International Girl Child Day 2023: अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आइए जानें कुछ रोचक बातें
International Girl Child Day 2023 आज अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस है. साल 2012 से ये दिन मनाया जा रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और उन्हें उनके अधिकार प्रदान करने में मदद करना है. अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2023 का विषय "लड़कियों के अधिकारों में निवेश हमारा नेतृत्व, हमारा कल्याण" है.
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस (International Girl Child Day) मनाने का मुख्य उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा के महत्व, उनके अधिकारों और लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है. यह वैश्विक समुदाय से इस दिशा में आगे बढ़ने और लड़कियों को सशक्त बनाने वाले बदलाव करने के लिए आवश्यक कार्रवाई में भागीदारी का आग्रह करता है.
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2023 की इस साल की थीम है . “लड़कियों के अधिकारों में निवेश: हमारा नेतृत्व, हमारा कल्याण” है.
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2023 का इतिहास और महत्व: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बालिका दिवस मनाने की पहल एक गैर-सरकारी संगठन ‘प्लान इंटरनेशनल’ प्रोजेक्ट के रूप में की गई. इस संगठन ने “क्योंकि में एक लड़की हूँ” नाम से एक कैंपेन भी शुरू किया. इसके बाद इस अभियान को इंटरनेशनल लेवल पर विस्तार करने के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया. फिर कनाडा सरकार ने 55वें आम सभा में इस प्रस्ताव को रखा. आखिरकार संयुक्त राष्ट्र ने 19 दिसंबर, 2011 को इस प्रस्ताव को पारित किया और इसके लिए 11 अक्टूबर का दिन चुना.”
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और उन्हें उनके अधिकार प्रदान करने में मदद करना, ताकि दुनिया भर में उनके सामने आने वाली चुनौतियों का वे सामना कर सकें और अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें. साथ ही दुनिया भर में लड़कियों के प्रति होने वाली लैंगिक असामानताओं को खत्म करने के बारे में जागरूकता फैलाना भी है.
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं. बचपन से ही सही और गलत का ज्ञान और सभी बालक-बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा और शारीरिक शिक्षा का ज्ञान देना अनिवार्य कर देना चाहिए जिससे बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए किसी पर निर्भर न होना पड़े.
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस को मनाने का उद्देश्य बालिकाओं को जागरूक करना है. अपने अधिकारों के लिए, अपनी सुरक्षा और बराबरी के लिए. जिससे वो आने वाली सभी चुनौतियों और परेशानियों का डटकर मुकाबला कर पाएं.
यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लिंग-आधारित चुनौतियों को समाप्त करता है, जिसका सामना दुनिया भर में लड़कियां करती हैं, जिसमें बाल विवाह, उनके प्रति भेदभाव और हिंसा शामिल है.
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