Loading election data...

खाने में ऊपर से नमक लेने की आदत से होगा भारी नुकसान, बंद करें सेहत से खिलवाड़

Side Effects of Eating too Much Salt: समोसा से लेकर सूप खाने और पीने में काफी टेस्टी लगते हैं इसपर चटपटे मसाले इसका स्वाद और भी बढ़ा देते हैं लेकिन ये भी गौर करना जरूरी है कि इन खाद्य पदार्थों में नमक की मात्रा अधिक होती है. जो हमारी सेहत के लिए सही नहीं है.

By Meenakshi Rai | January 28, 2024 5:51 PM

खाने में नमक का डोज बढ़ाकर बना रहे जहर

अगर आप खाने के शौकीन लोगों से बात करेंगे उन्हें अगर ऊपर से नमक या चाट मसाला ना मिले तो भोजन में स्वाद नहीं आता. इसलिए इन्हें जरा सा नमक कम लगा तो फिर नमक चाहिए. लेकिन उन्हें ये पता नहीं होता कि वे खाने में नमक का डोज बढ़ाकर इसे जहर बना रहे हैं. कई लोग अनजाने में जरूरत से ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन कर लेते हैं. समय के साथ अधिक नमक वाला आहार चुपचाप हमारे कई अंगों और शरीर के कार्यों को नुकसान पहुंचा सकता है. अधिक नमक के सेवन से व्यक्ति फूला हुआ महसूस करता है और पैरों में सूजन देखी जा सकती है. समय के साथ बहुत अधिक नमक भी हाई ब्लड प्रेशर, ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकता है,जो हमारे दिल के दौरे और स्ट्रोक जोखिम को बढ़ा सकता है.

वाटर रिटेंशन

अत्यधिक नमक का सेवन कुछ लोगों में वाटर रिटेंशन और सूजन का कारण बनता है. इसका प्रभाव अल्पकालिक (short term) के लिए हो सकते हैं यदि सोडियम का सेवन कम कर दिया जाए तो. लेकिन लंबे समय में वे किडनी को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं.

किडनी पर असर

यदि आप बहुत अधिक नमक खाते हैं, तो सोडियम का बढ़ा हुआ स्तर किडनी के सुचारू कामकाज में बाधा डालता है जो रक्त को फिल्टर करने में परेशानी होती है.

हो सकता है ऑस्टियोपोरोसिस

लंबे समय तक भोजन में अत्यधिक नमक शरीर के कोशिकाओं में पानी जमा होने का कारण बन सकता है. यह शरीर को कैल्शियम का उत्सर्जन करने के लिए मजबूर करता है, जिससे हड्डियों का कमजोर और ऑस्टियोपोरोसिस होता है.

बन सकता है स्ट्रोक का कारण

जब अह अत्यधिक मात्रा में नमक के सेवन करते हैं तो इसका प्रभाव खासकर किडनी पर पड़ता है. इससे हमारे शरीर में पानी जमा होने लगती है और गुर्दे खराब होने लगते हैं, तो इसका परिणाम हाई ब्लड प्रेशर भी होता है, जो बाद में स्ट्रोक का कारण बन सकता है.

ट्रिगर करता है माइग्रेन

नमक का अत्यधिक सेवन भी सिरदर्द का कारण बनता है जो माइग्रेन बन सकता है. ये सिरदर्द डिहाइड्रेटेडशन प्रेरित हैं. ऐसे में खुद को हाइड्रेटेड रखने और खूब पानी पीने की जरूरत है.

Also Read: जाड़े में जोड़ों के दर्द से हैं परेशान तो अपनाएं ये उपाय

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

Next Article

Exit mobile version