Gita Updesh: गीता के इन 6 उपदेशों से बदल जाएगा जीवन, एक बार जरूर पढ़ें

Gita Updesh: द्वापर युग में दी गई भगवान श्री कृष्ण की सीख आज भी इंसान को सुख, शांति और मुक्ति प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शक का काम करती है.

By Shashank Baranwal | January 1, 2025 7:43 PM

Gita Updesh: मनुष्य को जीवन की सही दिशा की अनुभूति श्रीमद्भगवद्गीता कराती है. भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कुरुक्षेत्र की रणभूमि में सही निर्णय लेने के लिए न सिर्फ गीता के उपदेश दिये थे बल्कि उन्हें साक्षात अपने विराट स्वरूप के दर्शन भी कराए थे. द्वापर युग में दी गई भगवान श्री कृष्ण की सीख आज भी इंसान को सुख, शांति और मुक्ति प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शक का काम करती है. ऐसे में आइए गीता के कुछ उपदेशों के बारे में जानते हैं, जिसको अगर कोई व्यक्ति अमल में लाता है तो उसका जीवन बदल जाएगा.

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  • भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि जीवन में कुछ हुआ है, जो कुछ हो रहा है और जो कुछ होगा, सब अच्छा होगा. ऐसे में इंसान को किसी भी बात का दुख या चिंता नहीं करनी चाहिए. जो व्यक्ति इस बात को अच्छे से समझ लेता है उसके जीवन का उद्धार हो जाता है.
  • भगवान श्रीकृष्ण के मुताबिक, कोई भी इंसान जन्म से बड़ा नहीं होता है बल्कि उसका कर्म इंसान को बड़ा बनाता है. ऐसे में व्यक्ति को सद्मार्ग पर चलकर अच्छे काम करने चाहिए. जो व्यक्ति बुरे कर्मों में फंस जाता है तो वह कभी उससे उबर नहीं पाता है. जिसकी वजह से उसका पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है.
  • श्रीमद्भगवद्गीता में लिखा है कि जो इंसान सफलता में अहंकारी और असफलता में निराश और हताश नहीं होता है वह जीवन में जरूर सफल होता है, क्योंकि दोनों ही परिस्थितियों में व्यक्ति का दिमाग काम करना बंद हो जाता है. जिसकी वजह से दिनो-दिन पीछे होता रहता है.
  • गीता उपदेश में भगवान श्रीकृष्ण बताते हैं कि जो चीज आपका है उसे पूरी दुनिया की ताकत भी इकट्ठा हो जाए तो आपसे नहीं छीन सकती है. इस बात को जो अच्छी तरीके से समझ गया उसे किसी भी बात का दुख नहीं रहता है. जो शख्स आपकी जिंदगी से चला गया, समझो वह कभी आपका था ही नहीं.
  • श्रीमद्भगवद्गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने बताया है कि इंसान को समय से पहले और भाग्य से ज्यादा कभी नहीं मिलता है. ऐसे में लोगों को बिना कुछ सोचे अपना कर्म करते रहना चाहिए. जब जो होना होगा वह हो जाएगा. भविष्य की बातों को लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए.
  • गीता उपदेश के मुताबिक व्यक्ति को आलोचनाओं से कभी नहीं डरना चाहिए. जो इंसान आज आपकी आलोचना या निंदा कर रहा है, उस इंसान की राय आपकी सफलता के बाद बदल जाती है. ऐसे में आलोचकों की बातों पर इंसान को ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए.

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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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