Financial Planning: सिंगल मदर्स को घर और जॉब दोनों की जिम्मेदारियों को निभाना पड़ता है ताकि वे और उनके बच्चे फाइनेंसियली सिक्योर हो सकें. लेकिन वर्तमान समय के खर्च अनगिनत हैं और अर्निंग लिमिटेड ऐसे में सिंगल मदर्स के लिए यह बहुत जरूरी है वे फाइनांशियल प्लानिंग के साथ चलें. एक्सपर्ट्स का कहना है कि एक सिंगल मदर को अपने बच्चे के जीवन को सिक्योर करने के लिए अपनी पूरी उम्र हमेशा सोचे-समझ कर फैसले लेने की जरूरत होती है. ऐसे में ये टिप्स एक सिंगल मदर के लिए बड़े काम के साबित हो सकते हैं.
सिंगल मदर्स को सबसे पहले एक बजट प्लान बनाने की जरूरत है. यदि आप इस बात से अनजान हैं कि आप अपना पैसा कैसे और कहां खर्च कर रहे हैं, तो आपके फाइनेंस को नुकसान हो सकता है. बजट प्लान से पैसे बचा सकती हैं. यदि आप एक बजट पर टिकी रहती हैं, तो आप अपने फाइनेंस को बहुत अच्छे से मैनेज कर सकती हैं.
कभी भी खराब स्थिति आपकी कमाई और बचत को नुकसान पहुंचा सकती है. या यूं कहें कि आपकी जेब खाली कर सकती है. ऐसी ज्यादातर स्थितियों में, एक इमरजेंसी सेविंग फंड बनाना काम आएगा. महीने के लिए अपना बजट देखें और किसी भी जरूरत को कटौती करें. साथ ही अपनी इनकम का एक पर्सेंट अपनी इमरजेंसी फंड में रखें और तय करें कि इस फंड को छूना भी नहीं है. इससे आपके फंड में पैसे जमा होते जायेंगे. सिंगल मदर्स इस फंड का उपयोग न केवल अपने बच्चे की जरूरतों को पूरा करने के लिए कर सकती हैं, बल्कि इमरजेंसी के टाइम पर भी यह आपके बहुत काम आयेगा. यह एक स्मार्ट डिसीजन है और इससे आप और आपके बच्चे हमेशा सुरक्षित रहेंगी.
सिंगल मदर्स के लिए अपने बच्चे और खुद को किसी भी अनहोनी या जोखिम से सुरक्षित रखना हमेशा अच्छा होता है. एक लाइफ इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस कराना बहुत ही सही डिसीजन हो सकता है. जो सिंगल मदर्स और उनके बच्चों के सेहत संबंधी परेशानी पर इलाज के खर्चे को कवर करता है.
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जब आप सिंगल मदर हैं, तो आप पर अपने खर्चों को पूरा करने के लिए लोन लेने के लिए दबाव डाला जा सकता है. जब तक आप समय पर लोन वापस करने में सक्षम होते हैं, तब तक कर्ज लेना आम तौर से बुरा नहीं है. लेकिन इससे बच्चे के भविष्य पर असर पड़ सकता है.
इनपुट : अनिशा लकड़ा