22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Hartalika Teej 2024: कुंवारी कन्याए भी करती है हरतालिका तीज का यह व्रत, सुहागनों को मिलता है अखंड सुहाग का वरदान

Hartalika Teej 2024: हरतालिका तीज देवी पार्वती की भगवान शिव के प्रति भक्ति का उत्सव है, जिसमें महिलाएं वैवाहिक सुख और शिव जैसे पति के लिए उपवास रखती हैं.

Hartalika Teej 2024: हरतालिका तीज, भारत में मुख्य रूप से हिंदू महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक शुभ त्यौहार है, जो देवी पार्वती और भगवान शिव को समर्पित भक्ति, उपवास और प्रार्थना का दिन है. हिंदू महीने भाद्रपद के शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन मनाया जाने वाला यह त्यौहार मानसून के मौसम में आता है, आमतौर पर अगस्त या सितंबर में.

इस वर्ष हरतालिका तीज 6 सितंबर को मनाई जाएगी, यह दिन विवाहित महिलाओं के लिए बहुत आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, जो अपने पति की भलाई और दीर्घायु के साथ-साथ एक सामंजस्यपूर्ण विवाहित जीवन के लिए शिव और पार्वती से प्रार्थना करती हैं. अविवाहित महिलाएं भी भगवान शिव जैसा पति पाने के लिए यह व्रत रखती हैं.

Hartalika Teej 2024
Hartalika teej 2024

Hartalika Teej की कहानी

“हरतालिका” नाम संस्कृत शब्दों “हरत” (अपहरण) और “आलिका” (महिला मित्र) से लिया गया है. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह त्यौहार उस समय की याद दिलाता है जब देवी पार्वती को भगवान विष्णु से विवाह करने से रोकने के लिए उनकी सहेलियों ने उनका अपहरण कर लिया था, क्योंकि वह भगवान शिव से विवाह करना चाहती थीं.

उनकी भक्ति का सम्मान करने के लिए, भगवान शिव उनके सामने प्रकट हुए और उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया, जिसके कारण उनके मिलन के सम्मान में इस दिन को मनाया जाने लगा.

हरतालिका तीज पर व्रत रखना बहुत पुण्यदायी माना जाता है. महिलाएं इस दिन भोजन और पानी से परहेज करती हैं, अपना पूरा दिन पूजा, अनुष्ठान और प्रार्थना के लिए समर्पित करती हैं.

Also Read: Hartalika Teej 2024 Mehendi: हरियाली तीज पर मेहंदी लगाना इसलिए माना जाता है जरूरी, जानें धार्मिक महत्व

Hartalika Teej पूजन विधि

इस दिन सूर्योदय से पूर्व सुबह जल्दी स्नान करके, पारंपरिक पोशाक पहनकर, खुद को गहनों से सजाकर और पूजा के लिए भगवान शिव और देवी पार्वती के प्रतीक शिवलिंग तैयार करके मनाया जाता है. त्यौहार का महत्व उपवास और अनुष्ठानों से परे है, यह वैवाहिक संबंधों में शक्ति और भक्ति, इच्छाओं की पूर्ति और पति-पत्नी के बीच आध्यात्मिक बंधन का प्रतीक है.

अपने धार्मिक महत्व के अलावा, हरतालिका तीज सामाजिक समारोहों का भी समय है, जहां महिलाएं पारंपरिक गीत गाने, लोक नृत्य करने और त्यौहारी खाद्य पदार्थ साझा करने के लिए एक साथ आती हैं. यह त्यौहार राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में विशेष रूप से जीवंत है, जहां इसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है.

जैसे-जैसे हरतालिका तीज 2024 नजदीक आ रही है, देश भर की महिलाएं इस दिन को गहरी भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाने की तैयारी कर रही हैं, जो देवी पार्वती और भगवान शिव के बीच दिव्य प्रेम और प्रतिबद्धता का जश्न मनाने वाली सदियों पुरानी परंपराओं को जारी रखती हैं.

Also Read: Hartalika Teej 2024: पहली बार करने जा रही हैं हरतालिका तीज, तो इन चीजों का जरूर रखें ध्यान

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें