Fasting reduces cancer risk : व्रत रखने से कम होता है कैंसर बढ़ने का खतरा, आईए जानते है

Fasting reduces cancer risk : अध्ययन का कहना है की व्रत रखने से कैंसर का खतरा कम हो जाता है आईए जानते है इस लेख के माध्यम से की क्या है सच .

By Ashi Goyal | July 16, 2024 4:31 PM

Fasting reduces cancer risk : व्रत रखने का अद्भुत माहौल, स्वास्थ्य और धार्मिकता के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव होता है, इसे न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी हो सकता है, विशेष रूप से त्योहारों और व्रतों के महीने में, जैसे कि कन्सर रोकने के लिए व्रत रखने के लाभ अध्ययन किए गए हैं:-

1 आहार में परिवर्तन:

व्रत रखने से आमतौर पर अंडाज़े, मांस, अल्कोहल, तेल और मिठाई का सेवन कम होता है, इससे शरीर में वजन कम होने में मदद मिलती है और संक्रमणों से बचाव में सहायक होती है.

Also read : Fat Loss Tips: पतले कमर के सपने को पूरा करेंगे ये ड्रिंक्स, देखते ही देखते गायब होगी पेट की चर्बी

Also read : Muharram Special Recipe: इस साल मुहर्म को बनाएं खास ये गुलाबी शरबत के साथ, ट्राई करें ये रेसिपी

2 आत्म-निगरानी और शांति:

व्रत रखने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, यह मानसिक चिंताओं को कम करके आत्म-निगरानी बढ़ाता है और शांति प्रदान करता है.

Also read : Muharram Recipes: मोहर्रम के दौरान बनाई जाने वाली विशेष रेसिपीज़

3 रसोईया खाद्य सामग्री:

व्रत के दौरान आप विभिन्न प्रकार की रसोईया सामग्री का उपयोग कर सकते हैं जैसे कि सेब, गाजर, मूंगफली, खजूर, आदि जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं.

Also read : Chanakya Niti: शादीशुदा आदमी को कभी किसी से शेयर नहीं करनी चाहिए ये बातें

4 संगठन और आदर्श:

व्रत रखने से स्वास्थ्य बढ़ता है, लेकिन इससे शारीरिक स्वच्छता और अनुशासन को बढ़ाने में भी सहायक होता है, व्रत रखने से आदतें बनती हैं, जो आपको संगठित रखती हैं और जीवन में नियमितता लाती हैं.

Also read : Tricks to make food faster: खाना बनाना चाहते हैं ? मगर झटपट, जानिए ये ट्रिक्स

Also read : 5 Vegetables which rich in protein : इन 5 सब्जियों ने अंडे को पीछे छोड़ा , प्रोटीन भरी सब्जियां

5 आध्यात्मिक एवं सामाजिक संवाद:

व्रत रखने से आध्यात्मिक और सामाजिक संवाद में भी वृद्धि होती है, इसके माध्यम से आप अपने परिवार और समुदाय के साथ संवाद में बढ़ते हैं और अपने आप को आत्मनिर्भर महसूस करते हैं.

व्रत रखने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होने के साथ-साथ, यह आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण होता है, इससे न केवल आपका जीवन स्वस्थ्य रहता है, बल्कि आप अपनी आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी प्रयासरत रहते हैं.

Next Article

Exit mobile version