Gita Updesh: इन चीजों पर घमंड पड़ सकता है भारी, जितनी जल्दी हो सके सुधार लें आदतें

Gita Updesh: गीता के उपदेशों का सार यह है कि जीवन के हर क्षेत्र में उद्देश्यपूर्ण कार्य, भक्ति, ज्ञान और योग की आवश्यकता होती है. यह व्यक्ति को मानसिक शांति और आत्म साक्षात्कार की तरफ मार्गदर्शन करती है.

By Shashank Baranwal | January 21, 2025 8:31 PM

Gita Updesh: सनातन धर्म में कई ऐसे शास्त्र हैं, जो जीवन जीने का सलीका बताते हैं. श्रीमद्भगवद्गीता उन्हीं में से एक शास्त्र है. गीता को पढ़ा हुआ इंसान दूसरों से बहुत अलग नजर आता है. ऐसे इंसान ज्यादा भौतिकवाद में नहीं फंसते हैं. भगवद्गीता इंसान को आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देती है. जो भी इंसान गीता के उपदेशों को अपने जीवन में अनुसरण करता है, उसे निस्संदेह एक दिन मंजिल जरूर मिलती है. गीता उपदेश इंसान का धार्मिक, नैतिक और दार्शनिक दृष्टिकोण मजबूत करता है. गीता के उपदेशों का सार यह है कि जीवन के हर क्षेत्र में उद्देश्यपूर्ण कार्य, भक्ति, ज्ञान और योग की आवश्यकता होती है. यह व्यक्ति को मानसिक शांति और आत्म साक्षात्कार की तरफ मार्गदर्शन करती है. ऐसे में गीता में कहा गया है कि व्यक्ति को इन चीजों पर कभी घमंड नहीं करना चाहिए, नहीं तो इंसान का जीवन बर्बाद हो जाता है.

यह भी पढ़ें- Gita Updesh: मुश्किल लक्ष्य भी लगने लगेगा आसान, बस गीता के ये 5 उपदेश रखें याद

यह भी पढ़ें- Gita Updesh: किसी काम के लायक नहीं रह जाता इंसान, अपाहिज बना देती हैं ये चीजें

  • गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि व्यक्ति को अपने ज्ञान पर कभी अहंकार नहीं करना चाहिए. घमंड में सीखी गई विद्या एक न एक दिन व्यक्ति का साथ जरूर छोड़ देती है. विनम्रता के साथ ज्ञानार्जन करने वाला इंसान जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ता है.
  • श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार, व्यक्ति को अपनी सुंदरता पर कभी घमंड नहीं करना चाहिए, क्योंकि शरीर समय के साथ वृद्ध,विकृत और नष्ट हो जाता है. ऐसे में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि हमें शरीर और बाहरी रूप के प्रति भूलकर भी अहंकार नहीं करना चाहिए. ऐसे में इंसान को अपनी आत्मा को शुद्ध करने का प्रयास करना चाहिए.
  • भगवद्गीता में बताया गया है कि कुल से व्यक्ति बड़ा नहीं होता है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति तथाकथित तौर पर उच्च कुल में पैदा भी हो गया है, तो उस पर घमंड नहीं करना चाहिए. अगर उच्च कुल में जन्मा वाला इंसान दूसरों के प्रति अहंकार का भाव रखता है, तो गलत रास्ते पर जाने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है.
  • भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि इंसान को धन पर कभी घमंड नहीं करना चाहिए, क्योंकि धन आज है, कल नहीं रहेगा. ऐसे में धन को लेकर भूलकर भी मन में अहंकार का भाव नहीं आना चाहिए, क्योंकि धन का अहंकार रखने वाला जीवन में कभी सुखी नहीं रहता है.

यह भी पढ़ें- Gita Updesh: हर मुश्किल काम में मिलेगी सफलता, श्रीकृष्ण के इन बातों का रखें ख्याल

Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है.

Next Article

Exit mobile version