International Yoga Day 2024: योग को अपनाकर बच्चे भी रह सकते हैं तंदुरुस्त और बीमारियों से दूर
आजकल अलग-अलग तरह के गैजेट्स के प्रयोग ने बच्चों को आलसी बना दिया है. उसके बाद होमवर्क में ही पूरा दिन कैसे गुजर जाता है, पता ही नहीं चलता. इस स्थिति में योग का महत्व बढ़ जाता है. बच्चे भी घर के किसी बड़े की मदद से विभिन्न तरह के योग व प्राणायाम को जीवन का हिस्सा बना सकते हो.
International Yoga Day 2024: योगाभ्यास करने का सबसे अच्छा समय सुबह का माना जाता है, क्योंकि सुबह हम करीब 6 घंटे खाली पेट रहते हैं. साथ ही नींद लेने के बाद शरीर काफी रिलेक्स होता है.
बच्चे कितनी देर करें योगासन
योग का अभ्यास अपनी क्षमता और आसन करने की गति के हिसाब से करना चाहिए. एक योगासन कम-से-कम 10 से 15 सेकंड तक करनी चाहिए. पूरी तरह और ठीक तरह कर पाने पर नियमित अभ्यास से योगासन का समय धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं.
बड़े की निगरानी में ही करें योग
योगाभ्यास हमेशा प्रशिक्षक या इंस्ट्रक्टर या घर के किसी बड़े की निगरानी में ही करो, ताकि आप आसन ठीक तरह से कर पाओ और कोई परेशानी न हो. योगाभ्यास करने के समय ध्यान रखो कि योगाभ्यास और खाने के बीच 3 से 4 घंटे का गैप हो. योगाभ्यास जमीन पर सीधा न करके मैट, चटाई या दरी पर ही करो. इससे आपके कपड़े या हाथ-पैर गंदे नहीं होंगे और आप एक्टिव रह पाओगे.
बच्चों के लिए कुछ उपयोगी योगासन
वैसे तो कई तरह के योगासन हैं, लेकिन कुछ योगासन हैं, जो बच्चे आसानी से कर सकते हैं और रोजाना उसका अभ्यास भी कर सकते हैं. इन योगासनों को करने की विधि आप यूट्यूब से सर्च कर भी पता कर सकते हो. आप वृक्षासन, धनुरासन, सुखासन आदि का अभ्यास आसानी से कर सकते हो.
- वृक्षासन : इस आसन को एकपादासन भी कहा जाता है. इंग्लिश में इसे ट्री-पोज नाम से जाना जाता है. इस योगासन में शरीर को एक पैर पर ही संभालना होता है और शरीर की आकृति वृक्ष जैसी लगती है. यह योगासन दिमाग को एकाग्रचित कर सकता है. इस योगासन से कमर व पीठ का दर्द भी कम हो सकता है. इतना ही नहीं यह स्पाइन को लचीला बनाने में भी मदद कर सकता है.
वृक्षासन को करने का तरीका
- समतल जगह पर योग मैट बिछाकर सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों को आपस में जोड़ लें.
- फिर शरीर का संतुलित बनाये रखते हुए बायें घुटने को मोड़ते हुए तलवे को दायीं जांघ पर अंदर की तरफ रखें.
- इसके बाद दोनों हाथ ऊपर आसमान की तरफ उठाएं और नमस्कार की मुद्रा बनाएं.
- जितनी देर तक हो सके इस मुद्रा में बने रहें. हो सकता है कि शरीर का संतुलन बिगड़ जाये और पैर जमीन पर लग जाये.
- ऐसा होने पर शरीर का संतुलन बनाकर दोबारा मुद्रा में आने की कोशिश करें.
- कुछ सेकंड इस अवस्था में बने रहने के बाद प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं.
- सुखासन : सुखासन भी बच्चों के लिए बहुत लाभदायक है. यह मानसिक और शारीरिक रूप से बच्चों को चुस्त बना सकता है.
सुखासन को करने का तरीका
- सबसे पहले योग मैट बिछा लें. फिर घुटनों को मोड़ कर पालथी मार लें. पीठ को सीधा रखें.
- अब हाथों को घुटनों के ऊपर रखें.
- इसके पश्चात आंखें बंद करके सामान्य रूप से सांस लेते रहें.
- इस दौरान कुछ न सोचें और दिमाग को एकाग्रचित रखें.
- 15 से 20 मिनट तक इसी मुद्रा में रहे.
- धनुरासन : पेट के बल किये जाने वाले इस योगासन में शरीर की आकृति धनुष जैसी होती है, जिस वजह से इसे धनुरासन कहा जाता है. इंग्लिश में इसका नाम बो पोज है. धनुरासन को कंधे, घुटने, रीढ़ और टखने जैसे जोड़ के लिए अच्छा माना जाता है. इससे अग्न्याशय और लिवर की मसाज होती है.
धनुरासन को करने का तरीका
- योग मैट को शांत व समतल जगह पर बिछा कर पेट के बल लेट जाएं.
- घुटने मोड़ कर अपने हाथों से टखनों को मजबूती से पकड़ें और फिर सीने, सिर व जांघ को सांस लेते हुए ऊपर उठाएं.
- ऐसा करने पर शरीर की आकृति धनुष जैसी बन जायेगी.
- अपनी क्षमता के अनुसार कुछ देर इसी स्थिति में रहें और सामान्य गति से सांस लेते रहें. फिर सांस छोड़ते हुए प्रारंभिक मुद्रा में वापस आएं.
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