ऑनलाइन उपलब्ध हैं खादी के मास्क, ऐसे कर सकते हैं खरीदारी
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने देश के दूर-दराज के हिस्सों में लोगों को लाभान्वित करने के लिए खादी फेस मास्क की ऑनलाइन बिक्री शुरू की है, विशेष रूप से वे जो अपने घरों से बाहर जाने या बाधाओं के कारण खादी भारत के आउटलेट पर जाने का खर्च नहीं उठा सकते हैं.
नयी दिल्ली : खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने देश के दूर-दराज के हिस्सों में लोगों को लाभान्वित करने के लिए खादी फेस मास्क की ऑनलाइन बिक्री शुरू की है, विशेष रूप से वे जो अपने घरों से बाहर जाने या बाधाओं के कारण खादी भारत के आउटलेट पर जाने का खर्च नहीं उठा सकते हैं.
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) खादी कपास और रेशम दोनों के मास्क बेच रहा है. खादी मास्क के आदेश केवीआईसी की आधिकारिक वेबसाइट: http://www.kviconline.gov.in/khadimask पर रखे जा सकते हैं.
कॉटन फेस मास्क की कीमत 30 रुपये प्रति पीस है, जबकि रेशम मास्क 100 रुपये प्रति पीस में उपलब्ध हैं. खादी कॉटन फेस मास्क डबल-ट्विस्टेड 100% कॉटन फैब्रिक से बने होते हैं.
आयोग ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि इन मास्क से देश के सुदूरतम इलाकों में लोगों को लाभ मिलेगा, विशेषकर ऐसे लोगों को जो कोविड-19 संकट और प्रतिबंधों के चलते अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकते या खादी इंडिया के स्टोर नहीं जा सकते. बयान में कहा गया है कि मास्क की ऑनलाइन खरीद के लिए ग्राहक को कम से कम 500 रुपये का ऑर्डर देना होगा. ग्राहक खादी के चार तरह के मास्क में से अपनी पसंद के मास्क चुन सकते हैं.
इसमें काली पाइपिंग वालासफेद सूती मास्क, तिरंगा पाइपिंग वाला सफेद सूती मास्क, गहरे रंग के रेशमी मास्क और प्रिंटेड रेशमी मास्क शामिल हैं. आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि खादी मास्क की ऑनलाइन बिक्री शुरू की जा चुकी है. इससे लोगों को असली खादी के उत्पाद खरीदने में सहूलियत होगी. खादी इंडिया का दावा है कि वह खरीद के बाद पांच दिन के भीतर ग्राहक को खादी मास्क की डिलिवरी कर देगी.
भारत में कोरोना वायरस तेजी से फैलता जा रहा है. रोजाना 20 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो रहे हैं. बुधवार 8 जुलाई को कोविड-19 के 22,752 नये मामले सामने आये. इसके साथ ही देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7,42,417 हो गयी, जबकि इस संक्रमण से 482 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 20,642 हो गई. इधर कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए देश के कुछ राज्यों ने अपने यहां सबसे प्रभावित इलाकों में लॉकडाउन बढ़ा दिया है.