Japanese Hiring Coach To Bring Back Smile: कोविड-19 महामारी के कारण मास्क के पीछे अपने चेहरे को छिपाने के तीन वर्षों के बाद, बढ़ती संख्या में जापानी लोगों में स्माइल ट्यूटर्स या स्माइल कोच की डिमांड बढ़ रही है. जापान में लोगों के बीच कोरोना महामारी के कारण सालों से चेहरा छुपाने के बाद, जापानी लोग मुस्कुराना भूल गए हैं, इसलिए वहां पर स्माइल ट्यूटर्स या स्माइल कोच नियुक्त हो रहे हैं.
द गार्डियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जापान में स्माइल ट्यूटर्स की मांग में बढ़ोतरी हुई है. “स्माइल एजुकेशन” कंपनी इगाओइकू के एक ट्यूटर केइको कवानो ने जापान स्थित असाही शिंबुन को बताया, “मास्क पहनना जरूरी हो गया था और लोगों के पास मुस्कुराने के कम अवसर थे जिसकी वजह से अधिक से अधिकतर लोग अब मुस्कुराना भूल चुके हैं.
4,000 से अधिक लोगों को मुस्कुराना सिखा चुकी इगाओइकू (Egaoiku) ने कहा कि कोविड-19 प्रतिबंधों में छूट के बाद से उनकी क्लोसेज में 4.5 गुना की वृद्धि देखी गई है. इगाओइकू मुस्कान स्माइल ट्रेनिंग सेशन देती हैं. जहां इसमें भाग लेने वाला हर व्यक्ति खुद का आंकलन कर सकते हैं. इसके लिए हैंडहेल्ड मिरर का उपयोग करते हैं. मुस्कान प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में व्यक्ति अपने अभिव्यक्ति को तब तक समायोजित करते हैं जब तक वे संतुष्ट महसूस नहीं करते कि उन्होंने अपनी प्राकृतिक और मास्क पहनने से पहले वाली हंसी को वापस पा लिया है.
इससे पहले, जापानी सरकार की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि जापान में अनुमानित 1.5 मिलियन कामकाजी उम्र के लोग ‘हिकिकोमोरी’ से पीड़ित हैं, जो गंभीर सामाजिक वापसी का एक रूप है.