Famous Dish of Jammu and Kashmir: कश्मीर की फेसम डिश नदरू यखिनी का लें मजा, यहां देखें रेसिपी

Famous Dish of Jammu and Kashmir, Cooking and Cuisine, how to make Nadroo Yakhini:जम्मू-कश्मीर अपने पकवानों में मुगलों और अरबों का जायका कायम रखता है कि लोग कोसो दूर से इसे चखने के लिए चल पड़ते हैं.आज हम ऐसे ही जायकों के बारे आपको बताएंगे जिसका लुत्फ उठाने आप दौड़े हुए जम्मू-कश्मीर पहुंच जाएंगे.

By Shaurya Punj | July 17, 2023 2:54 PM

Famous Dish of Jammu and Kashmir, Cooking and Cuisine: देश की सबसे खूबसूरत जगहों का जिक्र होता हैं, तो हसीन वादियों, नदी झरने और ख़ूबसूरत नजारों से भरपूर जम्मू कश्मीर का नाम दिमाक में घूमने लगता हैं. पर्यटन के लिहाज से जम्मू कश्मीर को दुनियाभर में पहचान मिली हैं. अपने मनमोहक दृश्यों के साथ कश्मीर लजीज व्यंजनों के लिए भी मशहूर है. जम्मू-कश्मीर अपने पकवानों में मुगलों और अरबों का जायका कायम रखता है कि लोग कोसो दूर से इसे चखने के लिए चल पड़ते हैं. आज हम ऐसे ही जायकों के बारे आपको बताएंगे जिसका लुत्फ उठाने आप दौड़े हुए जम्मू-कश्मीर पहुंच जाएंगे.

कश्मीर में शाकाहारी से लेकर मांसाहारी, हर तरह के खाने का विकल्प आपको बहुत ही आसानी से वहां मिल जाता है. मांसाहार पसंद करते हैं तो रोगन जोश, लैंब करी, मूवी गाद सींक कवाब और कई तरह की बिरयानी का विकल्प मिल जाएगा, वहीं शाकाहारी हैं तो कश्मीरी दम आलू, खट्टे बैंगन, हाक, नदरू यखिनी और पुलाव के विकल्प मिल जाते हैं. आज हम आपको नदरू यखिनी की रेसिपी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कई खास मौकों पर बनाई जाती है. दही और कमल ककड़ी से बनी ये सब्जी खाने में बहुत टेस्टी लगती है. आइये जानते हैं कमल ककड़ी से सब्जी कैसे बनाएं और क्या है कश्मीरी नदरू यखिनी की रेसिपी.

  • तैयारी का समय: 15 मिनट

  • पकाने का समय: 35 मिनट

सामग्री

500 ग्राम कमल ककड़ी

550 ग्राम दही

1 टेबलस्पून बेसन

2 टेबलस्पून घी

1/2 टीस्पून हींग

1/2 शाही जीरा

2 तेज़पत्ता

5-6 लौंग

1 टुकड़ा दालचीनी

4 छोटी इलायची

2 बड़ी इलायची

1 टेबलस्पून सोंठ पाउडर

1 टीस्पून अदरक पेस्ट

नमक, स्वादानुसार

विधि

कमल ककड़ी को अच्छी तरह से साफ़ करके छिलका उतार दें और छोटे टुकड़ों में काट लें.
1 ग्लास पानी और थोड़ा नमक डालकर टुकड़ों को हल्का नरम होने तक उबालें.
बेसन और दही को एक साथ अच्छी तरह से फेंट कर तैयार करें.
एक पैन में 1 टेबलस्पून घी गर्म करें और उसमें जीरा डालें. चटकने के बाद दही का मिश्रण डालें और उबाल आने तक लगातार चलाते हुए पकाएं.
अब कमल ककड़ी सौंफ पाउडर डालें और पांच मिनट तक धीमी आंच पर पकने दें. नमक डालकर मिलाएं
दूसरे पैन में घी गर्म करें. फिर उसमें तेज़पत्ता, लौंग, दालचीनी, बड़ी व छोटी इलायची और अदरक पेस्ट डालकर भूनें.
हींग डालने के तुरंत बाद फ़्लेम बंद कर दें.
तैयार तड़के को तैयार मिश्रण में डालकर मिलाएं.
आपकी नदरू यखिनी तैयार है.
चावल व रोटी के साथ सर्व करें.

नदरू यखिनी का इतिहास

नादरू 15वीं शताब्दी के आसपास कश्मीरी व्यंजनों में आया, जब शासक बादशाह गियास-उद-दीन ज़ैन-उल-आबिदीन गिल सर के आसपास नाव की सवारी पर थे. कमल के फूल की प्रशंसा करने के अलावा, उनके नाविकों ने इसकी जड़ भी तोड़ ली और इसे उस शाम के भोजन में शामिल करने का फैसला किया. जल्द ही, नादरू ने लोकप्रियता हासिल की और कश्मीर में कई व्यंजनों में इसे जोड़ा जाने लगा.

का उपयोग समृद्ध हुआ क्योंकि इसने विभिन्न रूप ले लिए – करी में जिसमें मांस, दाल, स्वयं तला हुआ और बहुत कुछ शामिल होता है. इनमें से दो सबसे प्रसिद्ध हैं नादरू मोनजे, एक आम स्ट्रीट फूड, और नादरू यखनी, एक दही आधारित करी. पहले मूल रूप से कमल की जड़ के पकोड़े हैं, क्योंकि सब्जी को चावल के आटे में डुबोया जाता है, डीप फ्राई किया जाता है और मसालों में मिलाया जाता है. दूसरी ओर, यखनी एक अधिक विस्तृत व्यंजन है जिसके लिए कई भारतीय करी की तरह समय (और धैर्य) की आवश्यकता होती है.

2014 के सितंबर महीने में इस इलाके में बाढ़ ने कहर बरपाया था. जिंदगियाँ और आजीविकाएँ नष्ट हो गईं, और नादरू सहित कुछ स्थानीय वनस्पतियाँ भी नष्ट हो गईं. झीलों में अधिकांश नाद्रू नष्ट हो गया था, जिससे इस पर निर्भर लोग व्याकुल हो गए थे. दो साल बाद भी कोई संकेत नहीं मिला. और इसलिए, किसानों ने उन झीलों में से एक से कमल के बीज चुने जो इसकी अखंडता को बनाए रखते थे और उन्हें उस क्षेत्र के आसपास बोया जो कभी कमल के पौधों से भरा हुआ था. यह एक साल से कुछ अधिक समय बाद फलीभूत हुआ, जब कमल के तने एक बार फिर से कटाई के लिए पर्याप्त रूप से उपलब्ध थे.

डिसक्लेमर: खबर में दी गई सारी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से एकत्रित की गई है. अत: किसी भी डेस्टिनेशन में जाने से पहले खुद से जांच परख अवश्य करें और विशेषज्ञों की सलाह लें. prabhatkhabar.com ऊपर लिखे गए किसी भी दावे की पुष्टि नहीं करता. हमारी खबर किसी भी तरह के मादक पदार्थ के सेवन को बढ़ावा नहीं देता है.

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