Gita Updesh: मुश्किल लक्ष्य भी लगने लगेगा आसान, बस गीता के ये 5 उपदेश रखें याद

Gita Updesh: गीता के उपदेशों का धार्मिक महत्व होने के साथ-साथ नैतिकता, कर्म, जीवन के मूल्यों, योग और ध्यान के गहरे सिद्धांतों पर भी आधारित है.

By Shashank Baranwal | January 16, 2025 7:00 AM

Gita Updesh: श्रीमद्भगवद्गीता एक ऐसा ग्रंथ है, जिसमें जीवन से जुड़ी हर समस्याओं का हल मिल जाता है. गीता के उपदेश स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने महारथी अर्जुन को उस समय सुनाया था, जब उनका मन कुरुक्षेत्र की रणभूमि में युद्ध करने से डगमगाने लगा था. गीता के माध्यम से उन्होंने अर्जुन को जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर उपदेश दिया था. गीता के उपदेशों का धार्मिक महत्व होने के साथ-साथ नैतिकता, कर्म, जीवन के मूल्यों, योग और ध्यान के गहरे सिद्धांतों पर भी आधारित है. ऐसे में गीता के ये 5 बातें जो भी मनुष्य अपने जीवन में अनुसरण करता है, सफलता उसके कदम चूमती हैं.

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  • श्रीमद्भगवद्गीता में बताया गया है कि इंसान को आगे बढ़ने के लिए सकारात्मक सोच रखना चाहिए. सकारात्मक सोच व्यक्ति की सफलता के लिए बहुत जरूरी होता है. श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया था कि सकारात्मक सोच, और ईमानदारी से किया गया कर्म व्यक्ति की सफलता का पहला कदम होता है. परिस्थितियां चाहे जितनी भी विपरीत हो, हमें कभी हार नहीं मानना चाहिए.
  • गीता सार में लिखा है कि व्यक्ति को धैर्य रखते हुए अपने कर्म निरंतर करना चाहिए, क्योंकि सफलता एक प्रक्रिया होती है. इसके लिए व्यक्ति को कई प्रक्रियाओं से होकर गुजरना होता है. लगातार बिना किसी अवरोध के काम करते रहेंगे तो एक दिन सफलता जरूर कदम चूमेगी.
  • गीता उपदेश या महाभारत हमें यह सिखाती है कि इंसान को श्रेष्ठ गुरु और मार्गदर्शक का चुनाव करना चाहिए, क्योंकि अगर हमारे पास अगर सही मार्गदर्शक होगा तो वह हर मुश्किल परिस्थितियों के आने से पहले आगाह कर देगा. व्यक्ति को अपने गुरु और मार्गदर्शक से काम के बारे में बातचीत करते रहना चाहिए.
  • किसी काम को आसानी से खत्म करने के लिए टीम वर्क बहुत जरूरी होता है. अगर संगठन में रहकर काम करते हैं, तो एक न एक दिन मंजिल जरूर मिलती है. ऐसे में जिस काम को अकेले नहीं किया जा सकता है उस काम को करने के लिए इंसान को एकजुटता दिखानी ही चाहिए.
  • गीता उपदेश के अनुसार, जो व्यक्ति धर्म की राह पर चलकर काम करता है, उसका कभी अनिष्ट नहीं होता है. यही कारण है कि 100 कौरवों को 5 पांडवों ने मिलकर हरा दिया, क्योंकि पांडव धर्म की राह पर चल रहे थे. 

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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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