Holi 2022: जितना बड़ा हमारा देश है उतनी ही अधिक यहां की परंपराएं है. परंपराओं की इन्हीं विधाओं में देश की संस्कृति की भी झलकती है. इन्हीं परंपराओं के बीच पूरा देश होली की मस्ती में झूम रहा है. लेकिन क्या आप जानते है देश के अलग-अलग हिस्सों में होली की मस्ती भी अलग-अलग होती है. कहीं लठमार होती होती है, तो कहीं फूलों की होली. बरसाने की होली कौन नहीं जानता. इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसी ही परंपरा से रूबरू कराने जा रहे हैं. जो मध्य प्रदेश की परंपरा है.
मध्य प्रदेश की परंपरा: बात करें होली में परंपरा की तो मध्य प्रदेश में भील आदिवासियों का होली का रंग अनोखा ही होता है. दरअसल, होली के मौके पर जो हाट बाजार लगता है. जहां भील आदिवासी रंग और गुलाल समेत जरूरी सामान खरीदने जाते हैं. लेकिन सबसे खास बात है कि इस हाट से ये अपने लिए जीवन साथी भी ले आते हैं.
गुलाल से तय होता है जीवनसाथी: जी हां, होली के मौके पर सभी गांव वाले हाट में इकट्ठा होते हैं. इस मौके पर भील युवक नृत्य भी करते हैं और वाद्य यंत्र भी बजाते हैं. इसी क्रम में वो हाथों में गुलाल लेकर वहां मौजूद किसी युवती के गालों में उसे लगा देते हैं. अगर बदले में उस युवती ने भी गुलाल लगा दिया तो इसे आपसी रजामंदी समझा जाता है.
भील युवक सदियों से इस परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं. इस परंपरा के अनुसार अगर युवक और युवती एक दूसरे के गाल पर गुलाल लगा देते हैं तो समझा जाता है कि दोनों एक दूसरे के साथ जीवन बिताने के लिए तैयार हैं. और युवक उस युवती को हाट से भगाकर ले जाता है. भील लोग इसे शादी का रश्म मान लेते हैं और दोनों की शादी हो जाती है.
Posted by: Pritish Sahay