International Museum Day 2022: अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 1977 से 18 मई को इस तथ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है कि “संग्रहालय सांस्कृतिक आदान-प्रदान, संस्कृतियों के संवर्धन और आपसी समझ, सहयोग और लोगों के बीच शांति के विकास का एक महत्वपूर्ण साधन हैं”.
आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 18 मई 2022 को अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस (आईएमडी) के अवसर पर संस्कृति मंत्रालय 16 मई से 20 मई 2022 तक अपने संग्रहालयों में एक सप्ताह तक चलने वाले उत्सव का आयोजन कर रहा है.
राष्ट्रीय संग्रहालय (नई दिल्ली), राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु), इलाहाबाद संग्रहालय (प्रयागराज), भारतीय संग्रहालय (कोलकाता), विक्टोरिया मेमोरियल हॉल (कोलकाता), सालार जंग संग्रहालय (हैदराबाद) और साइंस सिटी और राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद के अंतर्गत आने वाले केंद्र (भारत भर में 24 स्थानों पर), इस पूरे सप्ताह में विशेष पहल कर रहे हैं.
संस्कृति मंत्रालय ने पहले ही मंत्रालय के अंतर्गत देश भर के सभी संग्रहालयों में 16 मई से 20 मई 2022 तक पूरे सप्ताह के दौरान विजिटर्स के लिए नि:शुल्क प्रवेश की घोषणा की है.
अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 2022 की थीम क्या है?
अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के मौके पर वर्ष 1992 से म्यूजियमों की ओर से एक विशेष वार्षिक विषय पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. पिछले वर्ष इंटरनेशनल म्यूजियम डे 2021 की थीम थी संग्रहालयों का भविष्य: पुनर्प्राप्त करें और पुन:कल्पना करें. इस साल अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 2022 की थीम “संग्रहालय की शक्ति” है.
अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 2022 की इस थीम का उद्देश्य, तीन लेंसों के माध्यम से समुदायों में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए संग्रहालयों की क्षमता का पता लगाना है. स्थिरता प्राप्त करने की शक्ति. डिजिटलीकरण और पहुंच पर नवाचार की शक्ति. शिक्षा के माध्यम से सामुदायिक निर्माण की शक्ति.
आजकल गूगल पर कई सारे संग्रहालयों के ऑनलाइन टूर करवाये जाते हैं, ऐसे में आप अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस पर ये कर सकते हैं. कोरोना के कारण देश-विदेश के कहीं के भी संग्रहालय जाना तो संभव नहीं है लेकिन घर बैठे यदि संग्रहालय देखने का इस तरह का मौका मिल रहा है तो उसे खाली नहीं जाने दें. ऑनलाइन म्यूजियम टूर में भारत के किसी भी सरकार की देखरेख में आने वाले संग्रहालय का टिकट नहीं लगता है.
पश्चिम बंगाल के कलकत्ता (अब कोलकाता) में हावड़ा जंक्शन से चार किलोमीटर की दूरी पर एक महराबदार भव्य सफेद इमारत है, जिसके जालीदार छज्जे और हरे भरे कैंपस में चारो तरफ जाने वाले रास्ते के बीचोंबीच लगा सुंदर गोल फव्वारा इसकी खूबसूरती को और भी बढ़ा देता है. यह भारतीय संग्रहालय है जो दुनिया के सबसे पुराने संग्रहालयों में से एक है. इसे दो फरवरी 1814 को खोला गया और यहां दुनियाभर की कई दुर्लभ कलाकृतियों और सहेजकर रखने लायक बहुत सी वस्तुओं का विशाल संग्रह है. संग्रहालय इतना बड़ा है कि इसमें दिलचस्पी रखने वालों को इसे पूरा देखने में कई दिन का समय लग सकता है.