मूंगफली के किस्सेः कई बरस पहले सुस्त रफ्तार से रतलाम और नागदा के बीच तय किया रेल का एक सफर जाड़े के मौसम में अक्सर याद आता है. कागज की तिकोनी पुड़िया में भूनी मूंगफली बेचने वाला पुकार लगा रहा था- टाइमपास ले लो, टाइमपास ले लो. अनेक सहयात्री, जो शायद दैनिक सफर करते थे, टाइमपास खरीदकर कंपार्टमेंट के फर्श पर छिलके बिखेर रहे थे. जब रेलगाड़ी कदम-कदम पर छुक-छुक करना बंद करने लगी, तो समय बिताने के लिये हम भी इस खेल में सहभागी हो गये. बचपन में पिता ने लखनऊ के उस नफीस मूंगफली विक्रेता का किस्सा सुनाया था, जो इस अदना मूंगफली को चीन या बादाम कहता था!
मूंगफली को वनस्पतिशात्री लेगूम नामक फसलों में शुमार करते हैं, जिसमें अनेक दालें भी शामिल होती हैं. मगर यहां हम जिक्र कर रहे हैं मूंगफली के जायकों का, सो सबसे पहले इस बात का उल्लेख जरूरी है कि मूंगफली का स्वाद कई महंगे दूसरे मेवों, अखरोट, बादाम और काजू जैसा होता है. भारत में भले ही मूंगफली को गरीबपरवर समझा जाता है, पर विदेशों में ऐसा कोई भेदभाव नहीं बरता जाता. मूंगफली का एक नाम सींग दाना भी है और पश्चिमी भारत तथा दक्खन में इसका उपयोग कई तरह से होता है. मूंगफली की एक खासियत यह है कि आप इसके मीठे जायके का आनंद भी ले सकते हैं और मिर्च-मसाले वाले नमकीन अवतार का भी. बिना भुनी या उबली कच्ची मूंगफली भी काम लायी जाती है और भाड़ में भुजी हुई भी. ठेले वाले भुनी मूंगफली को हांडी में रख गरम रखते है और ग्राहक ठंडी हथेलियों को भी इन्हें छीलकर खाते जरा सेंक सकते है.
उबली मूंगफलियों को बारीक कतरे प्याज, हरी मिर्च के साथ पापड़ के ऊपर रखकर कॉकटेल या चाय के समय स्नैक्स के रूप में पेश किया जाता है. महाराष्ट्र में साबुदाने की खिचड़ी के साथ सींगदाने की गाढ़ी चटनी परोसी जाती है. अन्यत्र मूंगफली को लाल मिर्च, लहसुन, प्याज आदि के साथ कुचल फीस कर थेचानुमा चटनी बनायी जाती है. तमिलनाडु में और उसके पड़ोसी राज्यों में दोसा-सांबर और इडली, वड़े के साथ जो तरह-तरह की चटनियां पेश की जाती हैं, उनमें भी एक में मूंगफली पड़ती है. आजकल तो मोमो विक्रेता भी मिर्च और तेल वाली चटनी के साथ मूंगफली के चटनी देने लगे हैं. इंडोनेशिया और मलेशिया में लकड़ी के पतले तिनको पर साते नाम का कबाब बनाया जाता है, जिसके साथ पीनट सॉस दिया जाता है, जो एक साथ मीठा और नमकीन स्वाद वाला होता है. अमेरिका में पीनट बटर की महिमा निराली है. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को पीनट बटर सैंडविच बहुत प्रिय थे. इन्हें वह जैम या जैली बींस के साथ खाना पसंद करते थे.
हैदराबाद में मूंगफलियों को दरदरा कूटकर इनकी परत मुर्ग के टुकड़ों पर लगा कर एक सीरियाई-इराकी व्यंजन बनाया जाता है. कच्ची मूंगफली की तरकारी कई तरह से बनायी जाती है, जिसमें बैंगन शिमला मिर्च आदि भी शामिल किये जाते है और कहीं इसे सिर्फ मूंगफली तक सीमित रखा जाता है. इसमें मिठास के लिये गुड़ और खटास के लिये कोकम का प्रयोग किया जाता है. नाम मात्र को हींग का पुट और लाल मिर्च इसे स्वादिष्ट बनाते हैं. यहां हम गुड़ की पट्टी, चिक्की और मूंगफली की गजक का जिक्र नही कर रहे क्योंकि उनका अपना निजी संसार है. आप जैसे चाहे पौष्टिक मूंगफली का आनंद ले सकते हैं अपने मनपसंद जायके के अनुसार.
मूंगफली की एक खासियत यह है कि आप इसके मीठे जायके का आनंद भी ले सकते हैं और मिर्च-मसाले वाले नमकीन अवतार का भी. बिना भुनी या उबली कच्ची मूंगफली भी काम लायी जाती है और भाड़ में भुजी हुई भी. ठेले वाले भुनी मूंगफली को हांडी में रख गरम रखते है और ग्राहक ठंडी हथेलियों को भी इन्हें छीलकर खाते जरा सेंक सकते है.