Hartalika Teej simple mehndi design :
हरतालिका तीज के लिए महिलाएं खासतौर पर सजती संवरती हैं और मेंहदी भी लगाती हैं. तो इस साल 21 अगस्त शुक्रवार को मनाई जा रही हरतालिका तीज के लिए आप भी देखें कुछ सबसे नई और खूबसूरत मेंहदी डिजाइंस, ताकि जब आप मेंहदी अपने हाथों में लगाएं तो आपके पति ही नहीं बल्कि हर कोई देखता ही रह जाए. आजकल हाथों की मेंहदी डिजाइन के मामले में कई नई तरह की डिजाइन पॉपुलर हो गई हैं. इनमें ब्रश या ईयर बड की मदद से पंखुरी वाली डिजाइन आसानी से बनाई जा सकती है. यहां हमने आपके लिए खासतौर ऐसी ही कुछ डिजाइन चुनी हैं और उन्हें बनाने का तरीका भी दिखाया है. तो आइए जानते हैं कुछ लेटेस्ट मेहंदी डिजाइन के बारे में जिसे लगाकर आप और खुबसूरत दिखेंगी…
दरअसल, इस पर्व के दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन अपने पति के लिए पूजा करने से पति की उम्र लंबी होती है. इसीलिए महिलाएं इस व्रत को बड़ी श्रद्धा भाव से करती हैं.
आपको बता दें कि यह पर्व गुरुवार यानि आज 20 तारीख, समय सुबह 6 बजकर 18 मिनट से ही शुरू हो गया है. इसकी द्वितीया तिथि प्रारंभ होकर रात 4 बजकर 14 मिनट तक रहेगा. आज महिलाएं नहाने के बाद पूजा पाठ करके की भोजन करती हैं. यही कारण है कि इसे नहाय खाय कहा जाता है.
वहीं, इसके तृतीया तिथि की शुरुआत शुक्रवार को होनी है. 21 अगस्त की सुबह से ही महिलाएं रात 1 बजकर 59 मिनट तक व्रत में रहेंगी. जबकि, शनिवार की सुबह स्नान करने के बाद पारण करेंगी.
आपको बता दें कि हरतालिका तीज व्रत के दिन कन्याएं और सौभाग्यवती महिलाएं निराहार और निर्जला व्रत रखती हैं. ताकि उनके पति की उम्र लंबी हो और भाग्य में वृद्धि हो. इस दौरान सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं. इस सोलह श्रृंगार का पहला चरण मेहंदी ही है.
हरतालिका तीज व्रत के लिए महिलाओं को अन्न और जल का त्याग पूरे एक दिन के लिए कर देना होता है. आमतौर पर तीज की पूजा रात में होती है. इस दौरान मन से सभी क्लेश, बुराईयां, लोभ, लालच व क्रोध हटा देना चाहिए. उसके बाद मां पार्वती और भगवान शिव की श्रद्धा भाव से पूजा-अर्चना करनी चाहिए.
हरितालिका तीज व्रत में पूरे दिन जल ग्रहण नहीं किया जाता है. व्रत के अगले दिन पति के हाथों जल ग्रहण करने व्रत तोड़ना चाहिए. इसे प्रत्येक वर्ष विधि-विधान से करना चाहिए. हरतालिका कुंवारी कन्याएं भी इस व्रत को करती हैं.
Posted By : Sumit Kumar Verma