Name Personality Traits: वैदिक ज्योतिष के अनुसार जिन लोगों का नाम ई शुरू होता है, वैसे जातक काफी बिंदास किस्म के होते हैं. सच बोलने से कभी भी नहीं हिचकते. कार्यों में सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. जब तक सफल ना हो जाए तब तक मेहनत करते रहते हैं. कार्य करने की क्षमता काफी अच्छी होती है. शारीरिक रूप से शक्तिशाली होते हैं.
जिन लोगों के नाम ई से शुरू होते हैं, हंसी–मजाक उनकी आदतों में शुमार होता है. यह लोग कुछ मुंहफट–सा मिजाज लिए हुए होते हैं, और इन्हें टोकने वाले लोग बिल्कुल पसंद नहीं होते. ऐसे लोगों से ये तुरंत किनारा करना ही बेहतर समझते हैं. बेतरतीब तरह से रहना इन्हें अच्छा नहीं लगता, सबकुछ व्यवस्थित और सलीके से रखना ही पसंद होता है.
जिन जातकों का नाम ‘इ’ अक्षर से शुरू होता है वह मौलिक विचारों वाले, अपनी छवि अलग बनाने वाले, अपने लक्ष्य के प्रति निरन्तर क्रियाशील रहने वाले होते हैं. इन्हें भीड़ से हटकर काम करना अच्छा लगता है भले ही काम कितना भी जोखिम पूर्ण हो. नई—नाई योजना बनाना तथा योजनाबद्ध तरीके से काम करना इन्हें खूब आता है. यह स्पष्ट वक्ता, निडर और साहसी होते हैं तथा सच्ची और खरी बात कहने में पीछे नहीं हटते ये बहिर्मुखी होते हैं. व्यवहार—कुशलता की इनमें कमी होती है. किस समय, किस को क्या बोलना है इसका ध्यान न रखकर मुंह पर ही खरी-खोटी कह देते हैं. ये अधिक बोलने के कारण वाचाल और गप्पी समझे जाते हैं. ये नवीनता को जीवन में प्रमुखता देते हैं.
ई से नाम वाले लोग प्यार को लेकर उतने संजीदा नहीं रहते, इसलिए इनसे रिश्ते पीछे छूटने का किस्सा लगा ही रहता है. शुरुआत में ये दिलफेंक आशिक की तरह व्यवहार करते हैं, क्योंकि इनका दिल कब किसपर आ जाए कह नहीं सकते. वैसे तो इनकी जिंदगी में रिश्तों के मामले में उतार चढ़ाव आते ही रहते हैं, और लोगों का आना-जाना लगा ही रहता है. लेकिन एक सच यह भी है कि जिन्हें ये फाइनली दिल में बिठा लेते हैं उनके प्रति पूरी तरह से सच्चे हो जाते हैं. ई अक्षर वाले लोग मजाकिया किस्म के होते हैं. दुख में भी खुशी तलाश लेते हैं. इनकी बौद्धिक क्षमता अद्भुत होती है. कल्पनाशक्ति मजबूत होने के कारण ये रचनात्मक कार्यों से जुड़े पाए जाते हैं. अच्छे लेखक, पेंटर आदि ई अक्षर वाले होते है.
जिन लोगों के नाम ई से शुरू होते हैं, हंसी-मजाक उनकी आदतों में शुमार होता है. यह लोग कुछ मुंहफट-सा मिजाज लिए हुए होते हैं, और इन्हें टोकने वाले लोग बिल्कुल पसंद नहीं होते. ऐसे लोगों से ये तुरंत किनारा करना ही बेहतर समझते हैं. बेतरतीब तरह से रहना इन्हें अच्छा नहीं लगता, सबकुछ व्यवस्थित और सलीके से रखना ही पसंद होता है.