International Day Of Forests 2022: आज मनाया जा रहा है विश्व वन दिवस, जानें इस साल की थीम और खास बातें
International Day Of Forests 2022: 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वन दिवस मनाया जाता है. इस दिन देशों को वनों और पेड़ों से संबंधित गतिविधियों का आयोजन करने के लिए स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों को प्रोत्साहित किया जाता है.
International Day Of Forests 2022: हर साल दुनिया भर 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वन दिवस मनाया जाता है. यह दिन सभी तरह के वनों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जा रहा है. इस दिन देशों को वनों और पेड़ों से संबंधित गतिविधियों का आयोजन करने के लिए स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों को प्रोत्साहित किया जाता है. इन गतिविधियों में वृक्षारोपण अभियान भी शामिल हैं.
International Day Of Forests 2022: वन दिवस का अंतर्राष्ट्रीय महत्व
वनों के सतत प्रबंधन के साथ-साथ उनके संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग जलवायु परिवर्तन से निपटने और वर्तमान और भावी पीढ़ियों की समृद्धि और भलाई में योगदान करने का प्राथमिक तरीका है. गरीबी उन्मूलन और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की उपलब्धि में वनों की महत्वपूर्ण भूमिका है.
यद्यपि पौधे (International Day Of Forests 2022) हमें अनैतिक पर्यावरणीय, आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं, फिर भी वैश्विक वनों की कटाई खतरनाक दर पर जारी है. इसलिए, सभी के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि वे जिम्मेदार तरीके से कार्य करें और वैश्विक वन दिवस 2022 पर वनों को बचाने के महत्व के बारे में चेतना फैलाएं.
2012 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने की थी घोषणा
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 28 नवंबर 2012 (International Day Of Forests 2022) को एक प्रस्ताव पारित करते हुए प्रतिवर्ष 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वन दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. इस दिन को विश्व भर में सभी तरह के वनों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और इनके महत्व को समझाने के तौर पर मनाया जाता है.
विश्व वानिकी दिवस 2022 थीम (International Day of Forests Theme)
प्रत्येक अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस के लिए थीम को जंगलों पर सहयोगात्मक भागीदारी (CPF) द्वारा चुना जाता है. इस वर्ष विश्व वानिकी दिवस 2022 की थीम ‘वन और सतत उत्पादन और खपत‘ (Forests and sustainable production and consumption) है.
पिछली बार World Forestry Day 2021 की Theme “वन बहाली: पुनर्प्राप्ति और कल्याण का मार्ग” (Forest restoration: a path to recovery and well-being) रखी गयी थी.