International Women Day: 8 मार्च को पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. यह दिन महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण दिन होता है. यह दुनियाभर में महिलाओं के संघर्षों और उपलब्धियों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है. इस दिन हमें बहुत जगह बैंगनी रंग देखने को मिलता है. यह हमें पोस्टर्स में दिखाई देता है, इस दिन बहुत सारी महिलाऐं भी इस रंग को पहनती हैं. हम यह तो जानते हैं कि बैंगनी रंग अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का रंग है, पर बहुत सारे लोग इसके पीछे छिपे इतिहास और इसके महत्व को नहीं जानते. जानिए यह रंग क्यों फेमिनिज्म और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से जोड़ा जाता है.
बैंगनी रंग के इस्तेमाल किए जाने का इतिहास
मताधिकार आंदोलन (Suffragette Movement) की शुरुआत 20 वीं शताब्दी में की गई थी. यह आंदोलन महिलाओं के वोट देने के अधिकार के लिए शुरू की गई थी. इस आंदोलन ने अपने रंगों के रूप में बैंगनी, सफेद और हरे रंग का इस्तेमाल किया था. इन तीन रंगों का प्रयोग इस आंदोलन के तीन महत्वपूर्ण पहलू को दर्शाने के लिए किया गया था. गरिमा के लिए बैंगनी, पवित्रता के लिए सफेद और आशा के लिए हरा. इन तीनों रंगों का प्रयोग इस आंदोलन में अक्सर किया जाता था. इन रंग के बैनर और कपड़े इस आंदोलन में इस्तेमाल होते थे.
सांस्कृतिक इतिहास
इसके साथ बैंगनी रंग का अपना सांस्कृतिक इतिहास है. यह रंग रॉयल्टी, लक्जरी, और महत्वाकांक्षा से जुड़ा है. ऐसा इसलिए है क्योंकि, ऐतिहासिक रूप से बैंगनी रंग महंगा था और इसे बनाना मुश्किल था. जिससे यह रंग मुख्य रूप से राजघरानों और अमीरों से संबंधित रंग बन गया. परिणाम स्वरूप यह रंग शक्ति और स्थिति का प्रतीक बन गया. बैंगनी रंग को फेमिनिस्ट मूवमेंट्स द्वारा अपनाया गया है. इस रंग का प्रयोग महिलाओं ने अपनी शक्ति और महत्वाकांक्षा का प्रदर्शन करने के लिए किया है.
बैंगनी रंग किस चीज़ का प्रतीक होता है?
बैंगनी रंग को अक्सर क्रिएटिविटी, कल्पना, और आध्यात्मिकता से जोड़ा जाता है. ये गुण लंबे समय से महिलाओं से जुड़े जाते हैं. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रंग के रूप में बैंगनी का उपयोग करने से, यह दिन न केवल कार्यस्थल और राजनीति में महिलाओं की उपलब्धियों का उत्सव बनाता है, बल्कि संस्कृति और समाज में उनके योगदान का भी जश्न मनाता है.
कई अन्य कारण
बैंगनी रंग का उपयोग करने के कारण बहुत सारे हैं. इस रंग को इस्तेमाल करने के विभिन्न ऐतिहासिक, प्रतीकात्मक, और नारीवादी कारण हैं. यह एक ऐसा रंग है जो गरिमा, शक्ति, क्रिएटिविटी, और आशा का प्रतीक है. यह एक ऐसा रंग है जिसका उपयोग पूरे इतिहास में फेमिनिस्ट आंदोलनों द्वारा किया गया है और यह जेंडर इक्वलिटी के लिए चल रहे संघर्ष का एक शक्तिशाली प्रतीक बना हुआ है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन बैंगनी रंग का उपयोग करने से हम उन महिलाओं को सम्मानित करते हैं जिन्होंने हमसे पहले जेंडर इक्वलिटी के लिए लड़ाई लड़ी थी और आने वाली पीढ़ी को भी इस लड़ाई को जारी रखने के लिए प्रेरित करती हैं.