Durga Puja 2021: इन दिनों कोलकाता शहर में जगह-जगह लगी एक होर्डिंग ने सभी को हैरत में डाल रखा है. होर्डिंग बड़े-बड़े अक्षरों में एलान कर रही है- ‘एबार 300 कोटिर पूजो!!! (इस बार 300 करोड़ की पूजा)’. यह होर्डिंग लगायी गयी है दक्षिण कोलकाता की ‘बोड़िशा सर्वजनीन पूजा’ की ओर से.
सभी जानना चाह रहे है कि क्या इस बार यह पूजा 300 करोड़ का मंडप तैयार करेगी! अगर नहीं, तो फिर यह दावा क्यों? इसका जवाब दिया मंडप तैयार कर रहे कलाकार कृषाणु पाल ने. उन्होंने बताया कि समिति इस बार इतिहास को जिंदा करने की कोशिश कर रही है. बंगाल में पहली बार सार्वजनिक दुर्गापूजा बादशाह जहांगीर के दौर में हुई.
सन 1605 में 12 भुइयां के राजा कंसनारायण ने छोटे स्तर पर यह शुरुआत की. इसके अगले साल उन्होंने बांग्लादेश के राजशाही जिले के ताहिरपुर में भव्य सार्वजनिक पूजा करायी. जिस पर नौ लाख रुपये खर्च हुए. आज उस नौ लाख का मूल्य 300 करोड़ रुपये है. इसलिए, इसे 300 करोड़ की पूजा का नाम दिया गया है. इसमें अविभाजित बंगाल की पूजा की पुरानी झलक देखी जा सकती है.
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बंगाल में पहली बार सार्वजनिक दुर्गापूजा बादशाह जहांगीर के दौर में हुई
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1605 में 12 भुइयां के राजा ने बांग्लादेश के राजशाही में इसकी शुरुआत की
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नौ लाख रुपये खर्च हुए थे उस समय भव्य दुर्गा पूजा के आयोजन पर
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श्रीभूमि स्पोर्टिंग बना रहा बुर्ज खलीफा, मां के आभूषण होंगे आकर्षण
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75 कारीगर तीन माह से बना रहे बुर्ज खलीफा की प्रतिकृति
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140 फुट होगी ऊंचाई, एल्युमिनियम शीट व प्लाई से निर्माण
कोलकाता की दुर्गा पूजा थीम पर मंडपों के निर्माण के लिए विश्व प्रसिद्ध है. थीम आधारित पूजा के लिए मशहूर लेकटाउन का श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब इस बार दुबई की प्रसिद्ध इमारत बुर्ज खलीफा की प्रतिकृति बना रहा है. इसी में मां दुर्गा विराजेंगी. राज्य के मंत्री सुजीत बोस के निर्देशन में पूजा मंडप का निर्माण कार्य चल रहा है.
बता दें कि श्रीभूमि क्लब केदारनाथ गुफा से लेकर फिल्म बाहुबली का भव्य सेट बना चुका है. साल 2018 के विजया सम्मेलन में समिति ने तय किया था कि वह आनेवाले दिनों में बुर्ज खलीफा को पूजा मंडप के रूप में बनायेगी. देवी की मूर्ति को स्वर्ण आभूषणों से सजाया जायेगा. ये आभूषण लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे.
Posted by: pritish Sahay