वायु प्रदूषण के दौरान नवजात शिशु की कैसे करें देखभाल, फॉलो करें ये टिप्स
नवजात शिशुओं की देखभाल के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 15 से 21 नवंबर के दौरान पूरे भारत में नवजात देखभाल सप्ताह मनाया जाता है. इस अवसर पर हम कुछ ऐसे तरीकों को सूचीबद्ध करना चाहते हैं, जिनसे आप अपने बच्चों की देखभाल कर सकते हैं.
स्तनपान जारी रखें- यदि आप स्तनपान करा रही हैं, तो कृपया स्तनपान कराना जारी रखें, भले ही आपको या आपके बच्चे को या दोनों को सर्दी/खांसी हो. यदि आप एक मां के रूप में सर्दी/खांसी से पीड़ित हैं, तो स्तनपान के दौरान बार-बार हाथ धोने और मास्क पहने. इससे स्तनपान प्रतिरक्षा बनाता है और कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है.
कमरे का ह्यूमिडिफिकेशन- मौजूदा मौसम में शुष्क हवा एक आम समस्या है और अगर हवा में नमी हो तो सांस लेना आरामदायक हो जाता है. कमरे का तापमान सामान्य रखें. आजकल बिजली वाले हीटर लोगों को ज्यादा पसंद आते हैं. ध्यान रखें कि यह बच्चे से दूर रखा गया हो.
नेजल सेलाइन ड्रॉप्स- बच्चों को सर्दी-जुकाम के दौरान दूध पिलाने से 10 मिनट पहले बच्चे के नाक में एक-एक बूंद नेजल सेलाइन ड्रॉप्स डाले. इससे बच्चों को सर्दी के दिनों में आराम मिलता है. हलांकि इन्हें देने से पहले अपने शिशु रोग विशेषज्ञ/नियोनेटोलॉजिस्ट से सलाह लें.
धूम्रपान न करें- घर के अंदर या बाहर, धुएं के कण कपड़ों में चिपक जाते हैं, इसलिए यह ध्यान रखें कि जहां बच्चे मौजूद हों वहां धूम्रपान न करें.
घर के वातावरण को साफ रखें- घर के वातावरण को साफ रखें और जितना हो सके धूल रहित रखें. बच्चे अगर धूल में खेलते हैं तो वो और बीमार पड़ सकते हैं
घर पर कई लोगों से मिलने से बचें- पहले कुछ महीनों में बाहरी लोगों से मिलने से बचें, बाद में नियमित टीकाकरण से बच्चा संक्रमण से बेहतर तरीके से लड़ने में सक्षम हो सकता है.
भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें- बच्चे को टहलने आदि के लिए बाहर जरूर ले जाएं लेकिन ऐसे समय से बचें जब भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने की संभावना हो.