Summer Days: बाहर खेलने और व्यायाम करने से बच्चों के मानसिक और शारीरिक कल्याण के लिए कई लाभ मिलते हैं. हालांकि, गर्मी के दिनों में बच्चे ज्यादा बीमार भी पड़ते हैं. नेशनल वेदर सर्विस ने चेतावनी दी है कि 90°F या उससे अधिक का ताप सूचकांक बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है. ऐसी स्थितियों में बच्चों का सावधानी से ख्याल रखना जरूरी है. उन्हें डिहाइड्रेड, गर्मी के थकावट और गर्मी में ऐंठन जैसे खतरों से बचाने के लिए इन तरीकों को अपनाएं, और डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
इसके अलावा, अत्यधिक गर्मी के कारण बच्चे और उनके माता-पिता दोनों चिड़चिड़े हो सकते हैं. गर्मी के दिनों में अपने बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, कुछ दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है:-
बच्चे और खुद को ठीक से हाइड्रेटेड रखने और बीमारी को रोकने के लिए खूब पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करें. हर समय पानी की बोतल रखने की सलाह दी जाती है. इसके अतिरिक्त, नारियल पानी या नींबू पानी का सेवन इलेक्ट्रोलाइट और एंजाइम संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकता है.
थकान और उनींदापन से बचने के लिए बच्चों को पूरे दिन मध्यम शारीरिक गतिविधि में शामिल होना सिखाएं.
सीधे धूप से बचना सबसे अच्छा है, खासकर दिन के सबसे गर्म घंटों के दौरान. दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच अनावश्यक बाहरी गतिविधियों को कम करें. इसके बजाय, इनडोर गतिविधियों में संलग्न रहें जैसे सांप और सीढ़ी, शतरंज और लूडो जैसे बोर्ड गेम खेलना, या कैरम, पढ़ना, संगीत सुनना, या सूचनात्मक फिल्में देखने जैसी गतिविधियों में भाग लेना.
हल्के रंग के कपड़े चुनें जो बेहतर वायु प्रवाह की अनुमति दें और अधिक प्रभावी ढंग से गर्मी और धूप को प्रतिबिंबित करें. ढीले-ढाले कपड़े शरीर को नम और गर्म परिस्थितियों में आराम से सांस लेने में सक्षम बनाते हैं.
शरीर के तापमान को कम करने और गर्मी से राहत पाने के लिए ठंडे पानी से नहा सकते हैं.
इसके अलावा, बच्चे के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना और चिकित्सा पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है यदि वे सिरदर्द, दस्त, तेजी से सांस लेना, मतली, उल्टी, या बेहोशी जैसे लक्षणों का अनुभव करते हैं. तापमान में लगातार वृद्धि के साथ, बच्चे को गर्मी से बचाने के लिए सतर्क रहना और आवश्यक सावधानी बरतना आवश्यक है.