COVID-19 Mock Drill: कोरोना के बढ़ते खतरों के बीच देश के विभिन्न राज्यों में ‘मॉक ड्रिल’ का आयोजन किया जा रहा है. कोविड के कारण भविष्य में आने वाली संभावित खतरे की तैयारी मॉक ड्रिल में स्टेप बाइ स्टेप फालो किये जायेंगे. दरअसल चीन में COVID की स्थिति भयावह हो चुकी है ऐसे में केंद्र की ओर से परामर्श जारी किए गये हैं जिसके बाद विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के अस्पतालों में कोविड को लेकर ‘मॉक ड्रिल’ आयोजित किया जा रहा है. इससे स्टॉफ अलर्ट मोड में आ जाते हैं और आपदा की स्थिति को संभालने के लिए तैयार रहते हैं.
मॉक ड्रिल किसी भी आपदा से निपटने के लिए की जानेवाली ऐसी प्रैक्टिस है जिसमें यह दिखाया जाता है कि आपदा आने पर उससे निपटने के लिए वे किस तरह के और कौन-कौन से जरूरी कदम उठायेंगे. सुरक्षा की दृष्टि से दुनिया भर के स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों, अपार्टमेंट्स, उद्योगों और संगठनों में मॉक ड्रिल आयोजित की जाती हैं. यह प्रैक्टिस बिल्कुल रियल लगती है. जिससे स्थिति से निपटने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग मिलती है और स्टाफ को इसके बारे में जरूरी जानकारी मिल जाती है जिससे वे खतरे से निपटने के लिए मानसिक और शारिरिक रूप से तैयार हो जाते हैं. आने वाले अलग-अलग सिचुएशन में भी वे घबराते नहीं हैं.
स्टाफ को आपदा से निपटने के लिए तैयार रखने के लिए नियमित रूप से मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है. इसे ऐसे समझा जा सकता है जैसे- आपका ऑफिस किसी ऐसी इमारत में है जिसमें अचानक आग लग जाती है और धुएं से भर जाती है तो आप क्या करेंगे? कहां जाएंगे? आप अपने सहयोगियों और कर्मचारियों के साथ सुरक्षित रूप से उस इमारत से कैसे निकलेंगे? ऐसे सिचुएशन से निपटने के लिए और स्मार्टली हैंडल करने के लिए मॉक ड्रिल के दौरान प्रैक्टिस की जाती है, जिनका उपयोग लोगों को आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार करने में मदद करने के लिए किया जाता है. कोविड की स्थिति से निपटने के लिए भी ऐसे ही मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है जिससे अचानक आने वाले महामारी के दौरान कैसे निपट सकते हैं. असली लगने वाली यह प्रैक्टिस नकली होती है लेकिन आपदा में निपटने के लिए लोगों को तैयार कर देती है. इसलिए टीम को आपदा को प्रभावी ढंग से मैनेज करने के लिए आवश्यक सभी गतिविधियों की प्लानिंग और प्रैक्टिस करनी चाहिए.
मॉक ड्रिल टीम को वास्तविक आपदा के लिए तैयार करने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक है. इन अभ्यासों में भाग लेकर कर्मी किसी भी आपातकालीन स्थिति का जवाब देने के लिए खुद को तैयार रखते हैं. उदाहरण के लिए, यदि कोई चिकित्सा आपात स्थिति उत्पन्न होती है, तो ऐसा प्रशिक्षण गैर-चिकित्सा (Non Medical) कर्मियों को उचित रूप से प्रतिक्रिया देने में सहायता करता है. स्टाफ आपदाओं और संकटों के लिए तैयारी करके संपत्ति और जीवन की क्षति को रोकने में सक्षम होते हैं. कर्मचारियों को किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए महत्वूपर्ण प्रशिक्षण दिया जाता है.