Hindu Nav Varsh 2025: अंग्रेजी नव वर्ष 2025 के आगमन के लिए एक दिन और बचा हुआ है. फिर 2024 की विदाई हो जाएगी. यह नव वर्ष ग्रेगोरियन कैलेंडर पर आधारित है. लेकिन क्या आपको पता है कि हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक नया साल कब आने वाला है. नहीं तो आइए जानते हैं. हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक, नव वर्ष की शुरुआत चैत्र महीने से होती है. इसे विक्रम संवत और नव संवत्सर के नाम से भी जाना जाता है.
हिन्दू नववर्ष की शुरुआत
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हिन्दू नववर्ष का आरंभ चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 30 मार्च, 2025 से हो रहा है. यह विक्रम संवत 2082 होगा. हिन्दू धर्म में यह मान्यता है कि इस तिथि से ही भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना शुरू की थी. साथ ही इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का राज्याभिषेक भी हुआ था. इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि देवी शक्ति की पूजा की शुरुआत और युधिष्ठिर का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ था. इस तिथि के हिसाब से नव संवत्सर के राजा निर्धारित होते हैं. जिससे यह देखा जाता है कि हिन्दुओं का नया साल किस तरह रहेगा.
कौन सा ग्रह होगा राजा?
- हिन्दू नववर्ष के राजा- जिस दिन से हिन्दू नववर्ष शुरू होता है उस दिन के स्वामी को राजा माना जाता है. साल 2025 के राजा सूर्य हैं.
- हिन्दू नववर्ष के मंत्री- जिस दिन वैशाख महीने का पहला दिन होता है उस दिन के स्वामी को मंत्री माना जाता है. साल 2025 के मंत्री भी सूर्य हैं. 2025 में वैशाख महीने की शुरुआत 13 अप्रैल, 2025 दिन रविवार से हो रहा है.
जानें क्या है विक्रम संवत
विक्रम संवत की शुरुआत विक्रमादित्य नामक शासक ने की थी. उस समय के बड़े खगोल शास्त्री वराहमिहिर की सहायता से विक्रम संवत को बढ़ाने में मदद मिली. विक्रम संवत से ही साल में 12 महीने और सप्ताह में 7 दिन की शुरुआत हुई थी. यह संवत ग्रेगोरियन कैलेंडर से 57 साल आगे है. यहां महीने का हिसाब सूर्य और चंद्र की गति पर निर्भर करता है, जो कि इस प्रकार हैं- चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन, कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष, माघ और फाल्गुन शामिल हैं.