Makar Sankranti 2023: हर शाम गंगा आरती भारत के तीन पवित्र शहरों हरिद्वार, ऋषिकेश और वाराणसी आदी स्थलों पर की जाती है. यह एक बहुत शक्तिशाली और उत्थान आध्यात्मिक अनुष्ठान है, मकर संक्राति 14 जनवरी को मनाई जाती है. सनातन धर्म में इस दिन का विशेष महत्व माना गया बै. शास्त्रों के अनुसार इस समय जब सूर्यदेव, धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तो मकर संक्रांति पड़ती है.
देशभर में मकर संक्रांति का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में खिचड़ी, पोंगल और बिहू भी मनाई जाती है. इसके अलावा, मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और तिलांजलि का भी विधान है. साथ ही पितरों को मोक्ष दिलाने और तर्पण भी इस दिन किया जाता है. वहीं, मकर संक्रांति की संध्या पर गंगा नदी के घाट पर गंगा आरती की जाती है. ऐसे में श्रद्धालुओं की इच्छा होती है कि वो भी गंगा आरती के साक्षी बने, तो आपको आज हम बताएंगे कहां-कहां गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा किन शहरों में होगा गंगा आरती..,.तो आइए जानते हैं-
हरिद्वार को धर्म की नगरी भी कहा जाता है. हरिद्वार गंगा आरती हर-की-पौड़ी घाट पर आयोजित की जाती है. इस प्रसिद्ध घाट के नाम का शाब्दिक अर्थ है “भगवान के चरण”. वहां की एक पत्थर की दीवार पर एक पदचिन्ह भगवान विष्णु का बताया जाता है. आध्यात्मिक महत्व की दृष्टि से हर-की-पौड़ी को दशाश्वमेध घाट के समकक्ष माना जाता है जहां वाराणसी में आरती होती है. किंवदंती है कि आकाशीय पक्षी गरुड़ द्वारा लाए गए बर्तन से गिरने के बाद कुछ अमृत (अमृत) वहां उतरा.
Also Read: Makar Sankranti 2023 Date: मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी कब है? देखें VIDEOऋषिकेश में सबसे प्रसिद्ध गंगा आरती परमार्थ निकेतन आश्रम में नदी के तट पर आयोजित की जाती है. यह हरिद्वार और वाराणसी में आरती की तुलना में कहीं अधिक अंतरंग और आराम का मामला है और साथ ही नाटकीयता से रहित है. बहुत से लोग इन कारणों से इसे पसंद करते हैं. वे इसे कहीं अधिक आध्यात्मिक पाते हैं. हर साल यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान और देव दर्शन के लिए आते हैं. यहां मकर संक्रांति पर विशेष आयोजन किया जाता है.
धर्म नगरी काशी में रोजाना गंगा आरती होती है. मकर संक्रांति के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए काशी घाट पहुंचते हैं. धार्मिक मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर के पास, पवित्र दशाश्वमेध घाट पर प्रत्येक सूर्यास्त के समय वाराणसी गंगा आरती की जाती है. यह हरिद्वार और ऋषिकेश में होने वाली आरती से इस मायने में अलग है कि यह एक अत्यधिक कोरियोग्राफ किया गया समारोह है. हालांकि एक शानदार अवश्य देखने योग्य है.
इस पवित्र धर्म नगरी में गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम हुआ था. इस लिए इस जगह को प्रयागराज कहा जाता है. प्रयागराज की गंगा आरती भव्य तरीके से की जाती है. इसके लिए लाइटिंग की पूरी व्यवस्था भी की गई है. मकर संक्रांति पर यहां भव्य तरीके से आरती की जाती है. ऐसे में गंगा घाटों का नजारा बेहद खूबसूरत नजर आता है.
कोलकाता के रामकृष्णापुर घाट पर रोजाना संध्याकाल में गंगा आरती का आयोजन किया जाता है. मकर संक्रांति पर गंगा आरती देखने के लिए आप यहां भी आ सकते हैं.