World Environment Day 2023: तुम्हें पता है कि हमारे पर्यावरण के समक्ष प्रदूषण चुनौती बन कर खड़ी है. पृथ्वी को सुरक्षित रखने का सबसे आसान उपाय है- पौधे लगाना. इस बार की गर्मी की छुट्टियों में तुम कम-से-कम पांच फलदार पौधे लगाने की कोशिश जरूर करना. हां, जितने दिन घर पर रहो, उसकी हिफाजत भी अवश्य करना. फिर जब स्कूल खुल जाने लगो, तो हर हफ्ते उसकी खबर लेना मत भूलना. तुम्हारा इतना-सा प्रयास पर्यावरण को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा. अगर तुम्हें गार्डनिंग का शौक है, तो जगह के हिसाब से छोटे-बड़े गमलों में गुलाब, गेंदा, चंपा, रात की रानी, लिली, हिबिस्कस, सूरजमुखी जैसे रंग-बिरंगे मौसमी फूलों के पौधे लगाओे. अगर तुम्हारे पास जगह ज्यादा है, तो तुम टमाटर, भिंडी, करेला जैसी मौसमी सब्जियां भी उगा सकते हो, अपने घर की सब्जियां खाने का स्वाद ही कुछ अलग होगा.
बच्चो, तुम अगर पर्यावरण के लिए चिंतित रहते हो तो सिर्फ चिंता जता कर नहीं, बल्कि अपने स्तर पर खुद ही ग्रीन वॉरियर बन जाओ. कैसे बनना है, इसमें तुम्हारी मदद कर रहे हैं शिखर चंद जैन.
यदि हम चाहते हैं कि हमारी यह धरती, इस पर निवास करनेवाले जीव बने रहें, तो हमें पेड़-पौधों और प्रकृति का ख्याल रखना होगा. आज धरती का तापमान तेजी से बदल रहा है. पेड़ काटे जा रहे हैं. जंगल की सघनता दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है. औद्योगिक कचरे से प्रदूषित होकर नदियां, नालियां बनती जा रही हैं. कहीं बाढ़ है, तो कहीं सूखा. इन सबका संबंध पर्यावरण के क्षरण से है. ऐसे में हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा. इसी के प्रति जागरूकता के लिए हर वर्ष यूएन द्वारा 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है.
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टॉयलेट में फ्लश का प्रयोग जरूरी होने पर ही करो. बेवजह फ्लश न करो. बेहतर होगा कि एक बोतल पानी इसके टैंक में डुबा दो. इससे एक लीटर कम पानी फ्लश होगा.
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उपहारों या अन्य चीजों की पैकिंग के लिए सेलोफिन पेपर, सेलो टेप का प्रयोग न कर के रेशमी कपड़े और रिबन का प्रयोग करो. ये आकर्षक भी लगेंगे और दोबारा इस्तेमाल हो सकेंगे.
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फल-सब्जियों के छिलके आदि कचरे के डब्बे में न डालकर एक जगह इकट्ठे करो और इन्हें किसी माली, उद्यानकर्मी या खेती करने वाले व्यक्ति को सौंप दो. इससे अच्छी खाद बनती है.
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अगर मम्मा वाशिंग मशीन में कपड़े धोती हैं, तो उनसे कहो कि रोज-रोज थोड़े से कपड़ों के लिए पानी की बर्बादी करने की जगह कपड़े हफ्ते में एक बार धोएं. इससे पानी की बचत होगी.
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पर्यावरण संरक्षण के लिए पॉलीथिन का बहिष्कार आवश्यक है. दुकानदारों से पॉलीथिन पैकिंग में सामान नहीं लो. आसपास के लोगों को पॉलीथिन के खतरों से अवगत कराओ. बाजार में जब भी घर का राशन या सब्जी लेने जाओ तो घर से जूट या कपड़े के थैले लेकर जाओ.
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नहाते समय मग और बाल्टी का प्रयोग करो तो तुम काफी पानी बचा सकते हो. थोड़े से पानी से शरीर गीला करके अच्छी तरह साबुन आदि लगा लो, फिर पानी शरीर पर डालो.
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ब्रश करते समय भी नल बंद रखो.
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अधिक-से-अधिक पैदल चलो, साइकिल का उपयोग करो या बस से स्कूल जाओ. इससे ईंधन की बचत होती है एवं प्रदूषण घटता है. यदि पापा वाहन से चलते हैं, तो उनसे बोलो कि वाहन की गति धीमी रखें. सिग्नल पर इंजन बंद कर दें. कार का इस्तेमाल कम करें. इसकी जगह दोपहिया वाहन और संभव व सुविधा हो तो वाहन की जगह साइकिल का प्रयोग करें.