Eye Care: आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए फॉलो करें ये आयुर्वेदिक तरीके
Eye Care: हम अपनी आंखों से डेली कितनी सेवाएं लेते हैं, लेकिन इसके बदले हम अपनी आंखों की देखभाल ले लिए कुछ नहीं करते हैं, जिस कारण हमारी आंखों की रोशनी दिन-प्रतिदिन कम भी हो सकती है.
Eye Care: हम सभी हर समय स्क्रीन से घिरे रहते हैं, और इस वजह से हमारी आंखों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ता है-स्क्रीन के सामने लंबे समय तक रहने से लेकर, बाहर की धूप-धूल के संपर्क में आने तक. हमारी आंखों पर पड़ने वाले तनाव को अनदेखा करना आसान नहीं है, लेकिन क्या होगा अगर हम अपनी आंखों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए नेचुरल तरीकों का इस्तेमाल कर सकें. आयुर्वेद, प्राचीन भारतीय विज्ञान है, ये कई तरह के उपचार और अभ्यास प्रदान करता है,जो मदद हमारी मदद कर सकते हैं. यहां ऐसे आयुर्वेदिक तकनीकें दी गई हैं जो न केवल आंखों की रोशनी में सुधार करने में मदद करती हैं बल्कि रोशनी कम होने के जोखिम को भी कम करती हैं.
ब्राह्मी और आंवला
आयुर्वेद में ब्राह्मी (बाकोपा मोनिएरी) और आंवला (भारतीय करौदा) ऐसी जड़ी-बूटियां हैं जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी मानी जाती हैं. ब्राह्मी को आंखों के तनाव को कम करने के लिए जाना जाता है, जबकि आंवला विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो आंखों को नुकसान से बचाता है. ये जड़ी-बूटियां उम्र से संबंधित रोग और मोतियाबिंद को रोकने में मदद कर सकती हैं.
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त्रिफला
त्रिफला तीन फलों – आमलकी (भारतीय करौदा), बिभीतकी और हरीतकी का मिश्रण है और आयुर्वेद में इसे इसके स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है, खासकर आंखों के स्वास्थ्य के लिए. त्रिफला में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो आंखों में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं, जिससे दृष्टि में सुधार होता है. त्रिफला का नियमित सेवन, चाहे पाउडर के रूप में पानी के साथ या गोली के रूप में, आंखों के स्वास्थ्य को काफी हद तक बढ़ा सकता है.
आंखों की एक्सर्साइज
आयुर्वेद अच्छी दृष्टि बनाए रखने के लिए नियमित नेत्र व्यायाम के महत्व पर जोर देता है. दूर की वस्तु पर ध्यान केंद्रित करना, अपनी आंखों को अलग-अलग दिशाओं में घुमाना और पामिंग (अपने हाथों को आपस में रगड़ना और उन्हें अपनी बंद आंखों पर रखना) जैसे सरल व्यायाम रक्त परिसंचरण को बढ़ा सकते हैं और आंखों की मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं. ये व्यायाम आंखों की थकान को कम कर सकते हैं और ध्यान को बेहतर बना सकते हैं.
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सही आहार
आयुर्वेद आंखों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार खाने को कहता है. गाजर और पालक जैसे खाद्य पदार्थ जिनमें बीटा-कैरोटीन की मात्रा अधिक होती है, अच्छी दृष्टि बनाए रखने में मदद करते हैं. बादाम और अखरोट, जो ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, उन्हें खाने से ड्राइ आंखों का जोखिम कम हो सकता है.