दे नव जीवनदान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

तुम हो त्रिकाल रचयिता, तुम जग के आधार। महिमा तब अपरम्पार।।

प्राणों का सिंचन करके भक्तों को अपने देते। बल, बुद्धि और ज्ञान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

भूचर जलचर खेचर, सबके हों प्राण तुम्हीं। सब जीवों के प्राण तुम्हीं।।

वेद-पुराण बखाने, धर्म सभी तुम्हें माने। तुम ही सर्वशक्तिमान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

पूजन करतीं दिशाएं, पूजे दश दिक्पाल। तुम भुवनों के प्रतिपाल।।

ऋतुएं तुम्हारी दासी, तुम शाश्वत अविनाशी। शुभकारी अंशुमान।।

।।ॐ जय सूर्य भगवान..।।

ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।

जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।स्वरूपा।।

धरत सब ही तव ध्यान,

।।ॐ जय सूर्य भगवान।।

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा सामग्री लिस्ट

छठ पूजा के लिए कुछ ख़ास सामग्री की ज़रूरत होती है, जो इस उत्सव को पूर्ण बनाती है. प्रसाद रखने के लिए बांस की दो बड़ी टोकरियां, सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बांस या पीतल से बने बर्तन, दूध और गंगाजल के अर्घ्य के लिए एक गिलास, लोटा और थाली सेट , पानी वाला नारियल, पांच पत्तेदार गन्ने के तने, चावल, बारह दीपक या दीये, कुमकुम और अगरबत्ती, सिन्दूर, एक केले का पत्ता, केला, सेब, सिंघाड़ा, हल्दी, मूली और अदरक के पौधे, शकरकंद और सुथनी, सुपारी, शहद और मिठाई, गुड़, गेहूं और चावल का आटा, गंगाजल और दूध, ठेकुआ.

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का लोकपर्व

छठ पूजा धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का लोकपर्व है. छठ पूजा में सूर्य को अर्घ्य देने का विधान हैसूर्य देव को जगत की आत्मा कहा जाता है. सूर्य के शुभ प्रभाव से व्यक्ति को आरोग्य, तेज और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है. छठ पूजा पर सूर्य देव और छठी माता के पूजन से व्यक्ति को संतान, सुख और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा और व्रत के लाभ

छठ पूजा करने पर अद्भुत लाभ होता है. अगर संतान पक्ष से कष्ट हो तो भी ये व्रत लाभदायक होता है. अगर कुष्ठ रोग या पाचन तंत्र की गंभीर समस्या हो तो भी इस व्रत को रखना अच्छा माना जाता है. जिन लोगों की कुंडली में सूर्य की स्थिति खराब हो उन लोगों को भी इस व्रत को जरूर रखना चाहिए.

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Chhath Puja 2023 Live: नहाय खाय के दिन शुद्धता से संबंध

छठ व्रत से पहले नहाय खाय की परंपरा निभाई जाती है. आज के दिन व्रती नदी या तालाब में स्नान कर कच्चे चावल का भात, चना दाल और कद्दू या लौकी प्रसाद के रूप में बनाकर ग्रहण करती हैं. इस भोजन को बहुत शुद्ध और पवित्र माना जाता है. नहाय खाय का संबंध शुद्धता से है. इसमें व्रती खुद को सात्विक और पवित्र कर छठ का व्रत की शुरुआत करती हैं.

Chhath Puja 2023 Live: नहाय-खाय का महत्व

आज नहाय खाय है. इस दिन व्रती स्नान करके नए कपड़े धारण करती हैं और पूजा के बाद चना दाल, कद्दू की सब्जी और चावल को प्रसाद के तौर पर ग्रहण करती हैं. व्रती के भोजन करने के बाद परिवार के बाकी सदस्य भोजन करते हैं.

Happy Chhath Puja Nahaye Khaye 2023 Wishes: छठी मैया के गुण गाओ...यहां से भेजें नहाय खाय की शुभकामनाएं

Chhath Puja 2023 Live: चार दिवसीय अनुष्ठान आज से शुरू

छठ पूजा की शुरुआत कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से हो जाती है, लेकिन षष्ठी और सप्तमी तिथि पर छठी मैया और सूर्य देव की विशेष उपासना की जाती है. चार दिवसीय अनुष्ठान आज से शुरू हो रहे है.

