Devi Chitralekha Marriage: 20 साल की उम्र में दुल्हन बनी थी कथावाचक देवी चित्रलेखा, मुस्लिम ड्राइवर से नहीं इनसे हुआ है विवाह
Devi Chitralekha Marriage: कुछ ही समय पहले कथावाचक देवी चित्रलेखा को लेकर अफवाएं उड़ाई जा रही थी कि उनकी शादी एक मुस्लिम ड्राइवर से हुई है लेकिन, वास्तव में ऐसा नहीं है. यह सिर्फ एक अफवाह थी. कथावाचक देवी चित्रलेखा का विवाह माधव तिवारी से हुआ था.
Devi Chitralekha Marriage: कुछ ही समय पहले कथावाचक देवी चित्रलेखा की तस्वीर काफी तेजी से सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर वायरल हो रही थी. इन तस्वीरों में उन्हें एक आदमी के साथ खड़ा देखा जा सकता था. तस्वीरों को देखते हुए दावा किया जा रहा था कि यह जो व्यक्ति उनके साथ खड़ा है वह उनका पति है और एक मुस्लिम है. इस तस्वीर को देखकर यह भी अंदाजा लगाया जा रहा था कि दोनों घूमने के लिए अमेरिका गए हुए हैं. जब ऐसी खबरें सामने आने लगी तो मामले की जांच और सच्चाई का पता लगाने का अभियान तेज हो गया. विश्वास न्यूज ने इस फर्जी खबर से पर्दा उठाया और इस बात का खुलासा किया किया कि कथावाचक देवी चित्रलेखा का विवाह किसी मुस्लिम ड्राइवर से नहीं बल्कि माधव तिवारी नाम के व्यक्ति से हुई है. उनकी शादी एक मुस्लिम व्यक्ति से होने के सभी दावे गलत हैं.
कौन हैं कथावाचक देवी चित्रलेखा
अगर आप कथावाचक देवी चित्रलेखा के बारे में नहीं जानते हैं तो बता दें आज के समय की वह एक युवा कथावाचक हैं जिन्हें उनकी कथाओं की वजह से जाना जाता है. देवी चित्रलेखा का जन्म 19 जनवरी 1997 को हरियाणा के पलवल में मौजूद खाम्बी गांव में हुआ था. देवी चित्रलेखा की मां का नाम चमेली देवी और पिता का नाम तुकाराम शर्मा है.
20 साल की उम्र में हुई थी शादी
यह बात काफी कम लोगों को मालूम होगी कि कथावाचक देवी चित्रलेखा का विवाह महज 20 साल की उम्र में ही हो गया था. बता दें देवी चित्रलेखा का विवाह बिलासपुर छत्तीसगढ़ के एक ब्राह्मण परिवार के लड़के के साथ हुआ था. इस लड़के का नाम माधव तिवारी है.
वायरल तस्वीरों के दावों को बताया गलत
कुछ समय पहले जब उनकी तस्वीरें वायरल हो रही थी और इन्हें देखकर गलत दावे किये जा रहे थे तो ऐसे में उन्होंने भी सामने आकर इन दावों का खंडन किया था. खंडन करते हुए उन्हने कहा था कि, “जिन लोगों को सच्चाई का पता है वे जानते हैं कि उनके पति एक ब्राह्मण परिवार से हैं और उनका नाम माधव तिवारी है”. इन दोनों का ही विवाह काफी धूम-धाम से हुआ था.
लाल रंग के जोड़े में लिया फेरा
जानकारी के अनुसार कथावाचक देवी चित्रलेखा ने फेरों के समय लाल रंग का जोड़ा पहना था जबकि, वेडिंग रिसेप्शन के समय उन्होंने सफेद रंग की एक खूबसूरत आउटफिट पहना था. वहीं, रिसेप्शन के दौरान देवी चित्रलेखा ने सफेद रंग का ट्रेडिशनल ड्रेस पहना था. इस ड्रेस में सिल्वर सेक्विन्स भी लगे हुए थे.
माथे पर चंदन का तिलक
विवाह के दौरान भी देवी चित्रलेखा ने हमेशा की ही तरह चंदन का तिलक लगाया था और गले पर कंठी माला भी पहन रखी थी. विवाह के दौरान उन्होंने हार भी पहन रखा था और उनके हाथों में मेहंदी भी लगी हुई थी. वहीं, बात करें उनके पति की तो, माधव तिवारी ने शादी के समय हल्की गुलाबी रंग की शेरवानी पहनी थी. साथ ही उन्होंने गोल्डन साफा भी बांधा हुआ था. शादी के दौरान उन्होंने गले में मोतियों की माला भी पहन रखी थी.