Holika Dahan 2022: होलिका के भस्म का ऐसे करें प्रयोग, दूर होंगे सारे दुख
Holika Dahan 2022: मान्यता है कि होलिका दहन की अग्नि में आहुति देने से जीवन की नकारात्मकता समाप्त होती है. कई लोग होली की भस्म लाकर ताबीज में भरकर बाधंते हैं. माना जाता है इससे घर में बुरी आत्माओं का प्रभाव नहीं होता और न ही किसी प्रकार के तंत्र मंत्र से नुकसान होता.
होलिका दहन आज 17 मार्च को है. होलिका शाम के समय जलाई जाएगी. हर साल होलिका दहन के दिन भद्रा लगती है. मान्यता है कि होलिका दहन की अग्नि में आहुति देने से जीवन की नकारात्मकता समाप्त होती है. होलिका की राख के इन उपायों से सभी परेशानियों को दूर किया जा सकता है. इतना ही नहीं, इससे मां लक्ष्मी भी मेहरबान होती हैं. आइए जानें इन उपायों के बारे में.
पढ़ें ये 4 मान्यताएं
1- मान्यता है कि होली की भस्म शुभ होती है और इसमें देवताओं की कृपा होती है. इस भस्म को माथे पर लगाने से भाग्य अच्छा होता है और बुद्धि बढ़ती है.
2 -एक मान्यता यह भी है कि भस्म में शरीर के अंदर स्थित दूषित द्रव्य सोख लेने की क्षमता होती है, इस कारण पर भस्म लेपन करने से कई तरह के चर्म रोग नहीं होते हैं.
होली की भस्म से दूर होती हैं बुरी आत्माएं
3- ऐसा भी माना जाता है कि होली की बची हुई अग्नि और भस्म को अगले दिन प्रात: घर में लाने से घर को अशुभ शक्तियों से बचाने में सहयोग मिलता है.
4- कई लोग होली की भस्म लाकर ताबीज में भरकर बाधंते हैं. माना जाता है इससे घर में बुरी आत्माओं का प्रभाव नहीं होता और न ही किसी प्रकार के तंत्र मंत्र से नुकसान होता.
भस्म का लेपन करते समय मंत्र का जाप करना शुभ माना गया है-
वंदितासि सुरेन्द्रेण ब्रह्मणा शंकरेण च.
अतस्त्वं पाहि मां देवी! भूति भूतिप्रदा भव..
साथ ही होली की भस्म के लिए एक मान्यता ये भी है कि इसे घर में लाने से घर से नकारात्मक और अशुभ शक्तियों का प्रभाव खत्म होता है. इसलिए लोग इसे घर में लाकर रखते हैं .. वहीं कुछ लोग इसे ताबीज में भरकर घारण करते हैं, ताकि नकारात्मक शक्तियों और तंत्र-मंत्र के प्रभाव से बच सकें.