मुन्ना सिंह
मरकच्चो (कोडरमा) : झारखंड (Jharkhand) कोडरमा जिला (Koderma District) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का खौफ फैल गया है. गुजरात (Gujarat) के सूरत (Surat) से लौटे एक व्यक्ति की मौत के बाद कोडरमा के मरकच्चो (Markacho) में हड़कंप मच गया है. मेडिकल टीम (Medical Team) गांव में पहुंच गयी है.
जिले के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित नवलसाही थाना क्षेत्र के डगरनवा अरैया में सूरत से लौटे एक युवक की मौत के बाद शुक्रवार (20 मार्च, 2020) को यहां हड़कंप मच गया. कोरोना वायरस को लेकर उड़ी अफवाह के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची.
हालांकि, जांच के दौरान प्रथम दृष्ट्या मामला कोरोना का नहीं लगा. बताया गया कि डोभा में डूबने से युवक की मौत हुई है. इससे पहले युवक को सांस लेने में परेशानी की बात सामने आयी थी. गांव में पहुंचे सिविल सर्जन ने इस तरह की किसी भी बात से इन्कार किया है.
मृतक की पहचान अशोक कुमार (पिता गणेश कुमार) के रूप में हुई है. जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह यह अफवाह उड़ी की मुंबई से लौटे 4 लोगों में से एक को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. बाद में उसकी मौत हो गयी.
ऐसी सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. सिविल सर्जन डॉक्टर पार्वती कुमारी नाग, जिला रिस्पांस टीम के डॉ मनोज कुमार व पूरी टीम गांव पहुंची. टीम ने विस्तृत जानकारी ली, तो पता चला कि युवक पिछले गुरुवार को सूरत से लौटा था. नहाने के क्रम में वह डूब गया.
कोरोना को लेकर भय के माहौल के बीच लोग मुंबई व दिल्ली सहित अन्य शहरों से आने वाले लोगों को गांव में प्रवेश करने नहीं दे रहे हैं. इस बीच, संदिग्ध अवस्था में एक की मौत ने कोरोना वायरस के खौफ को हवा दे दी.
सिविल सर्जन डॉक्टर नाग ने बताया कि कोरोना जैसी कोई बात नहीं है. फिर भी एहतियात के तौर पर मृतक के शव का अंत्यपरीक्षण कराया जायेगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा.
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से निबटने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ झारखंड सरकार भी गंभीर है. यही वजह है कि राज्य सरकार ने 15 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल्स को बंद करने के निर्देश दिये हैं.
इतना ही नहीं, सरकारी अधिकारियों के कार्यालय आने-जाने के लिए भी सरकार की ओर से विशेष दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं. हेमंत सोरेन की सरकार ने स्पष्ट कहा है कि जिस किसी व्यक्ति पर शक हो, उसकी जांच की जाये. यदि कोई संदिग्ध जांच कराने से इन्कार करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई के भी आदेश दिये गये हैं.