गणतंत्र दिवस 2023 के अलावा आज मनाया जा रहा है अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस, जानें इस दिन का महत्व
International Customs Day – ICD 2023: अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है इस दिवस की शुरुआत 1983 में यूरोपीय देशों द्वारा की गई थी. इस दिवस की स्थापना सीमा शुल्क सहयोग परिषद द्वारा की गई थी.
International Customs Day – ICD 2023: हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है. यह दिन सीमा शुल्क अधिकारियों और एजेंसियों की भूमिका को पहचानने और काम की परिस्थितियों और चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मनाया जाता है जो सीमा शुल्क अधिकारियों को अपनी नौकरी में सामना करना पड़ता है.
अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस का उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस का उद्देश्य सीमा शुल्क प्रशासन को नेतृत्व, मार्गदर्शन और समर्थन को बढ़ावा देना है क्योंकि डब्ल्यूसीओ दृढ़ता से मानता है कि सीमाएं विभाजित होती हैं, लेकिन यह ‘सीमा शुल्क’ है जो देशों के बीच संबंध स्थापित करती है.
दिन का इतिहास
इस दिन की स्थापना विश्व सीमा शुल्क संगठन (World Customs Organization – WCO) द्वारा 1953 में उस दिन को मनाने के लिए की गई थी जब बेल्जियम के ब्रुसेल्स में सीमा शुल्क सहयोग परिषद (Customs Cooperation Council – CCC) का उद्घाटन सत्र आयोजित किया गया था. 1994 में CCC का नाम बदलकर विश्व सीमा शुल्क संगठन (WCO) कर दिया गया.
अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस का थीम
इस साल 40वां अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस मनाया जा रहा है. आपको बता दें कि इस दिवस को हर साल एक विषय (थीम) के साथ मनाया जाता है ठीक उसी तरह इस साल भी इस दिवस के लिए एक विशेष विषय तय किया गया है जो है “अगली पीढ़ी का पोषण: ज्ञान साझा करने की संस्कृति और पेशेवर गौरव और रीति-रिवाज को बढ़ावा देना”
विश्व सीमा शुल्क संगठन क्या है?
विश्व सीमा शुल्क संगठन या शॉर्ट में कहे जाने वाले डब्ल्यूसीओ की स्थापना आज से 69 वर्ष पहले 1953 में हुई थी. शुरुआत में इस संगठन का नाम सीमा शुल्क सहयोग परिषद हुआ करता था जिसे 1994 में बदला गया और अब इसे विश्व सीमा शुल्क संगठन के नाम से जाना जाता है. ये एक एजेंसी है जो सीमा पार समान के प्रवाह को सुचारु रूप से चलाने का कार्य करती है.