Hair Care : हम से अधिकांश लोग कभी ना कभी रूसी की समस्या से परेशान जरूर होते हैं. हमारी सिर की त्वचा में खुजली, पपड़ीदार होना कॉमन स्किन प्रॉब्लम है. अक्सर यह रूसी की समस्या होती है लेकिन कभी-कभी, पपड़ी और खुजली पूरी तरह से किसी अन्य स्थिति के कारण होती है जिसे स्कैल्प सोरायसिस कहते हैं. इससे प्रभावित मरीजों के लिए उन्हें अलग करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि खुद के स्कैल्प का निरीक्षण करना कठिन है. इन दोनों समस्याओं में खुजली और स्केलिंग के समान लक्षण होते हैं.
डैंड्रफ को सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस ( seborrheic dermatitis) के रूप में भी जाना जाता है यह त्वचा की ऐसी स्थिति होती है जिसमें सिर की त्वचा पर सूखे धब्बे निकल जाते हैं.रूसी का कारण आमतौर पर यीस्ट की अत्यधिक वृद्धि है जो एक सूजन प्रतिक्रिया का संकेत देता है.रूसी का एक अन्य संभावित कारण बालों की देखभाल करने वाले किसी उत्पाद का रिएक्शन भी हो सकता है. कई बार स्टाइलिंग उत्पादों या शैम्पू का अवशेष बालों में लगे रहने से भी यह खुजली और पपड़ी पैदा कर सकता है. कुछ लोगों को कुछ शैंपू, कंडीशनर या बाल में लगाने वाले अन्य उत्पादों से एलर्जी भी हो सकती है.
सामान्य रूसी के कारण होने वाली परतदार त्वचा के जैसी स्कैल्प सोरायसिस (Scalp Psoriasis ) एक पुरानी सूजन वाली स्थिति है जो एपिड्यूरल कोशिकाओं को अत्यधिक बढ़ने के लिए प्रेरित करती है. ऐसे में त्वचा कोशिकाएं बहुत तेज़ी से बढ़ती हैं, जिससे खोपड़ी पर कोशिकाओं का ढेर लग जाता है. यही कारण है कि सिर की त्वचा पर सोरायसिस के धब्बे बन जाते हैं.
डैंड्रफ और स्कैल्प सोरायसिस के बीच मुख्य अंतर शरीर पर वह स्थान है जिसमें वे दोनों होते हैं. रूसी अक्सर केवल खोपड़ी और कानों को प्रभावित करती है, हालांकि यह भौहें, पलकें और शरीर के अन्य तैलीय हिस्सों जैसे माथे और नाक की सिलवटों को भी प्रभावित कर सकती है जबकि स्कैल्प सोरायसिस का स्थान अलग हो सकता है. यह संभव है कि सोरायसिस केवल सिर की त्वचा पर हो और शरीर पर कहीं और न हो. अक्सर इसके लक्षण कहीं और भी होते हैं. इसमें उंगलियों या पैर के नाखूनों में बदलाव, कोहनी, घुटनों या नाभि में लाल, पपड़ीदार धब्बे दिख सकते हैं.
इन दोनों की उपस्थिति भी अलग हो सकती है. सोरायसिस में खोपड़ी की परतें आमतौर पर लाल होती हैं, लेकिन हल्की त्वचा पर चांदी जैसी और गहरे रंग की त्वचा पर बैंगनी या भूरे रंग की दिख सकती हैं. यह डैंड्रफ से अलग है, जो दिखने में सफेद होता है.
सामान्य रूसी आमतौर पर विशेष शैंपू पर प्रतिक्रिया करती है जबकि स्कैल्प सोरायसिस को अधिक शक्तिशाली उपचार की आवश्यकता हो सकती है खासकर यदि उस व्यक्ति को शरीर पर कहीं और व्यापक सोरायसिस है . हालांकि डैंड्रफ और स्कैल्प सोरायसिस लक्षण और उपचार में समान दिखाई दे सकते हैं, लेकिन वे दो अलग-अलग स्थितियां हैं. इसलिए अधिक परेशानी बढ़ने पर डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है . सोरायसिस उपचार का उद्देश्य त्वचा कोशिकाओं को इतनी तेज़ी से बढ़ने से रोकना और पपड़ी हटाना है. इसके लिए विकल्पों में क्रीम और मलहम ,फोटोथेरेपी और मौखिक या इंजेक्शन वाली दवाएं शामिल हैं. यह इस बात पर निर्भर करता है कि सोरायसिस कितना गंभीर है.
Also Read: Hair Care : बरसात में डैंड्रफ ने किया परेशान, आजमाएं ये घरेलू उपायDisclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.