रमजान के महीने को इबादत का महीना कहा जाता है. इस दौरान बंदगी करने वाले हर शख्स की ख्वाहिश अल्लाह पूरी करता है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक नवां महीना रमजान का होता है. इसमें सभी मुस्लिम समुदाय के लोग एक महीना रोजा रखते हैं. इस साल रमजान की शुरुआत 24 अप्रैल से हो रही है. मुस्लिम समुदाय में रमजान को इसलिए भी खास माना जाता है क्योंकि इसी दौरान इस्लामिक पैगम्बर मोहम्मद के सामने कुरान की पहली झलक पेश की गई थी. लिहाजा रमजान को कुरान के जश्न का भी मौका माना जाता है.
आइए जानें रमजान के महीने के सेहरी और इफ्तार का टाइमटेबल
दिनांक—-सेहरी———इफ्तार
24 अप्रैल 04:22 AM 18:53 PM
25 अप्रैल 04:21 AM 18:55 PM
26 अप्रैल 04:20 AM 18:56 PM
27 अप्रैल 04:19 AM 18:57 PM
28 अप्रैल 04:18 AM 18:57 PM
29 अप्रैल 04:16 AM 18:58 PM
30,अप्रैल 04:15 AM 18:58 PM
01 मई 04:14 AM 18:59 PM
02 मई 04:13 AM 19:00 PM
03 मई 04:12 AM 19:02 PM
04 मई 04:51 AM 19:00 PM
05 मई 04:10 AM 19:01 PM
06 मई 04:09 AM 19:02 PM
07 मई 04:08 AM 19:03 PM
08 मई 04:19 AM 19:00 PM
09 मई 04:12 AM 19:00 PM
10 मई 04:05 AM 19:04 PM
11 मई 04:04 AM 19:05 PM
12 मई 04:04 AM 19:06 PM
13 मई 04:03 AM 19:06 PM
14 मई 04:02 AM 19:07 PM
15 मई 04:00 AM 19:08 PM
16 मई 03:58 AM 19:09 PM
17 मई 03:58 AM 19:09 PM
18 मई 03:59 AM 19:09 PM
19 मई 03:58 AM 19:10 PM
20 मई 03:58 AM 19:11 PM
21 मई 03:57 AM 19:11 PM
22 मई 03:56 AM 19:12 PM
23 मई 03:55 AM 19:12 PM
रोजा रखने के दौरान सहरी और इफ्तार का भी हर रोज एक समय होता है जिसके अनुसार सबको सहरी और इफ्तारी करनी होती है. बता दे, रोजा रखने से पहले सुबह सहरी होती है जो सूरज निकलने से पहले की जाती है. जिसके बाद शाम को सूरज पर जब रोजा खोलते हैं उसे इफ्तार कहते हैं. कहते हैं इफ्तार के समय रोजेदार दिल से जो दुआ मागंते हैं, अल्लाह उनकी तमाम जायज दुआएं कुुबूल करता है और उन पर अपनी मेहर बरसाता है.