बड़ों और बच्चों की एक-सी दिनचर्या होने के क्या हैं फायदे, जानें एक्सपर्ट की राय

बड़ों को इससे भले ही ज्यादा फर्क ना पड़े, लेकिन बच्चों के लिहाज से घर का ऐसा माहौल ठीक नहीं है. विशेषज्ञ खासतौर पर बच्चों के लिए समय के सदुपयोग और व्यवस्थित जीवनशैली पर जोर देते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 25, 2023 12:01 PM

अक्सर देखा गया है कि एक घर में रहने वाले लोगों की दिनचर्या अलग-अलग होती है. हमारे सोने-उठने का समय और रोजमर्रा का काम अब घड़ी के अनुसार नहीं, बल्कि जरूरत, सहूलियत और मर्जी के मुताबिक चलते हैं. यहीं वजह है कि अधिकांश घरों में सदस्यों की जीवनशैली बेहद अव्यवस्थित नजर आती है. परिवार का हर सदस्य अपने कामों में व्यस्त रहता है और बाकी सदस्यों के साथ उसका कोई तालमेल नजर नहीं आता.

बड़ों को इससे भले ही ज्यादा फर्क ना पड़े, लेकिन बच्चों के लिहाज से घर का ऐसा माहौल ठीक नहीं है. विशेषज्ञ खासतौर पर बच्चों के लिए समय के सदुपयोग और व्यवस्थित जीवनशैली पर जोर देते हैं. उनका कहना है कि जहां तक संभव हो, बड़ों और बच्चों की दिनचर्या एक-सी होनी चाहिए. इसका आशय यह है कि रोजमर्रा के कामों को करते हुए भी जितना समय साथ बितायेंगे, उतना ही बेहतर होगा.

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क्या हैं फायदे

अगर बच्चों को छोटी उम्र से ही नियमित दिनचर्या का पालन करना सिखाया जाये, तो आगे चलकर उसके बहुत फायदे हैं. न्यूयॉर्क में छपे अमेरिकी शोध पत्रिका में बताया गया है कि अगर बच्चे को हर दिन नियमित समय पर सुलाते हैं, नियमित समय पर खाना खिलाते हैं और अगर बच्चा हर दिन नियमित समय पर खेलता-कूदता है, तो ऐसे प्री-स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर होता है.

अनुशासित जीवनशैली

अगर बड़े-बुजुर्ग और बच्चों की दिनचर्या एक-सी रहती है, तो हमारी जीवनशैली काफी अनुशासित व व्यवस्थित हो सकती है. अगर आपकी जीवनशैली अनुशासित और व्यवस्थित रहेगी, तो आपको बेवजह की परेशानियों से भी छुटकारा मिल सकता है. एक बार इन पर अमल करने की आदत पड़ जाये, तो जीवन में सफलता व सेहत दोनों की नेमत बनी रहती है.

ताउम्र बनी रहती हैं बचपन की आदतें

बचपन की आदतें हमेशा बनी रहती हैं. बच्चे को आज से ही समय का सदुपयोग करने और व्यवस्थित रहने की आदत डाल दी गयी, तो जिंदगी भर वह इस नियम का पालन करता रहेगा. आज भागदौड़ भरी जिंदगी और व्यस्तता के चलते अपने रिश्तों और खुद के लिए समय निकाल पाना भी मुश्किल होता जा रहा है. अगर परिवार के सभी सदस्यों की दिनचर्या समान होगी, तो आपस में तालमेल बिठाना आसान रहेगा.

बेहतर जीवनशैली के लिए करें ये उपाय

अगर आप अपनी जीवनशैली बेहतर करना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपनी और अपने बच्चों की दिनचर्या की एक तालिका बनाइए. अब देखिए कि कितने काम ऐसे हैं, जो आप सभी एक साथ कर सकते हैं.

जल्दी जागना :

यदि परिवार के सभी सदस्य रोज सुबह अलग-अलग समय पर जागते हैं, तो सबसे पहले आप सभी के लिए जल्दी सोने व जल्दी उठने का नियम बनाएं. इससे आपकी सेहत भी अच्छी रहेगी और आप इत्मीनान से सारे काम भी कर पायेंगे. पेपर पढ़ने और नाश्ता करने जैसे काम भी साथ में कर पायेंगे.

एक-सी आदत :

अधिकांश घरों में सुबह के खाली समय में बड़े-बुजुर्ग अखबार पढ़ने में व्यस्त रहते हैं और बच्चे टीवी देखने में. इसके बजाय अपने साथ-साथ बच्चों को भी पेपर पढ़ने को कहें, चाहें तो वह केवल खबरों की सुर्खियां भी पढ़ सकता है. इससे उसका ज्ञान बढ़ेगा और पढ़ने की आदत भी डलेगी.

खाली समय का सदुपयोग :

अधिकांश घरों में बच्चे अपने खाली समय टीवी देखने में ही बिता देते हैं. दिनभर की थकान मिटाने के लिए थोड़ी देर टीवी देखना ठीक है, पर कुछ समय किताबें पढ़ने या कोई नया काम सीखने के लिए आप बच्चों को प्रेरित कर सकते हैं. इससे उनके स्किल में भी बढ़ोतरी होगी.

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