Summer Tips : गर्मी में ये नहीं खाया तो क्या खाया! बिहार-झारखंड व बंगाल की है पहली पसंद

गर्मी की खास सब्जी है सहजन, जो लोगों को खूब भाती है. जानिए ऐसी बातें, जो उन्हें भी ‘सजना सुट्टी’ खाने पर मजबूर कर देंगी, जो अब तक इसे भाव नहीं देते थे.

By Rajnikant Pandey | April 3, 2024 5:32 PM

Summer Tips : बिहार, झारखंड और बंगाल में खास कर सहजन की सब्जी खूब पसंद की जाती है. लोग जनवरी आते ही इसका इंतजार करने लग जाते हैं जब आम के बौर के साथ-साथ सहजन के फूल भी पेड़ों पर आने लगते हैं. इसे मुनगा, मोरिंगो व आम बोलचाल में ‘सजना सुट्टी’ भी कहते हैं. इसके औषधीय गुणों से तो आप अच्छी तरह परिचित होंगे. यह एंटी फंगल है एवं विटामिन-मिनरल्स गुणों से भरपूर होता है. विशेषज्ञों की मानें तो इस मौसम में इसे खाने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है. वहीं इसके फूल व पत्तियां भी काफी उपयोगी हैं. यहां तक कि इसके कई सौंदर्य लाभ भी हैं. आपके बाल, त्वचा व संपूर्ण स्वास्थ्य को यह कई तरह से लाभ पहुंचाता है. इसके एंटी फंगल व एंटी बैक्टिरियल गुण आपको चुस्त-दुरुस्त रखते हैं. जानते हैं ऐसे ही सहजन के नौ आश्चर्यजनक फायदे.

मुंहासे को जड़ से मिटाता है

जैसा कि हम जानते हैं सहजन एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है, जो इसे त्वचा की बीमारियों से निपटने में बेहद उपयोगी बनाता है. यहां तक कि इसके सौंदर्य लाभ भी हैं, जो आप नहीं जानते होंगे! वह यह है कि यह मुंहासे, फोड़े-फुंसियों को कम करने में मदद करता है. आप अपनी त्वचा को तुरंत साफ करने के लिए इसकी पत्तियों से फेस मास्क भी बना सकते हैं. इनमें विटामिन ए, बी और सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो बुढ़ापा (एजिंग प्रोसेस) जल्दी नहीं आने देता.

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सूजन को कम करता है

दमकती और चमकती त्वचा के लिए डायटीशियन भी आपको अपने आहार में सूजनरोधी खाद्य पदार्थों को शामिल करने की सलाह देते हैं. सहजन में मौजूद फ्लेवोनोइड्स और आइसोथियोसाइनेट्स उसे सूजन से लड़ने की क्षमता देते हैं. दरअसल, ये शरीर में मौजूद साइटोकिंस नामक रसायन को नियंत्रित करते हैं, जिसकी वजह से कई बार चेहरा फूला-फूल सा नजर आता है. इसका ये गुण गठिया-जोड़ों के दर्द में भी काफी आराम पहुंचाता है.

वजन घटाने में भी है सहायक

आपको जानकर हैरानी होगी कि वजन घटाने में भी सहजन गुणकारी माना गया है. हालांकि यह हालिया शोध है, जो पिछले कुछ समय से चर्चा में है. ऐसा उसमें आइसोथियोसाइनेट्स नामक यौगिक की उपस्थिति के कारण है; जो वजन को बढ़ने से रोकने के लिए जाना जाता है. शायद यही वजह है कि पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी सहजन को एक नेचुरल डायट्री सप्लीमेंट के रूप में भी देखा जाने लगा है, जिसके सेवन करने से आपका भोजन संतुलित हो जाता है.

पाचन स्वास्थ्य में करता है सुधार

पेट खराब होने के लक्षण सबसे पहले हमारे चेहरे पर दिखाई पड़ते हैं. तैलीय और मसालेदार खान-पान पाचन संबंधी समस्याओं को बढ़ाता है. ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि पेट के स्वास्थ्य को नजरअंदाज न किया जाये. सहजन आपके पाचन तंत्र में गुड बैक्टीरिया के उच्चतम स्तर को बनाये रखता है. यह अल्सर से भी लड़ता है.

