Chhath Puja Fasting Tips: छठ पूजा के दौरान अगर बिगड़ती है व्रती की तबीयत, तो क्या करें…

Chhath Puja Fasting Tips : लगातार 36 घंटे तक भूखे प्यासे रहने के कारण व्रतियों के सेहत पर बुरा असर पड़ता सकता है. ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप अपनी आस्था और सेहत दोनों का ध्यान रख सकेंगे. आइए जानते हैं इतने कठिन व्रत को करते हुए कैसे आप दिन भर हेल्दी और स्वस्थ रह सकेंगे.

By Bimla Kumari | October 29, 2022 2:31 PM

Chhath Puja Fasting Tips: महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान शुक्रवार को सर्वार्थ सिद्धि योग में नहाय-खाय से शुरू हो गया. 29 अक्टूबर को कार्तिक शुक्ल पंचमी यानी शनिवार को लोहंडा (खरना) में व्रती पूरे दिन का उपवास कर शाम में पूजा कर प्रसाद ग्रहण करेंगी जबकि 30 अक्टूबर को व्रती जल, जलाशय में खड़े होकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्यल देकर भगवान भास्कर की अराधना करेंगे. जबकी 31 अक्टूबर को व्रती उगते हुए सूर्य को अघ्य देकर भगवान भास्कर और उनकी बहन छठी मैया से अपनी संतान और परिवार के लिए कुशल मंगल की कामना करेंगी.

36 घंटे तक निर्जला व्रत रखती हैं व्रती

लगातार 36 घंटे तक भूखे प्यासे रहने के कारण व्रतियों के सेहत पर बुरा असर पड़ता सकता है. ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप अपनी आस्था और सेहत दोनों का ध्यान रख सकेंगे. आइए जानते हैं इतने कठिन व्रत को करते हुए कैसे आप दिन भर हेल्दी और स्वस्थ रह सकेंगे.

छठ व्रत करते समय रखें इन बातों का ध्यान


कम बातचीत करें

छठ का व्रत रखने वाले व्यक्ति को कम से कम बातचीत करनी यानी कम बोलें. ज्यादा बात करने से शरीर की एनर्जी खत्म होती है और धीरे-धीरे शरीर कमजोर पड़ने लगता है. ऐसे में अपना ज्यादा ध्यान पूजा-पाठ में लगाएं.

गर्मी में न रहें

व्रत रखने वाले लोगों को आराम करने के लिए ऐसी जगह चुननी चाहिए, जहां खड़े होने पर उन्हें ज्यादा गर्मी न लगे. गर्मी लगने से तबीयत खराब हो सकती है. व्रत रखने वाले व्यक्ति कोशिश करें कि वो धूप में जानें से बचे.

चेहरे और गले पर लगाएं बर्फ

लंबे समय तक व्रत रखने से काफी ज्यादा प्यास लगता है. इस स्थिति में बचने के लिए आप आइस क्यूब की मदद लें. इसके लिए एक साफ कपड़े में बर्फ का टुकड़ा बांधकर उसे अपने गर्दन और चेहरे पर रखें. ऐसा करने से शरीर में ठंडक बनी रहेगी और आपको प्यास नहीं लगेगी.

डॉक्टर की जरूर लें सलाह

अगर आप किसी रोग से परेशान है तो छठ का व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें. डॉक्टर से जांच करवाने के बाद आप उपवास कर सकते हैं. इसके अलावा उपवास के दौरान कोई परेशानी महसूस होने पर सबसे पहले डॉक्टर की परामर्श लें.

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