How to Apply Passport for Minor: अगर बच्चों के साथ जाना चाहते हैं विदेश, तो ऑनलाइन ऐसे बन जाएगा काम
How to apply passport for minor children in India: भारतीय विदेश मंत्रालय के नवीनतम दिशानिर्देशों के अनुसार, एक नाबालिग के पास एक अलग पासपोर्ट होना चाहिए. जब पासपोर्ट के लिए आवेदन करने की बात आती है, तो माता-पिता या अभिभावक में से कोई भी ऐसा कर सकता है.
How to apply passport for minor children in India: विदेश यात्रा का शौक रखते हैं और इस बार बच्चों को भी साथ ले जाना चाहते हैं पर आपके बच्चे का पासपोर्ट नहीं है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. भारतीय विदेश मंत्रालय के नवीनतम दिशानिर्देशों के अनुसार, एक नाबालिग के पास एक अलग पासपोर्ट होना चाहिए क्योंकि वे अब केवल अपने पिता के पासपोर्ट पर उल्लिखित नाम के साथ यात्रा नहीं कर सकते हैं. जब पासपोर्ट के लिए आवेदन करने की बात आती है, तो माता-पिता या अभिभावक में से कोई भी ऐसा कर सकता है.
भारत में बच्चों के पासपोर्ट की वैधता
भारत में, मामूली पासपोर्ट वैधता अवधि पांच वर्ष या बच्चे के 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक, जो भी पहले हो, है. हालांकि, एक नाबालिग जिसकी उम्र . के बीच है15 से 18 वर्ष पासपोर्ट के लिए भी आवेदन कर सकते हैं जिसकी वैधता 10 साल तक है, न कि केवल 18 साल की उम्र तक वैध है. आपको ध्यान देना चाहिए कि विभिन्न बच्चों के पासपोर्ट आवेदन प्रकारों से जुड़े शुल्क अलग-अलग हैं. के लिए शुल्कtatkal passport आवेदन सामान्य पासपोर्ट आवेदन से अधिक है.
कौन- कौन से डॉक्यूमेंट्स चाहिए
डॉक्यूमेंट्स की बात करें तो पासपोर्ट बनवाने के लिए आपके पास एड्रेस प्रूफ और बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट होना जरूरी है. ऐसे में आप आसानी से पासपोर्ट अप्लाई कर सकती हैं. बच्चे के माता-पिता का आईडी प्रूफ भी होने आवश्यक है.
ऐसे ऑनलाइन चुटकियों में बन जायेगा बच्चे का पासपोर्ट
बच्चे के लिए पासपोर्ट बनवाने के लिए डाक्यूमेंट्स और उसका तरीका थोड़ा अलग है. इसमें आपके बच्चे के डाक्यूमेंट्स की जगह आपके डाक्यूमेंट्स लगाए जाते हैं. इन स्टेप्स को फॉलो करके आप बच्चे का पासपोर्ट बनवा सकते हैं.
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माइनर का पासपोर्ट बनाने के लिए आपको Passport Seva वेबसाइट पर जाना होगा.
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इसके बाद वहां दिए गए New User Registration और Existing User Login में से कोई एक ऑप्शन सेलेक्ट करें.
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अगर आप पहले से ही रजिस्टर्ड हैं तो existing user पर क्लिक करें. अन्यथा New user registration.
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अब लॉगिन करने के बाद पासपोर्ट अप्लाई करने के लिए फॉर्म पर क्लिक करना होगा.
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फॉर्म में जरुरी डिटेल्स भरने के बाद सेव एंड आगे बढ़ें.
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अब पेमेंट मेथड को सेलेक्ट करके पेमेंट करें.
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अब इसकी अपॉइंटमेंट स्लिप लेकर पासपोर्ट सेवा केंद्र जाएं.
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वहां डॉक्यूमेंट वेरीफाई करने के बाद आपका पासपोर्ट 7 से 15 दिन में घर आ जायेगा.
भारतीय पासपोर्ट के विभिन्न प्रकार क्या हैं?
