Diwali 2024: दीपावली पूरे भारत में बेहद धूमधाम से मनाई जाती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, दिवाली का त्योहार कई जगहों पर 31 अक्टूबर को और कुछ जगहों पर 1 नवंबर को मनाया जाएगा. शास्त्रों के अनुसार, दिवाली के शुभ दिन पर भगवान राम 14 साल का वनवास पूरा करके अयोध्या पहुंचे थे. उनकी घर वापसी का जश्न बेहद उत्साह के साथ मनाया गया और उनके लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया.
रोशनी का त्योहार है दिवाली
दिवाली से पहले लोग अपने घरों की सफाई करते हैं और उन्हें फूलों और दीयों से सजाते हैं. यहां तक कि गलियों और सोसाइटियों को भी सजाया जाता है. दिवाली को रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है और लोग इसे कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि को मनाते हैं. इसी दिन कई लोग अपने घर में देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं.
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वास्तु शास्त्र के नियम का पालन करें
दिवाली के कुछ वास्तु शास्त्र नियम हैं जिनका पालन करना चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि अगर इन नियमों का पालन किया जाए तो देवी लक्ष्मी घर पर अपनी कृपा बरसाती हैं और पैसों की कमी नहीं होती. ज्योतिषाचार्य के अनुसार सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है. अगर वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन किया जाए तो घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
कहां वास करती हैं देवी लक्ष्मी
दिवाली आने वाली है, घर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि देवी लक्ष्मी साफ-सुथरी जगह पर ही निवास करती हैं. वास्तु के अनुसार घर में टूटा हुआ कांच नहीं रखना चाहिए. यहां तक कि अगर घर के अंदर या मंदिर में किसी देवी-देवता की टूटी हुई मूर्ति है, तो उसे दिवाली से पहले किसी पवित्र नदी या तालाब में विसर्जित कर दें. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में टूटी हुई मूर्ति रखना शुभ नहीं माना जाता है. अगर घर में फटे हुए जूते, कपड़े या कोई और सामान है, तो भी दिवाली की सफाई करते समय उसे फेंक दें.
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