International Day of Happiness 2023: दुनिया भर में हर साल 20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (International Day of happiness) मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन को 2013 में मनाना शुरू किया था, लेकिन इसके लिए प्रस्ताव 12 जुलाई 2012 को पारित किया गया था. संकल्प की शुरुआत भूटान ने की थी जिसने राष्ट्रीय खुशी के महत्व पर प्रकाश डाला. यहां हम बताने जा रहे हैं कि खुद को खुश कैसे रखें
अपनी तुलना किसी के साथ न करें
अक्सर ऐसा होता है कि आप अपने आपको अपने दोस्त, सहकर्मी या फैमिली के अन्य लोगों से कंपेयर करने लग जाती हैं और खुद को उनसे कमतर महसूस करने लगती हैं. यह यकीनन आपको दुखी कर सकता है. हर इन्सान अपने आप में बेहतर होता है. हर व्यक्ति अपने आप में परिपूर्ण है, जरूरी है अपनी खासियत को समझना और उस पर गर्व महसूस करना.
जब जब आपको लगे कि इस दुनिया में सबसे दुखी इंसान मैं हूं या जीवन कभी भी परेशानी आए तो आप मोटिवेशनल कहानी जरूर पढ़ें. इस कहानी में कई सच्ची घटना का उल्लेख किया जाता है. सच्ची मोटिवेशनल कहानी में बताया जाता है कि मनुष्य किस प्रकार अभाव ग्रस्त होकर भी अपना लक्ष्य प्राप्त कर लिया. काफी दुखों के बावजूद किस प्रकार वह खुश रहा. इसलिए जब भी समय मिले हमें अच्छी मोटिवेशनल कहानी जरूर पढ़़नी चाहिए.
हर इंसान में किसी ना किसी चीज का शौक रहता है. खुद को खुश रखने के लिए अपने शौक को समय दें. फिर चाहें वह गीत गाना हो, नाचना, बागवानी या फिर कोई पसंदीदा खेल. अपने शौक को समय देना आपको भावनात्मक संतुष्टि का अहसास करवाता है और ये एक बेहतरी स्ट्रेस बस्टर भी है.
बड़े बुजुर्ग कहते थे पहला सुख निरोगी काया. स्वस्थ्य जीवन ही सबसे बड़ी सुख होती है. आपके पास करोड़ों की संपत्ति है लेकिन आपका शरीर स्वस्थ नहीं है. आप कितना भी चाहें खुश नहीं रह सकते हैं.
किसी के लिए कुछ करने या कुछ देने की भावना भी आपको भावनात्मक संतुष्टि देती है. जरूरी नहीं कि यह कोई बहुत बड़ा काम करने के बाद ही हासिल की जाए. इस खुशी को आप अपनी दिनचर्या में भी जुटा सकती हैं.