Chhath Puja 2023 Live: छठ पूजा करने की विधि

छठ पूजा में छठी मइया और सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए नाभ नींबू, नारियल, केला, ठेकुआ, गन्ना, सुथनी, सुपारी, सिंघाड़ा चढ़ाया जाता है. पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन शाम में सूर्य अर्घ्य से चौथे दिन सुबह अर्घ्य पर समापन होता है.

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Chhath Puja 2023 Live: सृजन की उपासना का महापर्व छठ

छठ एक लोकपर्व है. सबसे बड़ी विशेषता यह है कि पूजन डूबते सूरज का पहले किया जाता है, फिर उगते सूरज का होता है. प्रसाद रूप में सभी प्रकार के फल-फूल, सब्जिया, कद-मूल वगैरह होती है. नये तैयार गुड़ से बने पकवान चढ़ाये जाते है. मिट्टी तथा बांस के बर्तन ही काम में लिए जाते हैं.

खरना का प्रसाद ग्रहण कर रखा जाता है 36 घंटे का उपवास

व्रती गुड़ और खीर का प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे निर्जला उपवास रखती हैं. इस प्रसाद को बनाने में मिट्टी के चूल्हे और आम की लकड़ी का प्रयोग किया जाता है. इसके साथ ही 19 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, जिसे संध्या अर्घ्य भी कहते हैं. चौथे दिन यानी 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है.

संतान की समृद्धि और परिवार की खुशहाली का व्रत

छठ पूजा हर साल कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की षष्ठी को होती है, लेकिन छठ पूजा का पहला दिन नहाय-खाय होता है. इस साल नहाय-खाय आज 17 नवंबर को है. छठ पूजा का व्रत मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा संतान की समृद्धि और परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है. छठ करने वाली महिलाएं नहाय खाय के दिन केवल एक बार भोजन करती है. दूसरा दिन खरना 18 नवंबर को किया जाएगा, इस दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक निर्जला व्रत रखा जाता है. तीसरे दिन का उपवास पूरी रात चलता है और छत के व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है.

Chhath puja 2023 live:  नहाय-खाय आज

छठ पूजा का यह महापर्व चार दिन तक चलता है, इसका पहला दिन नहाय-खाय होता है. इस साल नहाय-खाय आज 17 नवंबर को है.

Chhath puja 2023 live:  खरना कल

खरना छठ पूजा का दूसरा दिन होता है, इस साल खरना 18 नवंबर को है. खरना के दिन व्रती एक समय मीठा भोजन करते हैं, इस दिन गु़ड़ से बनी चावल की खीर खाई जाती है.

Chhath puja 2023 live: संध्या अर्घ्य का समय

छठ पूजा पर सबसे महत्वपूर्ण दिन तीसरा होता है. इस दिन संध्या अर्घ्य का होता है, इस दिन व्रती घाट पर आकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं. इस साल छठ पूजा का संध्या अर्घ्य 19 नवंबर को दिया जाएगा. 19 नवंबर को सूर्यास्त शाम 05 बजकर 26 मिनट पर होगा. इस दिन टोकरी में फलों, ठेकुआ, चावल के लड्डू आदि अर्घ्य के सूप को सजाया जाता है.

Chhath puja 2023 live: उगते सूर्य को अर्घ्य

चौथा दिन यानी सप्तमी तिथि छठ महापर्व का अंतिम दिन होता है, इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण का होता है. इस साल 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, इस दिन सूर्योदय सुबह 06 बजकर 47 मिनट पर होगा, इसके बाद ही 36 घंटे का व्रत समाप्त होता है.

Chhath puja 2023 live: नहाय-खाय आज

लोक आस्था का महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान आज नहाय खाय के साथ शुरू हो रहा है. छठ पूजा को लेकर घर से घाट तक साजसज्जा की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. बता दें कि छठ पूजा की नहाय खाय परंपरा में व्रती नदी में स्नान के बाद नए वस्त्र धारण कर शाकाहारी भोजन ग्रहण करते हैं. इस दिन व्रती के भोजन ग्रहण करने के बाद ही घर के बाकी सदस्य भोजन ग्रहण करते हैं.

रवियोग के सुयोग में मनेगा नहाय-खाय

ज्योतिष आचार्य राकेश झा नेकहा कि छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान शुक्रवार को कार्तिक शुक्ल चतुर्थी में पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, धृति योग, जयद योग व रवियोग के सुयोग में पहलेदिन नहाय-खाय से होगा. 18 को सर्वार्थ सिद्धि योग में व्रती खरना करेंगे.

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