आयुर्वेदिक गुणधर्म: करंज का तेल आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर है और इससे कई तरह की दवाएं बनती हैं.
दिवाली पर उपयोग: दिवाली पर करंज तेल के दीये जलाए जाते हैं, जिससे बरसात के बाद उत्पन्न होने वाले कीटाणुओं को नष्ट करने में मदद मिलती है और पर्यावरण पूरी तरह से शुद्ध हो जाता है.
पेट समस्याओं का उपचार: आयुर्वेद के अनुसार, करंज तेल पेट में मौजूद कीड़ों को मारने में मदद कर सकता है, जिससे पेट संबंधित समस्याएं दूर हो सकती हैं.
मच्छरों से बचाव: करंज तेल को बॉडी पर लगाने से मच्छरों के प्रकोप से बचा जा सकता है.
घावों का उपचार: घाव पर करंज तेल का उपयोग करने से घाव में सुधार हो सकता है, और करंज के फूल और पत्तियों के रस से भी घावों को ठीक करने में मदद मिलती है.
कुष्ठ रोग में उपयोगी: करंज तेल को कुष्ठ रोग के लिए भी उपयोगी माना जाता है.
दांतों की सेहत: दांतों के दर्द या पायरिया में करंज तेल को लगाने से दांतों की पीड़ा कम हो सकती है, और करंज की टहनी से दातुन करना भी पायरिया में लाभकारी हो सकता है..
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