गंगा दशहरा पर्व शुभ संयोग- पंचांग के अनुसार गंगा दशहरा यानी कि ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 29 मई की सुबह 11 बजकर 49 मिनट से आरंभ होगी और 30 मई, मंगलवार को दोपहर 1 बजकर 7 मिनट पर समाप्त होगी. उदया तिथि की के अनुसार गंगा दशहरा 30 मई को मनाया जाएगा. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त से लेकर दोपहर 1 बजे तक स्नान-दान और पूजा के लिए शुभ मुहूर्त रहेगा.
गंगा दशहरा के दिन पड़ रहा है बड़ा मंगल- इस दिन मां गंगा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. इस साल गंगा दशहरा और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बड़ा मंगल के दिन पड़ रहा है. ज्येष्ठ मई का चौथा बड़ा मंगल 30 मई को गंगा दशहरा के दिन ही पड़ रहा है.
गंगा दशहरा का महत्व- गंगा दशहरा को लेकर यह धार्मिक मान्यता है कि इस दिन ही मां गंगा स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुई थीं. गंगा दशहरा पर पवित्र गंगा नदी में स्नान जरूर करना चाहिए. अगर आपके लिए ऐसा कर पाना संभव न हो तो आपको घर पर ही स्नान करते हुए पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर लेना चाहिए. इस दिन मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है.
गंगा दशहरा पर करें इन वस्तुओं का दान- गंगा दशहरे के दिन गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान जरूर दें. इस दिन जिस भी चीज का दान करें, उसकी संख्या 10 रखने की कोशि करें. जैसे- 10 फल, 10 पंखे, 10 सुराही, 10 छाते या फिर अनाज के 10 पैकेट.
कर्ज से मुक्ति पाने के लिए उपाय- कर्ज से मुक्ति पाने के लिए अपनी लंबाई के बराबर काला धागा लें. इस धागे को नारियल पर लपेट लें. शाम के समय इस नारियल को बहते हुए जल में प्रवाहित करें. ऐसा करते समय भगवान से प्रार्थना करें. इसके बाद पीछे मुड़कर न देखें.
आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के उपाय- गंगा दशहरा के दिन पेड़ लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसा करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है. घर में पेड़ लगाने से आर्थिक संकट दूर होते हैं. पेड़ लगाने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
गंगाजल से करें ये उपाय- घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि के लिए गंगाजल को घर में जरूर रखना चाहिए. केवल इस बात का ध्यान रखें कि मंदिर या किसी पवित्र स्थान पर ही गंगाजल रखें. ऐसा करने से परिवार में खुशियां बनी रहती है.