Daylight Saving Time, Usa News, Time Is One Hour Ahead In America: हर वर्ष की तरह इस साल भी आज यानी मार्च के दूसरे रविवार को अमेरिका में घड़ी की सुई एक घंटे आगे बढ़ा दी जाएगी. फिर नवंबर 2021 के पहले रविवार को वापस एक घंटे पीछे कर दी जाएगी. ऐसा डेलाइट सेविंग टाइम (डीएसटी) प्रणाली के तहत किया जाता है. लेकिन, आप भी सोच रहे होंगे की ऐसा आखिर करने की वजह क्या है, इससे किसी का क्या फायदा हो सकता है. तो आइये आपको बताते हैं विस्तार से…
दरअसल, ऐसा करने के पीछे एक कहानी भी है और खास वजह भी है. इस प्रणाली को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य था दिन की रोशनी का अधिकतम उपयोग करना. यही कारण है कि 19वीं सदी से इस परंपरा को फॉलो किया जा रहा है.
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मार्च के दूसरे रविवार को समय एक घंटे बढ़ा दिया जाता है,
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पूरे साल समय का संतुलन बना रहे, इसलिए वापस नवंबर के पहले रविवार को वापस एक घंटे पीछे घड़ियां कर दी जाती है.
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1966 के यूनिफॉर्म टाइम एक्ट के तहत रात के दो बजे यह काम किया जाता है.
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अमेरिका के अलावा जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस में ऐसा मार्च के आखिरी रविवार को किया जाता है और अक्तूबर के आखिरी रविवार घड़ी वापस कर ली जाती है
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अमेरिकी राष्ट्रपति बेंजामिन फ्रेंकलिन ने सबसे पहले 18वीं शताब्दी में दिन के अधिकतम उपयोग के लिए समय आगे बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था.
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उनकी मानें तो घड़ी के अनुसार उठने पर गर्मी के मौसम में सुबह का काफी समय बर्बाद होता था.
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इसके लिए पहले उन्होंने सूर्योदय पर तोपें दागकर लोगों को जगाने का प्रस्ताव दिया था. लेकिन, ‘सन टाइम’ लागू होने के बाद दो शहरों के बीच समय में अंतर रखा जाने लगा.
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हालांकि, इससे रेलवे कंपनियों को नुकसान होने लगा. समय बदलने से ट्रेनें एक से दूसरे शहर समय पर पहुंचना मुश्किल हो गया.
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आपको बता दें कि 1900 में अंग्रेज बिल्डर विलियम विलेट ने भी घड़ियों का समय आगे बढ़ाने का प्रस्ताव रखा. हालांकि, 1916 में जर्मनी ने इसका महत्व समझते हुए नए नियम बनाए. फिर बाकी देशों ने अपनाना शुरू किया. 1948 में अमेरिका ने भी एक घंटे समय बढ़ाने की घोषणा कर दी.
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इससे फायदा यह होगा कि दिन का काम समाप्त होने तक अंधेरा हो जाएगा. लोग गर्मी में सुबह के समय का भी इस्तेमाल कर पाएंगे जिसे सो कर बिता दे रहे हैं.
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दूसरा फायदा यह है कि इससे ऊर्जा की बचत होगी. जल्दी सुबह होगी तो लोग जल्दी जागेंगे और काम करके वर्क पर चले जाएंगे.
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अमेरिका के ऊर्जा विभाग की मानें तो 2008 से डीएसटी प्रणाली से अमेरिका 0.5 प्रतिशत बिजली रोज बचा पाता है.
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हालांकि, आर्थिक शोध ब्यूरो की मानें तो समय आगे बढ़ाने से लोग घरों में ज्यादा समय तक रुकते है. जिससे बिजली की मांग एक प्रतिशत बढ़ ज्यादा हो रही है.
Posted By: Sumit Kumar Verma