नीला पासपोर्ट
इसे पी पासपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है, यह पासपोर्ट देश की सामान्य जनता को जारी किया जाता है और इसका इस्तेमाल घूमने, व्यापार से जुड़ी विदेश यात्राओं के लिए किया जाता है. इसका नीला रंग इसे अन्य पासपोर्ट से अलग करता है.
उपयोगः आम लोग इस पासपोर्ट का इस्तेमाल घूमने या व्यापारिक यात्राओं को लिए करते हैं.
फायदेः इस तरह के पासपोर्ट की मदद से विदेशी अधिकारियों को भारत की सामान्य जनता और सरकारी अधिकारियों में अंतर करने में मदद मिलती है.
सफेद पासपोर्ट
इस तरह के पासपोर्ट सिर्फ भारत सरकार के उन अधिकारियों को ही जारी किए जाते हैं जो सरकारी काम से विदेश यात्रा करते हैं. इन सरकारी अधिकारियों में आईएएस अधिकारी और भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी शामिल हैं.
उपयोगः सरकारी अदिकारी इस पासपोर्ट का इस्तेमाल सरकारी काम के लिए विदेश यात्राएं करने के लिए करते हैं.
फायदेः सफेद पासपोर्ट की मदद से इमिग्रेशन अधिकारियों को यह पता लगाने में मदद मिलती है कि इसका इस्तेमाल करने वाले लोग सरकारी अधिकारी हैं और वे उनके साथ उसी तरह पेश आते हैं.
डिप्लोमेटिक पासपोर्ट (मरून पासपोर्ट)
यह पासपोर्ट सरकारी अधिकारियों और डिप्लोमेट्स के लिए होते हैं. ये पासपोर्ट, सरकार के उन प्रतिनिधियों के लिए होते हैं जो विदेश यात्रा करने वाले हैं. इनमें वे अधिकारी शामिल नहीं हैं, जो सफेद पासपोर्ट के साथ यात्रा करते हैं.
उपयोगः भारतीय डिप्लोमेट और भारत के वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भारत के प्रतिनिधि के तौर पर विदेश यात्रा करते समय इस पासपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं.
फायदेः मरून रंग के पासपोर्ट का इस्तेमाल करने के कई फ़ायदे हैं. इन फ़ायदों में वीजा फ्री ट्रैवल की सुविधा सबसे अहम है. फिर चाहे वे कितने भी दिन के लिए विदेश में रूक सकते हैं, इसके लिए उन्हें वीजा की जरूरत नहीं होती है. इसके साथ ही, इस पासपोर्ट की मदद से उन्हें फास्ट इमिग्रेशन प्रक्रिया की सुविधा भी मिलती है.
इनमें सबसे अहम बात यह है कि सामान्य पासपोर्ट धारकों के मुकाबले इस पासपोर्ट से यात्रा करने वालों के लिए इमिग्रेशन की प्रक्रिया आसान होती है.
ऑरेंज पासपोर्ट
सरकार ने ऑरेंज कलर का पासपोर्ट 2018 में लॉन्च किया था. इसमें पते का कोई पेज नहीं होता है. इस तरह का पासपोर्ट खासतौर पर उन लोगों के लिए होता है जिनकी शिक्षा 10वीं कक्षा से ज्यादा नहीं हुई है. ये लोग इसीआर कैटगरी में आते हैं.
उपयोगः ऐसे भारतीय जिनकी शिक्षा 10वीं कक्षा से ज्यादा नहीं हुई है वे इस पासपोर्ट का इस्तेमाल विदेश यात्रा के लिए कर सकते हैं.
फायदेः अलग तरह का पासपोर्ट शुरू करने का मकसद यह था कि विदेशों में कम पढ़े लिखे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. इस सिस्टम की मदद से, ईसीआर और इमिग्रेशन की प्रक्रिया तेजी से हो जाती है.
ध्यान रखें कि आपका पासपोर्ट आपकी नागरिकता की पुष्टि करने में मदद करता है और इसका इस्तेमाल केवल विदेश यात्रा के लिए ही नहीं किया जा सकता. आप इसका इस्तेमाल विभिन्न कारणों के लिए कर सकते हैं, फिर चाहे जो स्कूल में इनरॉलमेंट के लिए हो या ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने के लिए हो या इसके अलावा और भी किसी काम के लिए.