Diwali 2024: लक्ष्मी पूजा के बाद दीयों का क्या करें? भूलकर भी न करें ये गलती
Diwali 2024: क्या आप भी दिवाली के बाद दीयों को फेंक देते हैं? क्या आप उन्हें कूड़े के ढेर में फेंकते हैं? यहां जानिए दिवाली के बाद पुराने दीयों का क्या करना चाहिए.
Diwali 2024: कल यानी 31 अक्टूबर गुरूवार को देशभर में दिवाली का त्योहार मनाया गया. दिवाली रोशनी का त्योहार है. इस त्योहार पर लोग शाम को शुभ मुहूर्त में विधि-विधान से माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं. लोग दिवाली की तैयारी कई दिन पहले से ही शुरू कर देते हैं. वे अपने घरों की सफाई करते हैं, दिवाली की खरीदारी करते हैं.
दिवाली के दिन आपने अपने घर को दीयों और लाइटों से खूबसूरती से सजाया होगा. रोशनी के इस त्योहार में चारों तरफ जगमगाती रोशनी देखने लायक होती है. हर साल दिवाली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है. इस पर्व को हिंदू धर्म में सबसे बड़े त्योहारों में से एक माना गया है. दिवाली के बाद लोग अगले ही दिन जलते दीयों को कूड़े के ढेर में फेंक देते हैं, लेकिन ऐसा करना अशुभ होता है. क्या आप भी दिवाली के बाद दीयों को फेंक देते हैं? क्या आप उन्हें कूड़े के ढेर में फेंकते हैं? यहां जानिए दिवाली के बाद पुराने दीयों का क्या करना चाहिए.
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दिवाली के बाद दीयों का क्या करना चाहिए?
दिवाली के दिन सभी लोग अपने घरों को खूबसूरत दीयों से सजाते हैं. लक्ष्मी पूजा में खासकर दीयों का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन दिवाली के बाद लोग इन दीयों को इधर-उधर छोड़ देते हैं या अगले दिन कूड़े में फेंक देते हैं. ऐसा किसी को नहीं करना चाहिए, इसे बहुत अशुभ माना जाता है.- दीयों में देवी लक्ष्मी का वास होता है। ऐसे में इन्हें फेंकने से बचना चाहिए. आप पुराने दीयों को संभालकर रख सकते हैं. आप मंदिर जाएं तो उस दीये को जला सकते हैं.
- लक्ष्मी जी और भगवान गणेश की पूजा में 5 दीये जलाए जाते हैं, इन दीयों को नदी में विसर्जित करें. ऐसा करना शुभ होता है. नकारात्मकता से बचा जा सकता है.
- जो लोग सक्षम हैं, वे हर साल नए दीये खरीदते हैं, लेकिन जो लोग गरीब हैं या सक्षम नहीं हैं, वे घर को सजाने के लिए पुराने अखंड दीये जला सकते हैं. हां, देवी लक्ष्मी के सामने जलाया जाने वाला दीया हर बार नया होना चाहिए. आप पुराने दीयों से छत, बालकनी, आंगन को रोशन कर सकते हैं, लेकिन पूजा के समय हमेशा नया दीया खरीदकर जलाएं.
- आप इन्हें किसी पेड़ के नीचे मिट्टी में भी दबा सकते हैं. आप इन दीयों को नदी में भी प्रवाहित कर सकते हैं. कुछ लोग इन दीयों को वापस कुम्हार को दान भी कर देते हैं. आप घर में पांच दीये रख सकते हैं और बाकी बच्चों को बांट सकते हैं. इससे सुख-समृद्धि आती है. इन्हें नदी में प्रवाहित करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
- अगर आपके घर के आस-पास कोई नदी या तालाब नहीं है, तो इन दीयों को घर में ऐसी जगह रखें, जहां कोई इन्हें न देख सके. इसे शुभ माना जाता है. जरूरतमंदों को दान करने से शुभ फल मिलते हैं. घर-परिवार में खुशियां बनी रहती हैं.