Dhirubhai Ambani: पेट्रोल पंप से लेकर रिलायंस तक का सफर, क्या आप जानते हैं धीरुभाई अंबानी की ये खास बातें
यमन के पेट्रोल पंप से लेकर रिलायंस जैसे बड़े उद्योग की स्थापना से धीरु भाई अंबानी ने साबित कर दिया है कि अगर किसी काम को सचे मन और कड़ी मेहनत के साथ किया जाए, तो फिर उसे पूरा होने से कोई रोक नहीं सकता है
Dhirubhai Ambani Birthday: कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं होता, एक पत्थर को तबियत से उछालो यारों.. इस बात को अगर किसी ने सच किया हो तो वे हैं अंबानी परिवार के मुखिया धीरूभाई अंबानी ने. उन्होंने अपने मेहनत और लगन से बल से शून्य से शीर्ष तक का सफर तय किया है. यह उन्हीं की मेहनत का फल है कि आज रिलायंस कंपनी का दबदबा देश में ही नहीं विदेशों में भी है.
यमन के पेट्रोल पंप से लेकर रिलायंस जैसे बड़े उद्योग की स्थापना से धीरु भाई अंबानी ने साबित कर दिया है कि अगर किसी काम को सचे मन और कड़ी मेहनत के साथ किया जाए, तो फिर उसे पूरा होने से कोई रोक नहीं सकता है. देश के महान उद्योगपति धीरूभाई अंबानी का आज आज जन्म दिवस है. इस मौके पर आज हम आपको बता रहे हैं उनकी खास बातें, जो शायद आप नहीं जानते होंगे.
रिलायंस इंडस्ट्रीज को खड़ी करने वाले धीरु भाई अंबानी यमन में महज 300 रुपये की नौकरी करते थे. रिलायंस कंपनी खड़ी कर वो 62000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के मालिक बन गये.
धीरु भाई अंबानी साल 1958 में मुंबई आये. यहां आकर उन्होंने अपना खुद का बिजनेस शुरू किया. यहां से रिलायंस का सफर शुरू हुआ था.
धीरूभाई अंबानी ने शुरुआत में रिलायंस कॉमर्स कॉरपोरेशन की स्थापना की. इसमें भारत के मसाले को विदेश और विदेश में बने पॉलिस्टर को भारत में बेचा जाता था.
धीरूभाई रिस्क लेने के कभी पीछे नहीं हटे. इसका फायदा उन्हें ये मिला की उन्होंने कई प्रोजेक्ट को सफलता से रन करा दिया.
धीरुभाई अंबानी को काम से बहुत प्यार था, वे हमेशा नये प्रोजेक्ट शुरू करने की बात करते थे.
धीरूभाई अंबानी के चार बच्चे हैं, मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, दीप्ति सालगांवकर और नीना कोठारी. इनमें मुकेश अंबानी भारत के साथ-साथ एशिया के सबसे रईस शख्स हैं.
धीरूभाई अंबानी की दोनों बेटियां दीप्ति सालगांवकर और नीना कोठारी लाइमलाइट से बहुत दूर हैं.
फर्श से अर्श तक के सफर में धीरूभाई अंबानी ने जिंदगी के कई उतार-चढ़ाव देखे. लेकिन अपनी लगन और कड़ी मेहनत से उन्होंने हर मुश्किल को पार किया. उनका जन्म आज के दिन यानी 28 दिसंबर 1932 गुजरात के जूनागढ़ में हुआ था. उन्हें पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था. 6 जुलाई 2002 को उनका निधन हुआ था.
Posted by: Pritish Sahay