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हृदय स्वास्थ्य को देता है बढ़ावा

सक्रिय एवं स्वस्थ जीवन के लिए हृदय का स्वस्थ रहना महत्वपूर्ण है. कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि नियमित रूप से सहजन का सेवन करने से डायस्टोलिक कार्डियक फंक्शन में सुधार हुआ. यहां तक कि धमनियों के संकुचन में भी कमी देखी गयी. यह कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप के स्तर को कम करने में भी मदद करता है तथा फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से लड़ता है. जब शरीर में फ्री रेडिकल्स (मुक्त अणु) की मात्रा बढ़ने लगती है, तो बीमारियां होने लगती हैं और त्वचा पर बुढ़ापा भी उम्र से पहले ही झलकने लगता है. इस प्रकार यह हृदय रोगों को दूर रखने में भी सहायक है.

कैंसर से लड़ने की है इसमें क्षमता

सहजन के कई फायदों में से एक इसका कैंसर से लड़ने वाला गुण भी शामिल है. यह सब्जी कैंसर सेल्स (कोशिका) की वृद्धि को रोकती है, इसीलिए इसे एक पावरफुल डायट्री सप्लीमेंट माना जाता है. यह स्तन कैंसर और पेट से जुड़े कैंसर के खिलाफ भी असाधारण रूप से अच्छा काम करता है. यह इसमें मौजूद नैनोकंपोजिट नामक यौगिक के कारण होता है, जो कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर आश्चर्यजनक रूप से स्वस्थ कोशिकाओं को बनाये रखता है!

मस्तिष्क स्वास्थ्य को करता है मजबूत

दिमागी सेहत को मजबूती देनेवाले कई खाद्य पदार्थों के बारे में आप जानते होंगे, जिनमें सबसे खास है सी फूड यानी समुद्री भोजन. वहीं शाकाहारियों के लिहाज से सहजन उसी अनुरूप मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला विकल्प माना गया है. यह न्यूरोडीजेनेरेशन को धीमा करता है और याददाश्त में सुधार करता है.

खून को करता है डिटॉक्सीफाई

ज्यादातर लोग जानते हैं कि खून साफ करने में नीम की पत्तियां कितनी उपयोगी मानी गयी हैं. इसका उपयोग आयुर्वेद में सदियों सेत्वचा संबंधी समस्याओं के उपचार में किया जाता रहा है.
लेकिन आप शायद यह नहीं जानते होंगे कि सहजन आपके रक्त से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी उतना ही प्रभावी है. यह बैक्टीरिया और फंगस से मजबूती से लड़कर कुछ संक्रमणों की संभावना को कम करता है.

आपके लीवर को देता है संपूर्ण पोषण

यही कारण है कि त्वचा विशेषज्ञ सबसे पहले अपने मरीजों का लीवर फंग्शन जांच करते हैं, जो त्वचा के लिए एक इंडीकेटर की तरह है. सहजन के जबरदस्त फायदों में से एक है कि यह आपके लीवर और किडनी को कुछ विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाने की क्षमता भी रखता है. वहीं शरीर में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और बाहरी दवाओं से होने वाली क्षति को भी ठीक करता है.

सहजन खाने से पहले कौन लोग रखें ध्यान

  • सहजन गर्म प्रकृति का होता है, अत: गर्भवती महिलाओं को बिना डॉक्टर की सलाह लिये इसे नहीं खाना चाहिए. इससे गर्भपात का खतरा रहता है.
  • सहजन का सेवन लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए नुकसानदायी माना गया है.
  • सहजन का अत्यधिक सेवन शरीर में वात-पित्त को बढ़ा सकता है.
  • मधुमेह रोगियों के लिए सहजन का सेवन काफी फायदेमंद माना गया है, मगर इसका अधिक सेवन करने से यह शरीर में शुगर लेवल बढ़ा सकता है.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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