Jagannath Puri का कर रहे हैं ट्रिप प्लान, तो यहां देखें सफर से लेकर ठहरने तक की सारी जानकारी
Jagannath Yatra 2023, Jagannath Puri Trip Plan: जगन्नाथ पुरी की रथ यात्रा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. इस साल जगन्नाथ जी की रथ यात्रा 20 जून 2023 को निकलेगी. अगर आप भी जगन्नाथ धाम जाने की तैयारी कर रहे हैं तो यहां आपको इस ट्रिप से जुड़ी सारी जानकारी दी गई है
Jagannath Yatra 2023, Jagannath Puri Trip Plan: जगन्नाथ पुरी की रथ यात्रा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. इस साल जगन्नाथ जी की रथ यात्रा 20 जून 2023 को निकलेगी. कहते हैं इस दौरान भगवान अपने भक्तों का सुख-दुख लेने भ्रमण पर निकलते हैं. अगर आप भी जगन्नाथ धाम जाने की तैयारी कर रहे हैं तो यहां आपको इस ट्रिप से जुड़ी सारी जानकारी दी गई है
जगन्नाथ पुरी कैसे जाएं
ओडिशा स्थित पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर जाने के लिए सड़क, वायु और रेल मार्ग से पहुंच सकते हैं. हवाई यात्रा के लिए आपको भुवनेश्वर तक की हवाई यात्रा करनी पड़ सकती है. भुवनेश्वर तक कई शहरों की फ्लाइट मिल जाएगी. जगन्नाथ मंदिर के सबसे करीब रेलवे स्टेशन पुरी ही है, जो देश के कई शहरों से जुड़ा हुआ है. दिल्ली, लखनऊ, बैंगलुरू, कलकत्ता, रायपुर, रांची, पटना, वाराणसी जैसे कई शहरों की डायरेक्ट ट्रेन सेवा पुरी और भुवनेश्वर तक के लिए मिल सकती है. देश के कई राज्यों से यहां बसें आती है, कलकत्ता, रायपुर, पटना, रांची, भोपाल जैसे करीबी राज्यों की राजधानी से डायरेक्ट बस सेवा भुवनेश्वर और पुरी के लिए मिल सकती है.
जगन्नाथ पुरी में कहां रुके
टूरिस्ट स्पॉट होने के कारण जगन्नाथ पुरी में कई होटल और धर्मशाला मिल जाएंगे. जगन्नाथ मंदिर के आस पास ठहरने के लिए कई सस्ते और अच्छे होटल हैं. यहां होटलों में रहने के लिए आपको 500 से 2000 रुपये तक का किराया देना होता है.यदि आप मंदिर के पास बने धर्मशाला में ठहर रहे हैं तो आपको 200 से 500 रुपय रुपये तक का किराया देना होता है.
कितने दिनों का करें जगन्नाथ पुरी ट्रिप का प्लान
जगन्नाथ पुरी घुमने के लिए आपको करीब 3 से 4 दिन लगेंगे. आपको यहां घूमने के लिए आपको तीन दिन का खर्च कम से कम 3 से 4 हजार का आ सकता हैं.जिसमें आप काफी अच्छे से अपना ट्रिप एन्जॉय कर सकते हैं.
जगन्नाथ पुरी के अलावा यहां जरूर घूमें
चिलका वन्यजीव अभयारण्य
पूरी में एक चिलका वन्यजीव अभयारण्य भी है.इसे चिलका झील के नाम से भी जाना जाता है.चिलका वन्यजीव अभयारण्य 1100 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है.यहां पर दुर्लभ प्रजाति के जीव देखने को मिलते हैं.
अथरनाला ब्रिज
अथरनाला ब्रिज का निर्माण 13वीं शताब्दी में हुआ था.ये ब्रिज मांडुपुर नदी पर बना है.पुरी नगर के प्रवेश द्वार पर बना यह ब्रिज 85 मीटर लंबा और 11 मीटर चौड़ा है.यहां पर जाड़े के मौसम में घूमना ज्यादा अच्छा लगता है.
पुरी का गुंडिचा मंदिर
पुरी का गुंडिचा मंदिर भी काफी खूबसूरत है.गुंडिचा घर के नाम से भी जाना जाता है.ये भगवान जगन्नाथ मन्दिर से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर है.इस मंदिर का निर्माण कलिंग वास्तुकला में हुआ है.