दवाओं के इस्तेमाल को लेकर हम काफी सतर्क होते हैं। सवाल हमारी जिंदगी से जो जुड़ा होता है. दवाओं को लेकर जो सबसे ज्यादा सवाल पूछे जाते हैं वो उसके एक्सपायरी डेट को लेकर होती हैं. एक्सपायर्ड मेडिसिन सेहत के लिए कितनी घातक साबित हो सकती हैं, यह तो हम सभी जानते हैं. लेकिन इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि आप इन्हें डस्टबिन में फेंक दें. अगर आप चाहें तो इन एक्सपायर्ड मेडिसिन की मदद से अपने प्लांट्स का बेहद अच्छी तरह ख्याल रख सकती हैं.
एक्सपायर्ड मेडिसिन से बनाएं कंपोस्ट
आप कुछ एक्सपायर हो चुकी दवाओं को अपने कम्पोस्ट पाइल में डाल सकते हैं. मल्टीविटामिन सहित फोलिक एसिड और विटामिन सी को खाद में डाला जा सकता है.
ऐसे मिलेगा पौधों को पोषण
अगर कुछ मल्टीविटामिन एक्सपायर्ड हो गए हैं तो आप उन्हें डिस्टिल्ड वाटर में घोलें और महीने में एक बार इस पानी को अपने पौधों को डालें। विटामिन बी12 पालक और फलों आदि पौधों में पोषण की मात्रा में सुधार करता है.
फूलों को ताजा रखने ते लिए एस्पिरिन टैबलेट का करें इस्तेमाल
एक बार जब किसी फूल को पौधे से अलग कर दिया जाता है, तो वह जल्द ही मुरझा जाता है, लेकिन अगर आप अपने कटे हुए फूलों को वास में सजा रही हैं और उसे लंबे समय तक ताजा रखना चाहती हैं तो ऐसे में आप फूलदान के पानी में एस्पिरिन मिलाएं. बस आप एस्पिरिन टैबलेट को कुचल दें और इसे पानी मिला लें.
जानिए ड्रग डिके के बारे में
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कोई भी दवा जब बनकर तैयार होती है तो उसी समय से उसका असर कम होने लगता है. इसे ड्रग डिके कहा जाता है. अमेरिकी मानकों के मुताबिक अगर दवा को सही तरीके से स्टोर किया गया है तो एक्सपायरी डेट के बाद भी उसका 90 प्रतिशत असर उसमें बचा रहता है.